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भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्णय को हृदय से स्वीकार करता हूं- सुनील सिंह

जिसका अंदेशा था वही हुआ टिकट वापस लेने के बाद सुनील सिंह ने जारी किया प्रेस विज्ञप्ति

दुमका- आखिरकार वही हुआ जिसका अंदेशा 19 मार्च से दुमका वासी लगा रहे थे. भाजपा द्वारा जारी लोकसभा के लिए प्रत्याशियों की ताजा सूची में दुमका लोकसभा से सीता सोरेन का नाम घोषित किया गया है. 19 मार्च को झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन ने झामुमो छोड़ कमल पर सवार हो गई थी. दिल्ली में आयोजित समारोह में सीता सोरेन ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. उसी वक्त से यह अंदेशा था कि भाजपा अपने प्रत्याशी को बदल सकती है जो आज सच साबित हुआ. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पहले दुमका लोकसभा से सुनील सोरेन को प्रत्याशी बनाया था.सुनील सोरेन वर्ष 2019 में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को पराजित कर सांसद बने थे.भाजपा के इस फैसले पर लोग उत्सुक थे कि सुनील सोरेन का रुख क्या होगा?

लेकिन रविवार को भाजपा द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची सामने आते ही सुनील सोरेन की प्रतिक्रिया भी सामने आ गयी है. सुनील सोरेन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने लिखा है कि “भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्णय को हृदय से स्वीकार करता हूं और दुमका लोकसभा क्षेत्र के भाजपा के सभी सम्मानित पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से पार्टी हित में दल के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय को स्वीकार करने का आग्रह करता हूं.मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को भाजपा ने विधायक और सांसद बनाया, दुमका लोकसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार लङाया इसके लिए मैं प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष, केन्द्रीय गृह मंत्री सहित पूरे राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। मैं भाजपा का एक निष्ठावान सिपाही के रूप में पार्टी की सेवा करता रहूंगा। होली की हार्दिक शुभकामनाएं।अबकी बार भाजपा 400 पार करेगी

सुनील सोरेन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय को भले ही स्वीकार्य कर लिया हो और तमाम कार्यकर्ताओं से इसे स्वीकार्य करने की अपील की हो, लेकिन सवाल उठता है कि भाजपा पहले से ही दुमका में कई गुटों में बंटी है. सीता सोरेन के भाजपा में आने और प्रत्याशी बनाये जाने के बाद क्या तमाम गुट एक होकर लोक सभा चुनाव में प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करेंगे या फिर पार्टी को भीतर घात का सामना करना पड़ेगा