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कोरोना का डर: झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ ने मांगा पांच लाख का बीमा सीएम सोरेन को लिखा पत्र

कोरोना का डर: झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ ने मांगा पांच लाख का बीमा सीएम सोरेन को लिखा पत्र

राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार के शिक्षकों सहित सभी कार्यालयों के कर्मी को कोरोना संक्रमण से जुड़े कार्यों में लगाया जा रहा है. झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ ने सुरक्षा की गारंटी की मांग करते हुए पांच लाख का बीमा मांगा है.
रांची: झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ ने एक पत्र लिखकर राज्य के मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री, शिक्षा सचिव, शिक्षा निदेशक से कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए तमाम शिक्षकों के लिए पांच लाख रुपये का बीमा कराने की मांग की है. प्रदेश अध्यक्ष आनंद किशोर साहू और प्रदेश महासचिव बलजीत कुमार सिंह ने कहा है कि प्रदेश की स्थिति भयावह होने से इंकार नहीं किया जा सकता.
ऐसी स्थिति में सीएम का ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं कि राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण से उत्पन्न भयावह स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार के शिक्षकों सहित सभी कार्यालयों के कर्मी को कोरोना संक्रमण से जुड़े कार्यों में लगाया जा रहा है. सभी राज्य कर्मी हैं. सभी का दायित्व है कि ऐसी स्थिति में सरकार के साथ मिलकर काम करें. हालांकि कोविड-19 के तहत कर्मी की ड्यूटी लगाए जाने के पहले पांच लाख रुपये का जीवन बीमा किया जाना चाहिए. चाहे वह पारा शिक्षक हो या सरकारी शिक्षक सभी को इसके दायरे में लाना चाहिए.
किसी अनहोनी की स्थिति में कर्मी के परिवार वालों की सुरक्षा की गारंटी नहीं है. नहीं ही 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारी की पेंशन है. ऐसे में अगर बीमा कर दिया जाता है तो भयमुक्त होकर समाज के लिए राज्य के लिए सरकारी कर्मी के साथ पारा शिक्षक भी अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे. इससे कर्मियों में सकारात्मक संदेश जाएगा.