झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

और ज्यादा जग-हँसाई मत करो

अपने से अपनी बड़ाई मत करो
और ज्यादा जग-हँसाई मत करो

भाईयों को बाँटने पर जोर क्यों
अब दहाई को इकाई मत करो

देशभक्ति क्या तुम्हारी देख ली
और भारत की भलाई मत करो

भूल से तुमको चुना ये भूल थी
तख्त से तुम बेबफाई मत करो

अपनी गलती को छुपाने के लिए
पूर्वजों की नित बुराई मत करो

मन की बातें बन्द कर जन की सुनो
अब किसानों सँग ढिठाई मत करो

हाल समझो देश का फिर बोलना
अपनी नीयत की दुहाई मत करो

चाल सतरंगी कुबेरों की समझ
उनसे ज्यादा आशनाई मत करो

विश्व में भारत सुमन इक नाम है
शान में इसकी ढिलाई मत करो

श्यामल सुमन