झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

हाल हुआ क्यूँ ऐसा भक्तों?

हाल हुआ क्यूँ ऐसा भक्तों?

भक्तों ने भगवान बनाया, है अपने अरमान से।
हाल हुआ क्यूँ ऐसा भक्तों, पूछो तो भगवान से।

ढोल बजाया, भगवन् आए, तो सब मुमकिन होगा।
किसने सोचा था मुमकिन भी अब नामुमकिन होगा?
दृश्य भयावह आते रहते, अस्पताल, शमशान से।
हाल हुआ क्यूँ ऐसा भक्तों —–

भक्तों को आशा थी भगवन्, सबका कष्ट हरेंगे।
किसे पता था सारी व्यवस्था, खुद वो नष्ट करेंगे।
नीति, चाल उनकी है अपनी, हुआ नहीं अनजान से।
हाल हुआ क्यूँ ऐसा भक्तों —–

अभी तो सबकुछ तेरा भगवन्, सबकी जान बचाओ।
सुमन का अर्पित सुमन तुझे है, देश का मान बचाओ।
लोग कुपित हैं, नहीं करेंगे, विदा तुझे सम्मान से।
हाल हुआ क्यूँ ऐसा भक्तों —–

श्यामल सुमन