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बॉलीवुड के चर्चित फिल्म प्रचारक राजू कारिया का निधन

अक्षय कुमार , गोविन्दा ,संजय दत्त, रोनित रॉय और सोनू निगम के पर्सनल पीआरओ व हज़ारों फिल्मों के प्रचारक रह चुके राजू कारिया का बिगत मंगलवार 3 नवम्बर को मुम्बई में 9.30 बजे सुबह हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार ओशिवारा मुक्तिधाम में सम्पन्न हुआ।

80 के दशक के अंतिम पड़ाव और 90 के दशक में और उसके बाद भी बॉलीवुड में बतौर पीआरओ/फिल्म प्रचारक राजू कारिया ने धमाल मचाते हुए अपना एक छत्र राज कायम किया और पीआरओशिप की परिभाषा को भी बदल कर दिखाया और एक नया मिसाल कायम करने में कामयाब रहे। इसी वर्ष कुछ माह पूर्व बॉलीवुड के हित में लॉक डाउन के दरम्यान बॉलीवुड के वरिष्ठ पीआरओ राजू कारिया ने कुछ नामचीन फिल्म निर्माताओं के साथ अपने विचार शेयर किया था। कई फिल्म निर्माताओं ने राजू कारिया की योजना के तहत काम करने की स्वीकृति दे दी थी। जिन फिल्म निर्माताओं ने लॉक डाउन की समाप्ति के पश्चात फिल्म लांच करने की योजना बना रखी थी उनमें भारतीय जनता पार्टी के नेता व फिल्म निर्माता रणजीत शर्मा(फेम-‘मुम्बई कैन डांस साला’), हरीश सपकाले,संदीप शिंदे(फेम- जिस देश में गंगा रहता है) फिल्म-‘एक तेरा साथ’ के अरशद सिद्दीकी तथा सन्नी कपूर जो पिछले कइ वर्षों से बॉलीवुड मे फिल्म और टी.वी क्षेत्र मे सक्रिय हैं। इन लोगो की वजह से सिने जगत को फिर से चमकाने की उम्मीद फिल्म प्रचारक राजू कारिया ने लगा रखी थी। बस इंतज़ार था पूर्ण रूप से ‘लॉक डाउन’ खुलने का और आम जन जीवन सामान्य होने का। कयास ये भी लगाया जा रहा था कि फिर एक बार इतिहास खुद को राजू कारिया के नेतृत्व में दोहराएगा जैसा कि 1988 में राजू कारिया के पीआरशिप में एक ही दिन 15 फिल्मों का मुहूर्त एक साथ हुआ था। एक बार फिर बॉलीवुड की धरती पर कोरोना संकट के बाद धमाल मचाने की उम्मीद के साथ जी रहे थे राजू कारिया। शायद ईश्वर को ये मंज़ूर नहीं था। राजू कारिया का नाम गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में भी दर्ज़ है और उन्हें राष्ट्रपति अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। राजू कारिया के निधन से बॉलीवुड को अपूरणीय क्षति हुई है। आज भले ही राजू कारिया हमारे बीच नही हैं लेकिन उनके पीआरओशिप में बनी फिल्मों के जरिये सिनेदर्शकों के दिल में सदैव बने रहेंगे।