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सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के मुकेश मित्तल उपाध्यक्ष. जनसंपर्क एवं कल्याण ने नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्ली को पत्र लिखकर भारतवर्ष में महिलाओं के लिये बाजारों और राजमार्गों में पिंक टॉयलेट के निर्माण के संबंध में आग्रह किया है

सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के मुकेश मित्तल
उपाध्यक्ष. जनसंपर्क एवं कल्याण ने नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री
भारत सरकार नई दिल्ली को पत्र लिखकर भारतवर्ष में महिलाओं के लिये बाजारों और राजमार्गों में पिंक टॉयलेट के निर्माण के संबंध में आग्रह किया है

जमशेदपुर – महिलाओं को सशक्त बनाने की दृष्टि से सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के द्वारा 8 मार्च 2022 को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज से महिलाओं के लिये पिंक टॉयलेट निर्माण करने की अभियान की शुरुवात की गई
पिंक टॉयलेट विशेष रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुये डिजाईन किये गये हैं। ऐसे पिंक टॉयलेट अनिवार्य रूप से (1) सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन (2) उचित निपटान सुविधाएँ ;(3) स्तनपान की सुविधा, (4) महिला जनशक्ति द्वारा विशेष रूप से मैनिंग के प्रावधानों के साथ आवश्यक हैं।
महिलायें अपने प्राकृतिक स्वभाव से हमेशा अपने घरों में पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करती हैं, लेकिन जाहिर है कि वे हमेशा अपने घर की चार दीवारों तक सीमित नहीं रह सकती हैं। उन्हें विभिन्न कारणों से बाहर जाना पड़ता है। लेकिन प्रसाधन के लिये उन्हें आवश्यक रूप से किसी सुरक्षित और स्वच्छ स्थान की आवश्कता होती है। प्रायः यह देखा गया है कि बाजार में आने वाली अधिकांश महिलायें, बाजार में आसपास स्वच्छ और सुरक्षित शौचालय के अभाव में कम पानी का सेवन करती हैं ताकि बार-बार प्रसाधन की समस्या से बच सकें, जो उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं और अंततः वे कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हो जाती हैं। हमारी पहल का यही कारण है कि महिलाओं के लिये विशेष रूप से बाजारों और राजमार्गों में पिंक टॉयलेट का निर्माण हो और इसी संदर्भ में पिंक टॉयलेट की अवधारणा की कल्पना की गई है।
स्वच्छ भारत अभियान की पहल को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से और महिलाओं के अत्यधिक सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए यह दृढ़ता से महसूस किया जाता है कि महिलाओं के लिए पूरे भारतवर्ष में पिंक टॉयलेट की अवधारणा पर प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा संबंधित मंत्रालय के साथ विचार विमर्श किया जा सकता है। जब भी इसे सच्ची भावना से लागू किया जाएगा, यह महिलाओं को अत्यधिक सशक्त बनाने की दिशा में भारत के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा।
श्री मित्तल ने पत्र में कहा है कि हमें उम्मीद ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास भी है कि आपके उदार हस्तक्षेप से हमारे इस नेक सुझाव पर अमल किया जाएगा और इस अनूठी योजना को पूरे भारतवर्ष में सफल बनाने के लिए जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएँगी।