झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

ग्राम की मुखिया जो ग्रामीणों को न्याय दिलाने के लिए बनाई जाती है उसके मन में मनमर्जी की भावना खत्म होनी चाहिए

सरायकेला खरसावां जिला कांड्रा में घर घर जल योजना के नाम पर कनेक्शन रसीद पूर्व में ही कटवाकर अब तक कनेक्शन नहीं दिये जाने के मुद्दे पर सवाल उठ रहा है जानकारी हो कि पानी कि किल्लत को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार का बहुत बड़ा कदम को कांड्रा की मुखिया और रुपया वसूली के लिए बने जल समिति द्वारा निजी स्वार्थ में ध्वस्त करने का मामला प्रकाश मे आया है बता दें कि इन मुखिया द्वारा आधा अधूरा जल कनेक्शन कार्य को निजी स्वार्थ से मना करने के बावजूद भी हेंड ओबर लेकर बहुत से लोगों को पेयजल की सुविधा से वंचित कर दिया है और संकट पैदा कर दिया है सवाल है कि जिन लोगों से पूर्व में ही कनेक्शन रसीद कटवाकर अभी तक कनेक्शन क्यों नहीं दिया गया है ? सवाल यह भी है कि किस सरकारी पदाधिकारी के आदेश के अनुसार पूर्व में ही कनेक्शन रसीद कटवाकर वसूली कराया गया और अब तक उनको कनेक्शन किस विरोध के कारण नहीं दिया गया ?क्या इस बात का उल्लेख जानकारी उच्च पदाधिकारी या थाना को मुखिया और जल समिति द्वारा कब दिया गया ? सरकारी योजना को किसने विरोध किया ?क्या उन पर अब तक कोई एफ आई आर क्यों नहीं हुआ ? नहीं तो क्यों नहीं हुआ इसकी जांच कि जानी चाहिए यहां ऐसे भी जगह हैं कि पचास कदम की दूरी पर जल का कनेक्शन है और बगल में ही रसीद कटवाकर लोग इस सुविधा से वंचित हैं यह सभी उत्पीड़न का कारण मुखिया और मुखिया द्वारा बनाये गये जल समिति और विभाग के अभियंता की है, जो वंचित लोगों को सुविधा मुहैया कराने के लिए ठगी और मनमर्जी को दर्शाता है ऐसा भी सुचना प्राप्त है कि महज दस फीट कि दूरी के कनेक्शन के लिए भी गलत तरीके से कर्मी वरुण द्वारा रुपए की वसूली करवाने की भी बात सामने आयी है इस बाबत पूर्व में ही रसीद कटवाकर वंचित व्यक्ति जगन्नाथ मिश्रा द्वारा कांड्रा थाना में समिति के मुख्य लोगों पर कांड्रा की मुखिया शंकरी सिंह,सहिया सरस्वती देवी,समिति के ही मुख्य राम महतो और कथित संचालक और प्रशासन में गहरी पैठ रखने वाले दुर्गा राव पर धोखाधड़ी करने का मामला की शिकायत कि गयी है तीन दिन बीत गये लेकिन अभी तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं किया गया है, फिर भी सवाल है ? थाना द्वारा इन लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है निजी स्वार्थ से ऐसे गंभीर मुद्दे पर थाना को अविलंब कार्रवाई की जानी चाहिए इस मामले पर प्राथमिकी दर्ज कर फिर जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि कोई भी ग्राम की मुखिया जो ग्रामीणों को न्याय दिलाने के लिए बनाई जाती है उसके मन में मनमर्जी की भावना खत्म होनी चाहिए