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बहरागोड़ा के शहीद गणेश हांसदा के आश्रित को राज्य सरकार देगी नौकरी

बहरागोड़ा के शहीद गणेश हांसदा के आश्रित को राज्य सरकार देगी नौकरी

जमशेदपुर-:गलवान घाटी में चीनी सेना से लोहा लेते समय एक वर्ष पूर्व शहीद हुए बहरागोड़ा के रहने वाले गणेश हांसदा के आश्रित को राज्य सरकार नौकरी देगी. इसकी घोषणा शनिवार को विधानसभा की सदाचार समिति ने की. समिति स्थल अध्ययन यात्रा पर जमशेदपुर पहुंची है. समिति के सभापति विधायक केदार हाजरा की अनुपस्थित के कारण बहरागोड़ा विधायक समीर महंती ने जमशेदपुर परिसदन में हुई बैठक की अध्यक्षता की. समीर महंती ने बताया कि सदाचार समिति अनुकंपा नियुक्ति और पेंशन से जुड़े मामलों को देखती है. इसमें उग्रवादी हिंसा में मारे गए लोगों के आश्रितों के अलावा विशेष मामलों को संज्ञान में लेती है. शहीद गणेश हांसदा देश की रक्षा करते हुए चीनी सैनिकों के हमले में लड़ते हुए शहीद हुआ था. राज्य सरकार की ओर से परिजन को नौकरी देने की घोषणा की गई थी. लेकिन परिवार में किसी अविवाहित सदस्य के नहीं होने के कारण मामला लटका हुआ था. आज सदाचार समिति की बैठक में विशेष परिस्थिति में विवाहित आश्रित को भी नौकरी देने की अनुशंसा की है. यह मामला कैबिनेट में पारित होने के बाद लागू हो जाएगा. गणेश हांसदा शहादत से दो साल पहले ही भारतीय सेना में गए थे. महज 23 वर्ष की आयु में उन्होंने वतन की खातिर खुद को कुर्बान कर दिया. गणेश के पिता सुबदा हांसदा किसान और मां कापरा हांसदा गृहणी हैं. बड़े भाई दिनेश हांसदा भी गांव में रहकर खेती-बाड़ी ही करते हैं. शहीद गणेश हांसदा की शादी नहीं हुई थी. उनकी याद में उनके गांव में शहीद स्मारक और पार्क बनाया गया है.