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शहादत दिवस के दिन याद किए गए अमर शहीद खुदीराम बोस अमर शहीद खुदीराम बोस की गाथा पढ़ने से खौल जाता है खुन – विकास सिंह

शहादत दिवस के दिन याद किए गए अमर शहीद खुदीराम बोस अमर शहीद खुदीराम बोस की गाथा पढ़ने से खौल जाता है खुन – विकास सिंह

जमशेदपुर- अमर शहीद खुदीराम बोस का शहादत दिवस मानगो गोल चक्कर में लगी उनकी प्रतिमा के सामने भाजपाइयों ने धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विकास सिंह ने सर्व प्रथम अमर शहीद खुदीराम बोस की प्रतिमा को दूध, शहद, गंगाजल, मधु, से शाही स्नान कराया, पूरे गोल चक्कर की साफ सफाई अपने कार्यकर्ताओं के साथ की अमर शहीद खुदीराम बोस की प्रतिमा पर सभी ने पुष्प हार चढाकर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया आज ही के दिन 1908 ई में मुजफ्फरपुर के जेल में मात्र 18 साल 8 महीने 8 दिन की आयु में उन्हें अंग्रेजों के द्वारा फांसी दी गई थी इस मौके में उपस्थित भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विकास सिंह ने कहा की अमर शहीद खुदीराम बोस की गाथा पढ़ने से ना केवल रोंगटे खड़े होते हैं बल्कि खून खौल जाता है जवानी की पहली दलहीज में कदम रखते ही अंग्रेजो के द्वारा अमर शहीद खुदीराम बोस को तोहफा के रूप में फांसी का फंदा दिया गया था फांसी के फंदे में झूलते अमर शहीद खुदीराम बोस ने कहा था कि मेरे पास धरती मां को देने के लिए प्राण के अलावा कुछ नहीं है इसलिए मैं अपना प्राण धरती मां के लिए निछावर कर रहा हूं । विकास सिंह ने कहा कि मानगो की धरती में उनकी प्रतिमा का अनावरण होना हम सभी मानगो वासियों के लिए गर्व की बात है । आज के शहादत दिवस के कार्यक्रम में मुख्य रूप से विकास सिंह मनोज ओझा, राम सिंह कुशवाहा, अजय लोहार ,मनोज राय प्यारेलाल साह,दुर्गा दत्ता छोटेलाल सिंह, शुभाशीष राय, देबजीत सरकार मुख्य रूप से उपस्थित थे ।