ब्लॉग
जीत होती प्यार में कब? ****************** आपकी गलती नहीं पर, मेरी भी गलती नहीं आपसी…
असलम बद्र की पुस्तक शौक हर रंग का विमोचन जमशेदपुर: साकची करीम सिटी कालेज प्रेक्षागृह…
जो जैसा, इतिहास लिखेंगे ******************** भूख लिखेंगे प्यास लिखेंगे जो जैसा, इतिहास लिखेंगे लोग समझ…
हाथों में ले के माचिस **************** बदली है यूँ सियासत, मौसम बदल रहा है इन्सान…
अब आदमी मिलता कहाँ? ********************* मेरे मालिक तू बता दे क्यों बना ऐसा जहां सच…
मजहब का लंगोट दिया है ******************* हमने तुमको वोट दिया है तुमने सिर्फ कचोट दिया…
जागो! मोहन प्यारे जागो ******************* हमने तुमको वोट दिया है तुमने हमको चोट दिया है…
पहले एक जुगाड़ चाहिए ******************* पढना-लिखना या व्यापार, खेती या फिर कारोबार, आगे जाना तो…
मेरी दुनिया मुझसे बनती ******************* गीत सभी के अपने अपने, अपना राग सुनाते लोग तकरीरों…
उनकी तपस्या के क्या कहने? ********************** जनहित का जो होता कामी, वो सच का होता…
हाल बदतर कर दिया है ****************** कोशिशें पुरजोर उनकी, अपने ही विस्तार का हाल बदतर…
थोड़ा थोड़ा रोज सुधर जा ******************** नहीं इधर तू नहीं उधर जा हर बाधा के…
खुद में रावण जहाँ दिखे तो ********************* करते रहना काम जरूरी कभी कभी आराम जरूरी…
बादशाहत जहाँ की बहरी हो ********************* देश अपना सभी को प्यारा है कुछ को क्यों…
यह भोर सुहानी लगती है*साझा काव्य संकलन का लोकार्पण*फुरसत में* साहित्यिक समूह द्वारा स्थानीय तुलसी…
खुद से खुद की रोज लड़ाई होती है *************************** हर दिन अपनी यार सगाई होती…
शोषण के विज्ञान का ***************** देश नहीं केवल शासक का, है मजदूर किसान का। गला…
सूरज पश्चिम नहीं उगेगा ****************** चाहे जितनी कोशिश कर लो, क्या इतिहास बदल सकता? सूरज…
जीता है मर के अभिमन्यु ******************* जो संकल्पित नेक राह पर, कैसे उसे नकार गया?…
प्रेम का दीप जलाया है ***************** अंधकार बाहर से ज्यादा, जब भीतर में पाया है।…
चुपके से रो जाता हूँ *************** ऑंखें तुमसे जब मिलतीं हैं, मैं खुद में खो…