झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

कोरोना के खिलाफ पंचेत दहीबाड़ी के युवाओं ने छेड़ी जंग कॉलोनी को कर रहे सेनेटाइज आवाजाही पर नजर

कोरोना के खिलाफ पंचेत दहीबाड़ी के युवाओं ने छेड़ी जंग कॉलोनी को कर रहे सेनेटाइज आवाजाही पर नजर

धनबाद के कुछ युवाओं ने कॉलोनी को कोरोना मुक्त रखने का बीड़ा उठाया है. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एक ओर लोग जहां घरों में रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं तो वहीं यह युवा अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए प्रशासन के साथ मिलकर कॉलोनी को सेनेटाइज कर रहे हैं.
धनबाद: पंचेत दहीबाड़ी नया तीन तल्ला के युवाओं ने अपनी कॉलोनी को कोरोना मुक्त करने के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं. यहां लगभग 420 क्वार्टर है. युवाओं ने अपनी कॉलोनी को कोरोना मुक्त करने के लिए कमेटी तैयार कर हर ब्लॉक, सड़क आदि स्थानों को सेनेटाइज कर रहे हैं. इस कॉलोनी में ब्लीचिंग पाउडर का लगातार छिड़काव कर रहे हैं. यहां तक कि कॉलोनी में प्रवेश करने वाले सब्जी विक्रेता से लेकर हर एक अनजान व्यक्तियों पर नजर रख रहे हैं.
धनबाद: रेलवे कॉलोनी में कोरोना के 27 मरीज मिलने से हड़कंप प्रशासन ने पैनिक नहीं होने की दी सलाह इस मौके पर कोषाध्यक्ष अखिलेश कुमार राय ने बताया कि इस कमेटी का गठन कोरोना से लड़ने के लिए बनाया गया है. आगे भी यह कमेटी अपना काम लगातार करता रहेगा. कमेटी की ओर से प्रत्येक महीना एक बैठक कर सभी लोगों से बात कर सकारात्मक निर्णय लिया जाता है. लोगों का उद्देश्य है कॉलोनी वासियों को कोरोना मुक्त रखा जाए. जरूरत पड़ने पर लोग कॉलोनी के बाहर रहने वाले लोगों को भी मदद उपलब्ध कराएंगे.

*बस अड्डे के आस-पास के दुकानदारों ने लगाई गुहार कहा-आजीविका के लिए कुछ करे सरकार*

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए झारखंड सरकार ने बसों के परिचालन पर रोक लगा दी है. इससे उन लोगों को काफी परेशानी हो रही है, जिनका व्यावसायिक प्रतिष्ठान बस पड़ाव में है. दुमका के अटल बिहारी वाजपेयी बस पड़ाव में दर्जनों दुकानें हैं, जिससे सैकड़ों लोगों की आजीविका चलती है.
दुमका: कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए झारखंड सरकार ने बसों के परिचालन पर रोक लगा दी है. इससे बस पड़ाव के सैकड़ों दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. दुकानदार सरकार से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग कर रहे हैं.
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए झारखंड सरकार ने बसों के परिचालन पर रोक लगा दी है. इससे उन लोगों को काफी परेशानी हो रही है, जिनके व्यावसायिक प्रतिष्ठान बस पड़ाव में हैं. दुमका के अटल बिहारी वाजपेयी बस पड़ाव में दर्जनों दुकानें हैं, जिससे सैकड़ों लोगों की आजीविका चलती है. अभी बस के परिचालन बंद रहने से लगभग सभी दुकानें बंद हो चुकी हैं. दो-चार दुकानदार इस आस में दुकान खोलते हैं कि कुछ कस्टमर आएं, जिससे थोड़ी आमदनी हो सके.
दुकानदारों का कहना है कि इससे उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. समझ में नहीं आता कि परिवार कैसे चलाएं. इसके साथ ही उनकी दुकान में जो स्टाफ है, उनका भी परिवार उनकी ही दुकान की आमदनी से चलता है. ऐसे में एक दुकान से कई लोग प्रभावित होते हैं. हालांकि वह भी मानते हैं कि कोरोना को रोकने के लिए सख्त कदम आवश्यक है. दुकानदार कहते हैं कि सरकार या जिला प्रशासन उनकी आजीविका के लिए कुछ व्यवस्था करे.