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टूटन गाँव, समाज में **************** बादल फटते हैं जहाँ, लोग वहाँ बेहाल। अब मँहगाई फट…
चिथड़ों को भी सीना सीखा ********************* जिसने दुःख में जीना सीखा जड़ना वही नगीना सीखा…
क्यों मस्ती में सरकार? ***************** क्या मंदा है व्यापार, अरे रे रे बाबा ना बाबा…
वक्त पे जिसने वक्त को जाना *********************** वक्त पे तुम जो आए होते, शायद नहीं…
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आगामी नौ एवं दस अगस्त 2022 को रांची के मोरहाबादी मैदान…
सदा दखल की बात करे ******************* प्रगतिशीलता आमजनों में, सदा असल की बात करे परम्परावादी…
सबका इक दिन समय बदलता है ************************* कभी गिरता, कभी सम्भलता है सबका इक दिन…
नाग पंचमी का आध्यात्मिक लाभ नाग पंचमी का त्यौहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की…
पथ पर खास निशान हमारा ********************* बिन कारण सम्मान हमारा करता है नुकसान हमारा भौतिकता…
सबको नाच नचाएगा **************** रामचन्द्र कह गए सिया से, ऐसा कलयुग आएगा। चुनकर जो राजा…
करम तुझको अपने छुपाने बहुत हैं ************************** लगाने को यूँ तो निशाने बहुत हैं कहीं…
नहीं करे जो कदर कलम की ********************** मुस्कानों में दर्द दिखे वो बिन मौसम के…
सच में कर्ज बहुत होता ****************** जो विवेक से जीवन जीते, उनका फर्ज बहुत होता…
केवल टोपी क्यों पहनाते? ******************* हमें फिक्र है गुजर बसर की बात करो मत इधर…
क्रोध की ज्वाला धधक रही है ********************** केवल सूरत चमक रही है माया – नगरी…
पूछे जिन्दा लोग ही *************** जनता पिसती जा रही, शासक है आबाद। करते पैदा डर…
सभी काम के दाम मुसाफिर ********************* जितना जिसका काम मुसाफिर उतना उसका नाम मुसाफिर वक्त…
अभिसार जिन्दगी है *************** संधर्ष न किया तो धिक्कार जिन्दगी है काँटों का सेज फिर…