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राजनगर प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों से हटाए गए पच्चीस स्वास्थ्यकर्मी, आउटसोर्सिंग के तहत कर रहे थे कार्य

सरायकेला के राजनगर प्रखंड के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र में आउटसोर्स पर कार्यरत तकरीबन पच्चीस स्वास्थ्यकर्मियों को हटा दिया गया है. विभाग के इस फैसले से कर्मचारियों के सामने जीवन निर्वाह की समस्या खड़ी हो गई है सरायकेला: विभागीय आदेश के बाद राजनगर प्रखंड के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र में आउटसोर्स पर कार्यरत तकरीबन 25 स्वास्थ्यकर्मियों को हटा दिया गया है. आउटसोर्स एजेंसी तेजस इंटरप्राइजेज ने इस संबंध में विभागीय आदेश का हवाला देते हुए राजनगर समुदायिक केंद्र के प्रभारी को पत्र लिखा. आउटसोर्स में कार्यरत पच्चीस स्वास्थ्यकर्मियों के नाम प्रभारी को भेजे गए पत्र में एजेंसी द्वारा इस बात का जिक्र किया गया है कि पच्चीस कर्मियों को बीस अक्टूबर के बाद कार्य से हटने को कहा गया है.

एजेंसी ने पत्र में कहा है कि इक्कीस अक्टूबर के बाद इनके प्रति कोई जवाबदेही एजेंसी की नहीं होगी. वहीं आउटसोर्स कर्मियों को हटाए जाने पर अब कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं और उनके समक्ष रोजगार का कोई विकल्प नहीं बचा है.
इधर आउटसोर्स कर्मियों में सरकार के प्रति भारी नाराजगी है. और कर्मियों ने इसके खिलाफ आंदोलन का भी निर्णय लिया है. काम से हटाए गए स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि पूरे लॉकडाउन के दौरान कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्यकर्मियों ने ईमानदारी से सेवा दी है.
इसके बावजूद सभी कर्मियों को हटा दिया गया है, जो कहीं से उचित नहीं है. इन स्वास्थ्यकर्मियों में अरुण कुमार कंप्यूटर ऑपरेटर , सीता महली स्टोरकीपर, शिव शंकर कुंभकार फार्मासिस्ट, सीता हांसदा ड्रेसर समेत 22 स्वीपर भी शामिल हैं, जिन्हें काम से हटा दिया गया है.