पर्यावरण अनुकुल जीवन शैली अपनाने की योजना है मिशन लाइफ
भारत सरकार द्वारा मिशन लाइफ कार्यक्रम की शुरूआत की गई है जिसमें हर एक इंसान को अपनी जिम्मेदारी समझने की अपील की गई है। छोटे से लेकर बड़े- बड़े काम को पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए जीवन में आगे बढ़ने की अपील की गई है। भारत सरकार द्वारा देश के सभी नागरिकों के लिए सामान रूप से उनके आधुनिक जीवन शैली को पर्यावरण अनुकुल अपनाने एवं उसके लिए विभिन्न स्तरों पर समुदाय को प्रेरित करने की योजना है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन मानस को संवेदनशील बनाना इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है और इस उद्देश्य को पूरा करने में कृषि विभाग से जुड़े आत्मा कर्मी का योगदान उल्लेखनीय है
इस अभियान के दौरान चिन्हित 7 जीवन क्रियाओं के अन्तर्गत 75 सामान्य पर्यावरण अनुकुल कार्यों हेतु कृषि कार्य में शामिल किसानों को जागरूक करने के लिए कृषक गोष्ठी का आयोजन पूर्वी सिंहभूम जिला के सभी प्रखण्डों में किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत किसानों को ऊर्जा की बचत, पानी की बचत, सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करना, टिकाऊ खाद्य प्रणाली, कचरा प्रबंधन, स्वास्थ्य जीवन शैली, ई-कचरा प्रबंधन के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
सरकार के निदेशानुसार मिशन लाइफ के अन्तर्गत कृषि एवं किसानों के लिए चिन्हित विभिन्न क्रियाकलापों को अपनाने बारे में आत्मा के प्रसार कर्मियों के द्वारा किसानों को कृषक गोष्ठी के माध्यम से बताया जा रहा है जैसे कृषि अपशिष्ट को मल्चिंग एवं कम्पोस्ट निर्माण के उपयोग में लाना, स्वायल कार्बन बढ़ाने हेतु जैविक कृषि को अपनाना, मोटे अनाज व देशी बीज का प्रयोग, रसायन मुक्त खेती को अधिक अधिक बढ़ावा देने की अपील की जा रही है
कृषि आधारित कार्य में शामिल किसान अपने दिनचर्या में पर्यावरण अनुकुल जीवनशैली को शामिल कर एक बेहतरीन कल के पर्यावरण का निर्माण कर सकते है। बेहतर कल के लिए जरूरी है किसान भाई आज से पर्यावरण अनुकुल जीवनशैली को अपनाये, पर्यावरण अनुकुल क्रियाकलापों को अपनाये जिससे आने वाले समय में होने वाला पर्यावरण में सकारात्मक बदलाव सभी को दिखने लगेगा
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