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साहिबगंज में कटानः चानन की बस्ती के गंगा में समाने का खतरा, प्रशासन ने की गांव खाली करने की अपील

साहिबगंज में कटानः चानन की बस्ती के गंगा में समाने का खतरा, प्रशासन ने की गांव खाली करने की अपील

गंगा का साहिबगंज में कटान जारी है. नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर चौबीस में चानन गांव में बस्ती से महज पांच फीट की दूरी पर कटाव का खतरा है. इससे चानन गांव की बस्ती के करीब पांच सौ घरों के गंगा में समाने का खतरा पैदा हो गया है. प्रशासन ने लोगों से गांव खाली करने की अपील की है.
साहिबगंज: नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर चौबीस के चानन गांव में स्कूल के पास गंगा नदी का कटान एक बार फिर शुरू हो गया है. गंगा नदी का जलस्तर घटने के साथ यह कटान और अधिक तेज होता जा रहा है. हवा के साथ तेज लहर किनारे से टकरा रही है, जिससे करार की मिट्टी गंगा में समा रही है. इससे बस्ती के पांच सौ घरों के गंगा में समाने का खतरा पैदा हो गया है इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. वहीं प्रशासन ने गांव खाली करने के आदेश दिए हैं.
बता दें कि इस बार एसटीपी (सीवेरेज ट्रीटमेंट प्लांट) से पूरब मानकी मंडल के घर से विनोद मंडल के घर तक करीब आधा किलोमीटर एरिया में कटान हो रहा है. इस आधा किमी की दूरी तक में पांच सौ से अधिक घर हैं, यानी करीब तीन हजार की आबादी को गंगा कटान से खतरा है.
इधर जिला प्रशासन ने मार्किंग कर गांव को खाली कराने का निर्देश जारी कर दिया है. लोगों से अपील की जा रही है कि सुरक्षित स्थान पर शरण लें, जिस रफ्तार से गंगा कटान जारी है. रात में कोई हादसा न हो, इसलिए सुरक्षित स्थान पर परिवार के साथ और अपने मवेशी लेकर पहुंचे. जिला प्रशासन ने लोगों की हर संभव मदद करने का वादा किया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि गंगा कटान की स्थिति को देखते हुए ऐसा लगता है कि जल्द पूरी बस्ती गंगा में समा जाएगी. हर दिन पांच फीट से अधिक जमीन गंगा में समा रही है, मिट्टी की बड़ी बड़ी चट्टान (करार) हर पांच मिनट में ढह रही है. अब तक दर्जनों पेड़ों के साथ दस से अधिक किसानों की जमीन गंगा में समा चुकी है. आबादी से लगभग 5 फीट की दूरी पर गंगा कटान हो रहा है. जल्द इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाया नहीं गया तो यह बस्ती नहीं बच पाएगी. जिला प्रशासन को वस्तुस्थिति की जानकारी दे गई है.