झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

तीन महीने से लापता हैं पति-पत्नी समेत तीन मासूम, धरने पर बैठे परिजन को एसडीपीओ ने दिया आश्वासन

चाईबासा के टाेंटाे थाना क्षेत्र के पिछले तीन माह से गायब बाईहातु निवासी कैरा लागुरी और उसकी पत्नी समेत उनके तीन मासूम बच्चाें का पता लगाने की मांग काे लेकर अनिशचितकालीन धरने पर बैठे उसके परिजनाें काे पुलिस प्रशासन ने दाे दिनाें का समय मांगकर धरना काे समाप्त करा दिया.

चाईबासा: जिला के टाेंटाे थाना क्षेत्र के बाईहातु निवासी कैरा लागुरी और उसकी पत्नी समेत उनके तीन मासूम बच्चे पिछले ढाई महीने से गायब हैं. जबकि उसके रिश्तेदार पत्नी समेत तीनाें मासूम बच्चाें की हत्या कर शवाें काे गायब कर देने की आशंका जता रहे हैं, जिसके कारण परिजन अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे, जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने उनके परिजनाें से दाे दिनाें का समय मांगकर धरना काे समाप्त करा दिया.
परिजनों के धरने पर बैठने के बाद सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमर कुमार पांडेय ने शुक्रवार काे धरनास्थल पहुंच कर कैरा लागुरी के परिजनाें काे समझा-बुझाकर धरना काे समाप्त कराया. एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय ने परिजनाें काे बताया कि लापता दंपति समेत उसके तीन बच्चाें के बारे में पुलिस हर पहलुओं पर पेशेवर तरीके से अनुसंधान कर रही है. आगे की कार्रवाई के लिए दाे दिनाें का समय दें. एसडीपीओं के आश्वासन पर धरने पर बैठे कैरा के परिजनाें ने धरना समाप्त करने की घाेषणा कर दी. लेकिन कैरा की बड़ी बहन रायमुनी लागुरी ने कहा कि पुलिस प्रशासन अगर दाे दिनाें के अंदर उनके भाई, बहू और उसके तीन मासूम बच्चाें काे ढूंढ नहीं निकालती है, ताे फिर धरने में बैठ जाएंगे.
पति-पत्नी समेत तीन मासूम पिछले तीन महीने से गायब हाेने के कारण उसके परिजन 21 अक्टूबर से चाेया पंचायत समिति सदस्य जयंती बिरूली के नेतृत्व में अनिशचितकालीन धरना पर बैठे थे. इसलिए पुलिस काे सूचना दिए जाने के बाद भी इन लाेगाें का अब तक काेई पता नहीं चल पाया है. कैरा की बड़ी बहन रायमनी लागुरी ने उसके भाई, बहू समेत तीनाें मासूम बच्चाें की हत्या कर शवाें काे गायब कर देने की आशंका जता रही है. इस संबंध में उन्हाेंने एक महीना पहले ही टाेंटाे थाने में सूचना दे चुकी है. इसके बाद भी काेई पता नहीं चला, ताे एसपी से भी मिलकर पता लगाने की गुहार लगाई है. इसके बावजूद अबतक काेई पता नहीं चलने के कारण उसके परिजन अनिशचितकालीन धरने पर बैठ गए थे.