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एल. बी. एस. एम. कॉलेज द्वारा आयोजित पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का समापन हुआ

जमशेदपुर-आज एल. बी. एस. एम. कॉलेज द्वारा आयोजित पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का समापन हुआ अंतिम दिन में वेबिनार ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों माध्यम से किया गया |
समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप वेबिनार के सरंक्षक एवं कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा के कुलपति प्रो0 (डॉ0) गंगाधर पण्डा एवं मुख्य वक्ता के रूप में प्रो0 (डॉ0) रीता इंद्रजीत सिंह, प्राचार्या, एम्बेसी ऑफ़ इंडिया स्कूल मास्को उपस्थित थे |
मुख्य अतिथि ने अपने उदबोधन में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर अवस्थित कॉलेज में आने पर गौरव का अनुभव हो रहा है | उन्होंने आगे कहा कि इस वैश्विक महामारी में शिक्षा के लिए वेबिनार ही उचित माध्यम है | हमारी संस्कृति विश्व में श्रेष्ठ संस्कृति है | जैसे गांव के किसान अपना मेढ़ काटकर अपने खेत में मिलाना चाहता है उसी प्रकार देश की सीमा पर दुश्मन देश ऐसा ही कर रहा है | भारतीय संस्कृति की मर्यादा की रक्षा करने के लिए बहुत सारे वैज्ञानिक तथ्य बने हैं जैसे, तुलसी पूजा, नदी पूजा, आदि | भारत एक ऐसा देश है जहां कई आक्रांता आएं और देश के अंदर उसी प्रकार समा गए जैसे सारी नदियां समुद्र में समा जाती है | अमेरिका में बहुत पैसा है लेकिन शांति नहीं है | शांति चाहिए तो भारत आना पड़ेगा | शांति के लिए इस्कॉन मंदिर में विदेशी लोग हरे कृष्ण, हरे कृष्ण का नारा लगाते हैं और शांति प्राप्त करते हैं | हमारा दर्शन धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष पर आधारित है|
मुख्य वक्ता डॉ0 रीता इंद्रजीत सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति अत्यंत प्राचीन और समृद्ध हैं| यह 5000 वर्ष पुरानी है जिसे बचाकर रखना आवश्यक है| विश्व के कई लोग भारतीय संस्कृति अपना रहे हैं और जीवन में शांति प्राप्त कर रहे हैं |
विषय प्रवेश करते हुए बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य, संकायाध्यक्ष, छात्र कल्याण, महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के डॉ0 अरुण भगत ने कहा कि संस्कृति शब्द मूल रूप से तृ धातु से बना है | उन्होंने आगे प्रकृति संस्कृति और विकृति के बारे में बताते हुए कहा कि खुद कामना और खाना प्रकृति, दूसरों के साथ मिलकर खाना संस्कृति और छीन कर खाना विकृति है| जीवन जीने की कला का नाम ही संस्कृति है | भारतीय संस्कृति में लचीलापन, सहिष्णुता, आत्मबोध एवं कर्त्तव्यपरायणता है |
वेबिनार में सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत वेबिनार के अध्यक्ष सह सभापति डॉ0 अशोक कुमार झा, प्राचार्य, एल. बी. एस. एम. कॉलेज, जमशेदपुर एवं धन्यवाद ज्ञापन वेबिनार के समन्वयक डॉ0 संचिता भुई सेन ने किया| मंच का संचालन डॉ0 सुधीर कुमार द्वारा किया गया |
अंतिम सत्र का शुरुआत मुख्य अतिथि प्रो0 (डॉ0) गंगाधर पण्डा ने दीप प्रज्वलित कर किया जिनके साथ डॉ. आर. के. चौधरी, शाखा समन्वयक, कोल्हान विश्वविद्यालय, डॉ. अमर सिंह, प्राचार्य, को ऑपरेटिव कॉलेज, मुदिता चंद्रा, प्राचार्या, ए. बी. कॉलेज, डॉ0 एस0 पी0 महालिक, वर्कर्स कॉलेज, डॉ0 मुकुल खंडेलवाल, ग्रेजुएट कॉलेज, डॉ0 साबिया यूनुस, प्राचार्या वीमेंस कॉलेज, डॉ0 राजेंद्र भारती, शिक्षक संघ के अध्यक्ष, डॉ0 विणा प्रियदर्शी, डॉ0 के के कमलेन्दु, डॉ0 रमा सुब्रमणियम उपस्थित थे| इस वेबिनार में ऑफलाइन माध्यम से मुख्य रूप से आयोजन सचिव डॉ0 मौसमी पॉल, संयोजक विनय कुमार गुप्ता, समन्वयक डॉ0 दीपंजय श्रीवास्तव, डॉ0 अजय वर्मा, अरविन्द प्रसाद पंडित, बिनोद कुमार, संतोष राम, पुरुषोत्तम प्रसाद, डॉ0 संतोष कुमार, डॉ0 शबनम परवीन, डॉ0 रानी, प्रमिला किस्कु, बाबूराम सोरेन, सीता मुर्मू, सुमित्रा सिंकु, प्रीति गुप्ता, पूजा कुमारी दत्ता, लूसी रानी मिश्रा, शोभा देवी, सीमा कुमारी, शिप्रा बोयपाई, सौरभ कुमार वर्मा, विशाल पांडे, विनय कुमार आदि एवं ऑनलाइन माध्यम से झारखण्ड रूसा के डॉ0 शम्भु दयाल सिंह, प्रसन्ना सिंह, मछिन्द्र नाथ, सुनीता गुड़िया जैसे सैकड़ों शिक्षक-शोधार्थी एवं विद्यार्थी शामिल हुए कुलपति प्रो0 (डॉ0) गंगाधर पण्डा ने आदिवासी कल्याण छात्रावास में प्रतियोगिता तैयारी केंद्र का भी उदघाटन किया। साथ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार झा एवं छात्रावास के छात्र उपस्थित थे |