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राज्यपाल झारखंड चाकुलिया में कोलकाता पिंजरापोल सोसाइटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हुईं शामिल स्व. पुरुषोत्तमदास झुनझुनवाला की प्रतिमा का किया अनावरण

राज्यपाल के हाथों कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पदाधिकारियों को मिला प्रशस्ति पत्र

राज्यपाल झारखंड द्रौपदी मुर्मू चाकुलिया में कोलकाता पिंजरापोल सोसाइटी द्वारा आयोजित स्व. पुरुषोत्तमदास झुनझुनवाला की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं । इस मौके पर राज्यपाल ने कार्यस्थल स्थल पर गो-सेवा किया तथा समस्त जनों को गो-सेवा के प्रति प्रेरित किया । राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड गौ सेवा आयोग के प्रथम अध्यक्ष रहे स्व. पुरुषोत्तम दास झुनझुनवाला के सम्मान और श्रद्धांजलि देने हेतु चाकुलिया में उनके प्रतिमा अनावरण करना मेरे लिए हर्ष का विषय है । उन्होंने कहा कि व्यक्ति की जीवन आयु सीमित होती है परन्तु व्यक्तित्व की कोई जीवन आयु नहीं होती है अतः सच्चे कर्मों को सदैव याद रखा जाता है एवं उनके पदचिन्हों पर चल कर उन्हें सदैव जीवित रखा जाता है । राज्यपाल ने कहा कि स्व पुरुषोत्तम दास के जीवन के सिद्धांतों से मेरे जीवन को मार्गदर्शन प्राप्त हुआ इसलिए मैं चाहती हूं कि उनके प्रतिमा अनावरण के माध्यम से सभी लोगों का जीवन मार्गदर्शित हो सके तथा उनके पदचिन्हों पर चल स्वयं के जीवन एवं समाज को बेहतरीन स्वरूप दिया जा सके । यहां उपस्थित सभी लोग भाग्यशाली है क्योंकि इनके जीवन को आप सभी ने सामने से देखा एवं अनुभव किया है। राज्यपाल ने स्व. झुनझुनवाला के व्यक्तित्व और उनके द्वारा किए गए विशेष कार्यों पर अपने विचार रखे । उन्होंने कहा कि अनेक कुशलताओं से परिपूर्ण स्व. झुनझुनवाला ने चाकुलिया स्थित मॉडर्न हाई स्कूल की स्थापना की साथ ही विदेशों में भी भारतीय संस्कृति का प्रचार करने जैसे अन्य बहुत सारे महान समाज सेवा कार्य हेतु अपने जीवन को समर्पित किया। गौ सेवा के मार्ग में विशेष ख्याति प्राप्त की एवं अन्य लोगों को भी इस दिशा में उनके द्वारा मार्गदर्शन किया गया वहीं गौमूत्र से औषधि बना कर सैंकड़ों लोगों को स्वास्थ्य लाभ भी दिया । राज्यपाल ने कहा कि “गौ सेवा परम धर्म है ” अतः गौ सेवा करना स्वयं की माता के सेवा करने के तुल्य है तथा गौ सेवा के साथ साथ प्रकृति की सेवा करना भी हम सभी की जिम्मेदारी है । उन्होने कहा कि इंडस्ट्री लगाना उचित है लेकिन प्रकृति को संवारना एवं सहेजे रखना भी हम सबकी जिम्मेदारी है । साथ ही नदियों की निर्मलता बनी रहे इस संबंध में भी राज्यपाल ने अपने संवेदनशील विचार रखे, उन्होनें कहा कि नदी को हम माता कहते हैं, आवश्यक है कि नदियों की पूजा के साथ साथ उनकी स्वच्छता का भी ध्यान रखें। नदियां बहुपयोगी होती हैं जिनसे हम पीने के साफ स्वच्छ पेयजल के साथ साथ अन्य आवश्यकताओं पर भी निर्भर रहते हैं।
राज्यपाल द्वारा स्व. पुरुषोत्तमदास झुनझुनवाला की जीवनी पर एक पुस्तक का विमोचन किया गया । साथ ही कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया । माननीय राज्यपाल के हाथों नगर पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, निदेशक एनईपी, निदेशक डीआरडीए, जिला परिवहन पदाधिकारी, एसडीओ घाटशिला, बीडीओ मुसाबनी एवं बीडीओ धालभूमगढ़ को प्रशस्ति पत्र मिला

राज्यपाल द्वारा मुख्य कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात ध्यान फाउंडेशन स्थित गोशाला का भ्रमण कर गोसेवा किया गया तथा समर्पित भाव से सेवा कार्य कर रहे गोसेवकों की हौसला अफजाई की।
कार्यक्रम में कोल्हान प्रमंडल आयुक्त मनीष रंजन, डीआईजी राजीव रंजन, उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी सूरज कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. तमिल वणन, नगर पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र जाट, उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, निदेशक डीआरडीए, निदेशक एनईपी, एसडीओ घाटशिला जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, बीडीओ चाकुलिया/मुसाबनी/धालभूमगढ़/ व सीओ घाटशिला तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद थे