झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

मैं फिर आऊंगा

मैं फिर आऊंगा

आओ , करीब आओ
तुमको मैं सुला लू
तुम्हें नींद जो आती है
मेरी ही बाहों में

तुम सो जाते हो
यूं चिपक कर
जैसे मैं कहीं
भाग ना जाऊं

विश्वास रखो
कहीं नहीं भागूंगा
तुम्हें छोड़कर
तुम तो मेरी जिंदगी हो
तुम से ही यह जीवन है
कभी न खत्म होने वाली
यह कहानी है
तुम्हीं से मिली यह जिंदगानी है

रोज नाराज होते हो
फिर प्यार भी करते हो
कब तक चलेगा यह सब
एक दिन ऐसा आएगा
जब ………… जाने दो
तुम नहीं समझोगे अभी
याद करोगे कभी

ये भविष्यवाणी है
मैं फिर आऊंगा
तुम्हारा पोता बन कर
मैं भी सोऊंगा
तुम्हारी ही बाहों में
याद रखना
भूलना नहीं
मेरा पक्का वादा
तुम भी करो यही वादा

मैं आऊंगा
20 साल बाद
तब तक
तुम्हारी बाहों को कहना
इंतजार करें मेरा

अब जाने दो
फिर से आने को
मेरा जो काम अधूरा है
अब तुम पूरा करना
मैं भी तब
पूरा करूंगा जब
मैं फिर आऊंगा

धर्म चंद्र पोद्दार