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टाटा वर्कर्स यूनियन के बारहवें अध्यक्ष बने संजीव चौधरी प्रबंधन और मजदूर में बनाएंगें सामंजस्य

टाटा वर्कर्स यूनियन के बारहवें अध्यक्ष बने संजीव चौधरी प्रबंधन और मजदूर में बनाएंगें सामंजस्य

जमशेदपुर के टाटा स्टील कंपनी की सौ साल पुरानी टाटा वर्कर्स यूनियन का चुनाव संपन्न हुआ. यूनियन के अध्यक्ष पद पर संजीव चौधरी ने जीत दर्ज की. नई टीम का स्वागत टाटा वर्कर्स यूनियन परिसर में ढोल नगाड़े के साथ किया गया.

जमशेदपुरः टाटा स्टील कंपनी की सौ साल पुरानी टाटा वर्कर्स यूनियन का चुनाव खत्म हुआ. यूनियन के अध्यक्ष पद पर संजीव चौधरी ने जीत दर्ज किया है. जीत दर्ज करने वाले नई टीम का स्वागत टाटा वर्कर्स यूनियन परिसर में ढोल नगाड़े के साथ किया गया. नए अध्यक्ष बनने के बाद संजीव चौधरी ने बताया है कि जिस पद पर सुभाष चंद्र बोस, प्रोफेसर अब्दुल बारी जैसे लोग रहे हैं, उस पद की गरिमा बनाये रखना एक बड़ी जिम्मेदारी है. प्रबंधन मजदूर और यूनियन के बीच सामंजस्य बनाकर काम करना है.
इस्पात उद्योग में अपनी पहचान बनाने वाली जमशेदपुर में स्थापित टाटा स्टील कंपनी की सौ साल पुरानी टाटा वर्कर्स यूनियन का चुनाव 31 जनवरी को टाटा स्टील प्लांट में स्थित स्टीलेनियम हाल में हुआ. सोमवार की सुबह चुनाव का परिणाम सामने आया. 214 कमिटी मेंबर और 11 ऑफिस पदाधिकारी के पद पर चुनाव जीतने वालों की नाम की घोषणा की गई. टाटा वर्कर्स यूनियन के बारहवें अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में अरविंद पांडेय और संजीव चौधरी उर्फ टुन्नू चौधरी के बीच कांटे का टक्कर रहा. संजीव चौधरी ने अपने प्रतिद्वंदी अरविंद पांडेय को हराकर अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज किया. चुनाव परिणाम घोषित किए जाने के बाद सभी विजयी उम्मीदवार बिष्टुपुर स्थित टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय पहुंचे, जहां ढोल नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया गया. यूनियन के बारहवें अध्यक्ष बनने के बाद संजीव चौधरी यूनियन कार्यालय परिसर स्थित मजदूर नेता रहे यूनियन के पूर्व अध्यक्ष वीजी गोपाल की मूर्ती को प्रणाम कर कार्यालय में प्रवेश किया.
टाटा वर्कर्स यूनियन के नए अध्यक्ष संजीव चौधरी उर्फ टुन्नू चौधरी ने झारखण्ड वाणी संवाददाता को बताया कि जिस पद पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस, प्रोफेसर अब्दुल बारी जैसी शख्शियत रहे हैं, उस पद की गरिमा बनाये रखना एक बड़ी चुनौती है. मजदूर और यूनियन के सभी सदस्यों के साथ मिलकर काम करेंगे. पुरानी कमिटी के अधूरे काम को पूरा किया जाएगा. रोजगार की दिशा में प्रबंधन के साथ वार्ता कर नए लोगों को रोजगार मुहैया कराना प्राथमिकता रहेगी. समय समय पर कर्मचारियों के मुद्दे पर प्रबंधन से वार्ता कर समस्या का समाधान करेंगे.