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बुजुर्ग को धक्का मारने के बाद इनामी अपराधी ने तान दी रिवॉल्वर, ग्रामीणों के सहयोग से धराया

गिरिडीह जिले के गांडेय पुलिस के हत्थे एक कुख्यात अपराधी चढ़ गया है. अपराधी को ग्रामीणों के सहयोग से पकड़ा गया है. पकड़ा गया अपराधी समद अंसारी बताया जा रहा है. गिरिडीह: झारखंड-बिहार के साथ-साथ कई राज्यों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाला कुख्यात अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. अपराधी की गिरफ्तारी गांडेय थाना इलाके धोबिया मोड़ के समीप से हुई है. इस गिरफ्तारी में स्थानीय लोगों की अहम भूमिका रही है.

कहा जा रहा है कि पकड़ा गया अपराधी समद अंसारी है. रविवार की दोपहर धोबियामोड़ से आगे मां छिन्नमस्तिके पेट्रोल पंप के समीप तेज रफ्तार से आ रही एक बाइक ने बुजुर्ग को धक्का मार दिया और बाइक समेत खुद एक भारी वाहन से टकरा कर घायल हो गया. घटना के बाद जब लोग दौड़े तो बाइक से गिरकर घायल हुए युवक ने लोगों पर पिस्टल तान दी. पिस्टल देखकर लोग ठिठक गए. इस बीच बाइक से गिरकर घायल युवक भागने लगा. आगे एक स्थान पर जमीन मापी कर रहे लोगों की भीड़ जमा थी. वहीं पर कुछ बच्चे क्रिकेट भी खेल रहे थे. बाइक सवार युवक भागते भागते उस ओर चला गया और वहां पर पिस्टल तान दी. बताया जाता है इसी क्रम में एक बच्चे ने हिम्मत दिखायी और पिस्टल लिए युवक के हाथ पर प्रहार कर दिया. पिस्टल हाथ से छिटकते ही लोगों ने उक्त युवक को दबोच लिया.
इसी दौरान पुलिस भी पहुंच गई. पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया. यहीं पर पूछताछ में पता चला कि धक्का मारकर पिस्टल लहराते हुए भाग रहा युवक कुख्यात अपराधी समद अंसारी है. समद की गिरफ्तारी की सूचना एसपी अमित रेणू के साथ – साथ एसडीपीओ कुमार गौरव को भी दी गई. सूचना पर आलाधिकारी भी गांडेय थाना पहुंचे और समद से पूछताछ करने के साथ-साथ पकड़ा गया अपराधी समद ही है इसका सत्यापन किया.
बताया जाता है कि समद अंसारी कुख्यात अपराधी है. यह अपने भाई शहादत के साथ मिलकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा है. झारखंड में गिरिडीह के अलावा देवघर, जामताड़ा, धनबाद जैसे जिलों में इसकी दहशत देखी गई है. यह अपराधी लूट, छिनतई, हत्या जैसी घटनाओं का आरोपी रहा है. इसके आपराधिक गिरोह में इसका सगा भाई शहादत (अभी जेल में) के अलावा हरियाणा, इलाहाबाद के अपराधी भी शामिल हैं.
यह अपराधी कुख्यात के साथ-साथ शातिर भी है. इसे पकड़ने का प्रयास कई बार पुलिस ने किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. दो बार तो यह अपराधी पुलिस पर ही फायरिंग करते हुए फरार हुआ था. इसके सगा भाई शहादत को बीते वर्ष ही गिरफ्तार किया गया था.