झारखण्ड वाणी

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उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति एवं यातायात व्यवस्था से संबंधित समीक्षा बैठक

कस्तूरबा बालिका विद्यालय गालूडीह में नामांकन बैठक प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी केशव प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित हुई, इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी घाटशिला कुमार एस अभिनव,नवनियुक्त परीक्षमान उप समाहर्ता चंचला कुमारी ,कस्तूरबा बालिका विद्यालय की वार्डन,कल्याण पर्यवेक्षक बबलू कुमार सोरेन उपस्थित थे
इस दौरान नामांकन हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारि द्वारा महत्वपूर्ण दिशनिर्देश दिए गए-
*1प्रखंड अंतर्गत कुल प्राप्त 344 आवेदनों में से 75 बालिकाओं का अनुशंसित सूची नामांकन हेतु जिला को प्रेषित किया जाना है इस संदर्भ में निर्देश दिया गया कि प्राथमिकता के तौर पर आदिम जनजाति, सिंगल पैरंट्स ,अनाथ वर्ग , दिव्यांग बालिकाओं को स्थान दिया जाना है। कुल प्राप्त आवेदनों में 18 आवेदन सवर बालिकाओं का प्राप्त हुआ है। इस दौरान सभी जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि जितने भी अनाथ, सिंगल पेरेंट्स, आदिम जनजाति वर्ग के बालिकाएं है उनका वांछित प्रमाण पत्र बनाने में सहयोग करेंगे।
इस दौरान सभी पंचायतों में दावा आपत्ति हेतु अनुसंशित सूची को लगा दिया जाना है ताकि यदि किसी भी व्यक्ति को कोई भी आपत्ति,अनुसंशित सूची को लेकर हो तो वह पंचायत मंडप के शिकायत पेटी में डाल सकता है क्योंकि प्रायः यह देखा जाता है की नामांकन के पश्चात व्यक्तियों द्वारा शिकायत की जाती है की दिशानिर्देशों के अनुरूप नामांकन नहीं हुआ अतः अनुसंशित सूची को दावा आपत्ति हेतु पंचायत मंडप में पूर्व ही लगा दिया जाए।
*2विद्यालय के वार्डन को निर्देश दिया गया कि विद्यालय में पढ़ने वाले सभी दिव्यांग बालिकाओं की दिव्यंगता प्रमाण पत्र हेतु सिविल सर्जन कार्यालय में पत्राचार किया जाय की वह अगला तिथि बता दें की किस तिथि को समिति की बैठक होगी ताकि उस तिथि को कस्तूरबा विद्यालय की सभी दिव्यांग बालिकाओं को जिला ले जाकर समिति के समक्ष दिव्यांग प्रमाण पत्र बना लिया जाए ताकि, भविष्य में कोई परेशानी नहीं हो।
*3 इस दौरान यह भी निर्देश दिया गया कि ड्रॉपआउट सूची में जो भी बालिकाएं हैं उसमे 2020 या उससे पूर्व की बालिकाओं को प्राथमिकता दी जाए
*4 इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारि द्वारा निर्देश दिया गया कि भविष्य में कभी भी जमा किए गए आवेदनों का जांच के दौरान किसी भी प्रकार की त्रुटि प्रमाण पत्रों में पाई जाती है जैसे जाली प्रमाण पत्र या दस्तावेज या कोई भी गलत जानकारी या ऐसे कोई भी त्रुटि जो नामांकन हेतु जारी दिशनिर्देशों के विरुद्ध हो तो ऐसे आवेदनों को रद्द कर दिया जाएगा और इसकी सम्पूर्ण जबाबदेही अभिभावक की होगी। इस दौरान कस्तूरबा विद्यालय के अन्य शिक्षक भी उपस्थित थे।*========================*

*प्रखंड विकास पदाधिकारी घाटशिला कुमार एस अभिनव द्वारा आज प्रखंड अंतर्गत कस्तूरबा बालिका विद्यालय गालूडीह के 9वी वर्ग की छात्रा सपना मार्डी जो कि उत्कृष्ट पेंटिंग के लिए जानी जाती है उन्हें पेंटिंग किट देकर प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा पुरस्कृत किया गया साथ ही साथ उन्हें पेंटिंग हेतु थीम दिया जाएगा जिस पर उन्हें पेंटिंग्स बनानी होगी उस पेंटिंग का कोलाज बनाकर प्रखंड कार्यालय के दीवारों पर लगाया जाएगा जिससे बाकी छात्राओं का भी मनोबल बढ़ेगा एवं उनमें भी कुछ उत्कृष्ट करने की भावना प्रेरित होगी
इस दौरान नवनियुक्त परीक्षयमान उप समाहर्ता चंचला कुमारी ,प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी केशव प्रसाद ,प्रखंड कल्याण पदाधिकारी बबलू सोरेन, कस्तूरबा विद्यालय की वार्डन सहित अन्य शिक्षक गण उपस्थित थे।
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उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति एवं यातायात व्यवस्था से संबंधित समीक्षा बैठक

जिला सभागार जमशेदपुर में उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी सूरज कुमार की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति एवं यातायात व्यवस्था से संबंधित समीक्षा बैठक आहूत की गई
उपायुक्त द्वारा सड़क दुर्घटनाओं से मौत के मामलों में कमी लाने के उद्देश्य से वाहन सवारों द्वारा हेल्मेट तथा सीट बेल्ट का प्रयोग किया जा रहा है या नहीं, इसकी सघन जांच का आदेश संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया । फरवरी माह में 35 सड़क दुर्घटनाएं हुई है जिनमें 19 में मौत का मामला सामने आया है । उपायुक्त द्वारा जिला परिवहन पदाधिकारी एवं यातायात पुलिस उपाधीक्षक को निर्देशित किया गया कि उक्त मौत के मामलों में संबंधित बाइक सवार हेल्मेट तथा कार सवार सीट बेल्ट लगाये थे या नहीं इसकी जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करें । साथ ही जिला परिवहन पदाधिकारी को एक सॉफ्टवेयर डेवलप कराने का निर्देश दिया गया जिससे यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से ऑनलाइन जुर्माने की राशि वसूला जा सके ।
उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी सूरज कुमार द्वारा प्रत्येक माह कैंप लगाकर ऑटो एसोसिएशन से निबंधित ऑटो चालकों का स्वास्थ्य जांच कराने का निर्देश दिया गया साथ ही ऑटो चालकों का राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड एवं गोल्डन कार्ड बनाने हेतु भी कैंप लगाने का निर्देश दिया गया उपायुक्त ने कहा कि विद्यालयों में प्रतिदिन छुट्टी होने के बाद विद्यालय प्रबंधन यह जांच करे कि कितने बच्चे वाहन से आते हैं तथा सभी हेल्मेट या सीट बेल्ट का प्रयोग करते हैं या नहीं, साथ ही संबंधित पदाधिकारियों को इस कार्य के अनुश्रवण का निर्देश दिया गया । वहीं कोचिंग संस्थानों में भी पढ़ने वाले बच्चों के वाहन प्रयोग के दौरान सुरक्षा उपकरणों(हेल्मेट/सीट बेल्ट) के उपयोग के जांच का निर्देश दिया गया
उपायुक्त द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया कि ऑटो चालक वर्दी पहनना सुनिश्चित करेंगे । फिलहाल लगभग 3500 ऑटो चालक ड्रेस कोड का अनुपालन कर रहे हैं, इसे शत प्रतिशत कराने का निर्देश दिया गया सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल को सड़क पर बने बंपर एवं सड़क किनारे के सभी पेड़ों की अच्छे से रंगाई कराने का निर्देश दिया । जुस्को को सड़क दुर्घटना स्थलों का विजिट कर आवश्यक मरम्मतीकरण कराने का निर्देश दिया गया एक अप्रैल के पश्चात सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को सड़कों का निरीक्षण कर उसमें क्या कमी है इसकी जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया । वहीं ड्रिंक एवं ड्राइव पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से होली के त्यौहार को देखते हुए ब्रेथ एनालाईजर से जांच करने का निर्देश दिया गया
बैठक में उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत, जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन, मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कर्नल अजय कपूर, सड़क सुरक्षा सेल के पदाधिकारी और अन्य संबंधित पदाधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे

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संप्रेक्षण गृह एवं बाल गृह के कर्मियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का शुभारंभ
जिला प्रशासन जिला बाल संरक्षण इकाई पूर्वी सिंहभूम एवं एक्शन एंड रांची के संयुक्त तत्वाधान में संप्रेक्षण गृह एवं बाल गृह में कार्यरत कर्मचारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण उन्मुखीकरण कार्यशाला आज से संप्रेक्षण गृह, घाघीडीह के सभागार से शुरू हुआ। कार्यशाला के पहले दिन सर्वप्रथम जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी डॉ चंचल कुमारी ने प्रशिक्षण कार्यशाला के मुख्य उद्देश्यों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि संप्रेक्षण गृह एवं बाल गृह में कार्यरत पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को इनके कार्य एवं दायित्व का पालन करते हुए अपने कार्यों को पूरा करने में आ रही कठिनाईयों को दूर कर कार्य को किस तरह बेहतर तरीके से किया जाए इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
संप्रेक्षण गृह सभागार में प्रशिक्षण के प्रथम सत्र में बाल अधिकार एवं घटक समूह का दायित्व के बारे में नीरज कुमार झा (प्रशिक्षक) ने विस्तृत जानकारी दी। द्वितीय सत्र में मुख्य प्रशिक्षक पीजुष सेनगुप्ता-राज्य कार्यक्रम प्रबंधक, रांची द्वारा अधीक्षक एवं परिवीक्षा पदाधिकारी के कार्य एवं दायित्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही साथ किशोर न्याय अधिनियम (J J Act) 2015 एवं किशोर न्याय नियम (J J Rules) 2016 एवं 2017 में वर्णित बाल गृह के कर्मचारियों के दायित्व एवं कार्यों के विषय में विशेष जानकारी दी गयी।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा जिला में बच्चों से संबंधित वर्तमान स्थिति एवं कार्यों के बारे में भी जानकारी दी गयी।
प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला में डॉक्टर चंचल कुमारी-जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, एक्शन एंड से पीयूष सेनगुप्ता, नीरज कुमार झा, प्रणव कुमार सिन्हा बाल अधिकार कार्यकर्ता बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य जिला बाल संरक्षण इकाई से विधि सह परिवीक्षा पदाधिकारी, संरक्षण पदाधिकारी संस्थागत देखरेख, संप्रेक्षण गृह तथा बाल गृह में कार्यरत गृहपति एवं अन्य कर्मचारी, बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड के पारा लीगल वालेंटियर इत्यादि उपस्थित थे