चाईबासा के हेस्साबांध गांव में डायन बिसाही के नाम पर आठ लोगों की हत्या किए जाने की चर्चा से अफरा-तफरी मच गई. पुलिस का कहना है कि वे मामले की सत्यता की पुष्टि के लिए घटनास्थल का मुआयना करेंगे. उसके बाद ही पता चल पाएगा कि मामले में कितनी सत्यता है.
चाईबासा: शहर के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित इलाके के हेस्साबांध गांव में डायन बिसाही के नाम पर आठ लोगों की हत्या किए जाने की चर्चा से अफरा-तफरी मच गई. घटना में घायल हुए युवक गुमदी सुरीन नामक युवक को घायल अवस्था में चाईबासा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसने बताया कि चाचा ने अपने भाई, भाभी, दो भतीजी, एक भतीजा और तीन पोता-पोतियों समेत 8 को मौत के घाट उतार दिया है.
चाचा अपने साथियों के साथ अपने भतीजा गुमदी सुरीन की भी हत्या करने उसके ससुराल कबरागुटू गांव पहुंचा था. वहां गुमदी की गला रेत कर हत्या करने की कोशिश की गई. लेकिन गुमदी ने किसी तरह जख्मी अवस्था में वहां से अपनी बहन के गांव पुरनापानी आकर अपनी जान बचाई. भाई की हालत देख बहन ने उसे टोंटो स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे सदर अस्पताल चाईबासा रेफर कर दिया गया. युवक की स्थिति गंभीर देख चाईबासा से उसे जमशेदपुर रेफर कर दिया है. गुमदी ने मुफ्फसिल थाना की पुलिस के समक्ष उक्त सभी आठ लोगों की हत्या की आशंका जतायी है.
गुमदी सुरीन ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा का नाम भी गुमदी सुरीन है. जख्मी गुमदी ने पुलिस को यह भी बताया है कि चाचा कुछ गांव वालों के सहयोग से उसकी पत्नी को हेस्साबांध से उठाकर सुबह उसके ससुराल कबरागुटू पहुंचा था. पुलिस इस घटना के सत्यापन को लेकर हेस्साबांध गांव के मुंडा और अन्य ग्रामीणों से पूछताछ की है.
घायल गुमदी सुरीन ने कहा कि चाचा गुमदी सुरीन उनके परिवार पर डायन का आरोप लगाता रहता है. वे कुछ दिनों से अपने ससुराल कबरागुटू में रह रहा था. हेस्साबांध गांव में उसके माता-पिता, पत्नी, तीन बेटी, एक बेटा और दो बहन और एक छोटा भाई रहता था. आरोपित चाचा ने कुछ ग्रामीणों के साथ मिलकर सोमवार की रात उसके माता-पिता, 4 बच्चे और भाई बहनों की हत्या कर दी. इसके बाद चाचा अपने समर्थकों के साथ मेरी पत्नी को लेकर कबरागुटू उनके ससुराल पहुंचा, वहां पर पत्नी ने उसे हत्या की घटना की जानकारी दी. तभी चाचा ने अपने सहयोगियों के साथ हत्या की नीयत से उसे पकड़ा और धारदार हथियार से गला रेतने लगा. इस क्रम में किसी तरह उन लोगों की गिरफ्त से अपने को छुड़ाकर भाग निकला और अपनी बहन के ससुराल पुरनापानी पहुंच गया. चाचा ग्रामीणों के साथ उसकी पत्नी को कहीं ले गया. उसे शक है कि पत्नी को भी सामूहिक दुष्कर्म के बाद इन लोगों ने मार डाला होगा
चाईबासा सदर एसडीपीओ अमर कुमार पांडे ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और घायल गुमदी सुरीन से मिली जानकारी के आधार पर घटना का सत्यापन कर लिया है. फिलहाल, ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है. गुमदी की पत्नी पेंडावीर गांव में देखी गई है. गुमदी सुरीन का परिवार गुनी ओझा का काम किया करता है. इन्ही कारणों से उसके पिता की भी मौत हुई थी. उन्होंने कहा कि पुलिस सत्यता की पुष्टि करने के लिए अन्य सूत्रों से भी पता लगवा रही है. घटनास्थ्ल नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आता है. बुधवार सुबह को जब घटनास्थल पर पुलिस पहुंचेगी, तभी घटना की असलियत सामने आएगी.
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