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साकची अग्रसेन भवन में पांच को सजेगा महासर माता का दरबार: अशोक भालोटिया

साकची अग्रसेन भवन में पांच को सजेगा महासर माता का दरबार: अशोक भालोटिया

जमशेदपुर : कोल्हान प्रमंडल में पहली बार कुलदेवी महासर माता का प्रथम कीर्तन उत्सव आगामी पांच सितम्बर सोमवार नवमी को साकची श्री अग्रसेन भवन में आयोजित होने जा रहा हैं कीर्तन उत्सव संध्या 5 बजे से शुभारंभ होगा, जिसमें कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिला से श्रद्धालु बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। इसका आयोजन श्री महासर माता परिवार जमशेदपुर कोल्हान प्रमंडल द्वारा किया जा रहा हैं। इस संबंध में आज साकची ठाकुरबाड़ी रोड़ स्थित श्रीमहालक्षमी दादी मंदिर में संस्था से जुड़े आयोजकों ने बताया कि महासर धाम के पुजारी संजय गुरुजी के सानिध्य में विधिवत रूप से पूजा-अर्चना होगी एवं दिव्य अखंड ज्योत प्रज्वलित की जाएगी। अनुष्ठान में देवी का अलौकिक श्रृंगार कोलकाता के कारीगरों द्वारा किया जाएगा जो आकर्षण का केंद्र होगा। साथ ही आमंत्रित कलाकार कोलकाता से विकास कपूर, निशा सोनी समेत स्थानीय भजन गायक राहुल गुलाटी माता के चरणों में भजनों की अमृत वर्षा करेंगे। कार्यक्रम में छप्पन भोग, इत्र वर्षा एवं भंडारे (प्रसाद) की व्यवस्था भी सभी भक्तों के लिए रहेगी। आयोजकों ने बताया की कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के कई शहरों जैसे हैदराबाद, कोलकाता, बराकर, रांची,‌ इत्यादि से भी भक्त आयेंगें। आयोजकों ने धर्म प्रेमी बंधुओं को भजन संध्या में सादर आमंत्रित किया है। महासर धाम के पुजारी संजय गुरूजी के आने-जाने, ठहरने एवं भोजन आदि की व्यवस्था की जिम्मेदारी साकची बाजार निवासी प्रमोद भालोटिया सपरिवार संभालेगें आज के संवाददाता सम्मेलन में मुख्य रूप से दीपक भालोटिया, राजेश पसारी, अशोक भालोटिया, प्रदीप मित्तल, गोविंद अग्रवाल, प्रमोद भालोटिया, गजानंद भालोटिया, आनंत मोहनका, संगीता मित्तल, नैना मित्तल, नमिता मित्तल, कुसुम पसारी, पुष्पा भालोटिया आदि मौजूद थे। जानकारी हो कि महासर माता मंदिर जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ से लगभग 20 किलोमीटर दूर अटेली कनीना मार्ग पर अवस्थित महासर गांव में है जो लगभग एक हजार साल पुराना हैं। मां दुर्गा का यह मंदिर लाखों भक्तों की आस्था का केन्द्र तो है ही साथ ही महेन्द्रगढ़ जिले एवं उसके आसपास के लोग माता कीे कुल देवी के रूप में पूजा करते हैं। नवजात शिशुओं के प्रथम बार बाल यहीं उतारे जाते है वहीं नवविवाहित युगल यहां पहुंचकर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह दुर्गा मां की सिद्ध एवं जागृत शक्तिपीठ है।