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सरकार शहीदों के सम्मान में “कारगिल विजय दिवस” मनायें पर शहीदों के प्रति अपने कर्तव्यों को न भूलें – धर्मेन्द्र सोनकर

जमशेदपुर- आज 26 जुलाई को जबकि पूरा देश चौबीसवां “कारगिल विजय दिवस” मना रहा हैं, कांग्रेस नगर अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनकर के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पोस्टल पार्क, बिष्टुपुर में एक कार्यक्रम कर यह खास दिन, देश के उन वीर सपूतों को समर्पित किया जिन्होंने लगभग 60 दिनों तक चलें युद्ध के पश्चात अपने अदम्य साहस एवं शौर्य का परिचय देते हुये 26 जुलाई,1999 को कारगिल की दुर्गम चोटियों से पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ कर अपनी जीत का परचम फहराया था। हजारों फीट की ऊंचाई पर लड़ें गयें इस युद्ध में भारतीय सेना को अपने 527 जवानों की शहादत देनी पड़ीं थी। देश उन शहीदों के कर्ज को कभी भूल नहीं सकता।
धर्मेंद्र सोनकर ने आगे बताया कि आज इस देश का दुर्भाग्य नहीँ तो और क्या हैं कि उसी कारगिल युद्ध में देश के सम्मान को बचाने वाले जवान के पत्नी की मणिपुर में सड़कों पर नग्न परेड करवाई जाती हैं, उनका बलात्कार किया जाता हैं और भाजपा की डबल इंजन की सरकार 77 दिनों तक खामोश बैठकर, कारगिल के योद्धा की पत्नी के साथ हुये तमाशे को देखती हैं। मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारा देश मानचित्र पर मौजूद महज़ एक नक्शा नहीं हैं, एक तयशुदा सीमा के भीतर केवल जमीन का एक टुकड़ा या केवल पहाड़ या नदिया नहीं हैं। अगर देश के प्रति हमारे कर्तव्य हैं तो इस देश के अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले, हमारे शहीदों के प्रति भी इस देश की सरकार की भी कुछ जिम्मेदारी बनती हैं।
बब्लू झा ने कहा की 14 फरवरी,2019 को पुलवामा में 78 बसों में ले जाये जा रहें 2500 जवानों पर आतंकी हमला होता हैं और हमारे 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो जातें हैं पर हमारी सरकार आज तक यह नहीं बता पाई कि विस्फोट में 300 किलो आरडीएक्स कहां से और कैसे आया था ?? हमारे जवानों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से उन्हें एयरक्राफ्ट क्यों नहीं मुहैया कराया गया था ??
क्या हमारे शहीद हुयें जवानों के परिवारों को यह हक नहीं कि उन्हें इंसाफ मिलें ??
8 जनवरी, 2013 को भारतीय सैनिक हेमराज की हत्या कर उसका सर काटकर पाकिस्तानी ले गयें थे। एक सर के बदलें दस सर लाने वालें, सत्ता में आते ही शहीद हेमराज को भूल गयें। भाजपा शहीदों से किये गये तमाम वादों को भूल गई, यहां तक की शहीद हेमराज की विधवा पत्नी और बच्चों से उनका सरकारी आवास तक छीन लिया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से नगर अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनकर, जिला उपाध्यक्ष बब्लू झा, अमित दुबे, शशि भूषण प्रसाद,जिला सचिव रईस रिजवी छब्बन, अशरफ चिंटु, अजितेष उज्जैन, राजा सिंह राजपुर, गोविंद,लकी शर्मा प्रिंस, कमलेश्वर जल,चंदन यादव अमित रॉय, हेमंत रॉय जावेद,अमन रजक टीपू सुलतान,बिट्टु शर्मा मुकेश प्रसाद,रतन सोनकर के अलावा सैकड़ों अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।