दुमका के बासुकीनाथ स्थित दारुक वन के परिसर में शिवलिंगी के कई पेड़ हैं. दारुक वन से पुष्प लेकर श्रद्धालु शिवलिंग पर चढ़ाते हैं. कहा जाता है शिवलिंग की पुष्प बाबा को है अति प्रिय है, जो भक्त बाबा पर शिवलिंगी फूल का अर्पण करते हैं
उन भक्तों की बाबा हर मनोकामना को पूरी करते हैं.
दुमका: जिले के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बाबा बासुकीनाथ धाम की प्रसिद्धि दूर-दूर तक फैली हुई है. बासुकीनाथ धाम स्थित दारूक वन में पाया जाने वाले शिवलिंगी पुष्प भोलेनाथ को अर्पित करने पर बाबा भोले प्रसन्न होते हैं और भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.पंडा धर्म रक्षणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा ने शिवलिंगी पुष्प के बारे में बताया कि इस पुष्प की संरचना अद्भुत है. पुष्प का आकार शिवलिंग की तरह है और और शिवलिंग के ऊपर नाग का छत्रक बना हुआ है. जो एकदम से शिवलिंग का प्रतिरूप नजर आता है. उन्होंने बताया कि भारत के अलावा जहां-जहां शिव धाम है. वहां इन फूलों के पेड़ लगाए जाते हैं. ताकि शिवलिंगी पुष्प बाबा को अर्पित किया जा सके
वे बताते हैं कि शिवलिंगी फूल बाबा भोले पर चढ़ाने से बाबा खुश होते हैं. बासुकीनाथ धाम स्थित दारूक वन में पाया जाने वाले शिवलिंगी पुष्प भोलेनाथ को अर्पित करने पर बाबा भोले प्रसन्न होते हैं और भक्तों को मनोवांछित फल प्राप्त होता है. ऐसी मान्यता है कि बाबा पर जो भी भक्त शिवलिंगी फूल का अर्पण करते हैं, बाबा उनके हर मनोकामना पूर्ण करते हैं और उनके दुख-कष्ट हर लेते हैं.
सम्बंधित समाचार
74 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष अंबुज कुमार के द्वारा आदित्यपुर के विभिन्न स्थानों पर झंडोत्तोलन किया गया
74 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भाजमो मानगो नगर निगम समिति ने मानगो स्थित खुदीराम बोस गोलचक्कर में झंडोत्तोलन किया
रथसप्तमी का महत्व