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बोकारो के चास में टीटी लाइन पर दौड़ेगी पैसेंजर ट्रेन, महत्वकांक्षी परियोजना पर काम शुरू

बोकारो में चास रेलवे स्टेशन में टीटी लाइन पर सवारी गाड़ी चलने की महत्वकांक्षी परियोजना पर काम शुरू हो गया है. टीटी लाइन की स्थिति को देखते हुए इस लाइन को बड़ी लाइन के रूप में विकसित करने की योजना पर कमिश्नरी ऑफ रेलवे सेफ्टी ने भी अपनी हरी झंडी दे दी है.

बोकारोः जिले के चास रेलवे स्टेशन में आज स्थानीय लोगों को है पैसेंजर ट्रेनों का इंतजार. लोगों का कहना है कि अगर इस रूट से सवारी गाड़ी चलती है तो आम लोगों को इसका लाभ होगा. चास प्रखंड के ब्राह्मण द्वारिका पंचायत के टीटी लाइन के निर्माण के साथ-साथ रेलवे स्टेशन का निर्माण वर्ष 1982 में किया गया था. इस लाइन के बनने से स्थानीय लोगों में यह आशा जगी थी कि इस लाइन से ही होकर सवारी गाड़ी का परिचालन होगा जिससे कि लोगों को रोजगार से लेकर आवागमन तक का लाभ मिलेगा, लेकिन इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी टीटी लाइन से सवारी गाड़ियों का परिचालन शुरू नहीं किया जा सका है. इस कारण यहां के लोग काफी दुखी हैं.
हालांकि इस लाइन से होकर कुछ ट्रेनों का ठहराव नहीं हुआ था, लेकिन अब टीटी लाइन पर सवारी गाड़ी चलने की महत्वकांक्षी परियोजना पर काम शुरू हो गया है. डीसी रेल लाइन बंद होने के बाद इस लाइन को अति महत्वपूर्ण लाइन के रूप में देखा जा रहा था. वैकल्पिक रूप से इस लाइन से होकर जून 2017 में पहली बार इस रूट से होकर सवारी गाड़ी का ट्रायल लिया गया था जो सफल रहा. इसमें धनबाद वनांचल एक्सप्रेस धनबाद, रांची, देवघर, इंटरसिटी एक्सप्रेस चली जो तलगडरिया, भोजूडीह, जयचंडीपहाड़ होते हुए चलती थी डीसी लाइन की स्थिति को देखते हुए इस लाइन को बड़ी लाइन के रूप में विकसित करने की योजना है जिस पर कमिश्नरी ऑफ रेलवे सेफ्टी ने भी अपनी हरी झंडी दे दी है. वर्ष 2018 में एजेंसी के निर्देशक पी आचार्य ने भी तलगडरिया से तुपकाडीह तक का निरीक्षण किया था. लगातार प्रयास के बाद तीन साल के अंदर यह महत्वकांक्षी परियोजना शुरू हो गई है. सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो चास रेलवे स्टेशन को नए साल में नई सौगात लेकर आएगी इस स्टेशन से होकर पैसेंजर ट्रेन चलने की कवायद पूरी की जा रही है.
संभावना जताई जा रही है कि नए साल में टीटी लाइन पर पैसेंजर ट्रेन चलने की पूरी उम्मीद है. इसको लेकर रेलवे प्रशासन सारी तैयारी में जुट गया है और इसकी आधारभूत संरचना के साथ रेल लाइन के दोहरीकरण से लेकर मॉडर्न स्टेशन का निर्माण तक शामिल है इसे युद्ध स्तर पर पूरा किया जा रहा है. इस कड़ी में चास स्टेशन में कंप्यूटराइज मॉडल स्टेशन का निर्माण किया गया, जिसका उदघाटन 31 दिसंबर 2019 को आद्रा डिवीजन सीएसटी पीके गुप्ता की ओर से किया गया. साउथ ईस्टर्न रेलवे के आद्र डिवीजन के संकेत और दूरसंचार विभाग के अधीन चास रेलवे स्टेशन कोड सिग्नल की दिशा में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली का काम पूरा हुआ. यह प्रणाली जापानी तकनीक पर आधारित सिस्टम से युक्त है.
इसके पहले यहां पर 6 अप्रैल 1988 को लगी पुरानी सिग्नल सिस्टम कार्य कर रही थी. भारतीय रेलवे के सिग्नल सिस्टम के हिसाब से चास स्टेशन मॉडल स्टेशन बन गया है. इस सिस्टम से ट्रेन का परिचालन कंप्यूटर से किया जाएगा. इसके बाद इस्पात नगर और तलगरिया स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाने का निर्माण कार्य चल रहा है.
लाइन के बने हुए तीन दशक बीत गए हैं. इस रूट से होकर पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग पुरानी है. आद्र रेलवे डिवीजन के अंतर्गत तलगरिया तुपकडीह गाड़ी रेल लाइन पर तलगरिया बांधडीह चास तुपकाडीह और बोकारो स्टेशन से होकर गुजरती है. स्टेशन पर स्टेशन मास्टर और कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन 1982 से लेकर अभी तक सवारी गाड़ी नहीं चलने के कारण एक भी टिकट की बिक्री नहीं हो पायी है.