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साहिबगंज में गंगा किनारे बसे लोगों को सता रहा कटाव का डर खतरे में चानन गांव

साहिबगंज में गंगा किनारे बसे लोगों को सता रहा कटाव का डर खतरे में चानन गांव

साहिबगंज के लोग गंगा के कटाव से सहमे हुए हैं.अब तक गंगा में पच्चीस से तीस बीघा खेत समा चुके हैं. अगर आने वाले दिनों में कटाव कम नहीं हुआ तो गंगा के नजदीक चानन गांव पूरी तरह से गंगा में समा जाएगा. इससे करीब तीन हजार की आबादी प्रभावित होगी.
साहिबगंज: गंगा के किनारे बसे साहिबगंज के ग्रामीण अब गंगा के कटाव से लोग डरे हुए हैं नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर चौबीस के चानन गांव में स्कूल के नजदीक गंगा में कटाव शुरू हो गया है. गंगा नदी का जलस्तर घटने के साथ यह कटाव और अधिक तेज होता जा रहा है. हवा के साथ तेज लहरें किनारे से टकरा रही हैं जिससे बड़ी बड़ी चट्टानें गंगा में समा रहीं हैं. इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.अब तक गांव में पच्चीस से तीस बीघा में लगी मक्का, बाजरा, सब्जी की खेती गंगा में समा चुकी हैं
करीब तीन हजार की आबादी गंगा कटाव की चपेट में हैं. गंगा कटाव की स्थिति को देखते हुए ऐसा लगता है कि जल्द पूरी बस्ती गंगा की चपेट में आ जाएगी. हर दिन पांच फीट से अधिक जमीन गंगा में समा रही है. जल्द इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाया नहीं गया तो चानन गांव नहीं बच पाएगा. पिछले साल बाढ़ में गंगा कटाव नहीं के बराबर हुआ था, लेकिन इस बार कटाव अधिक रफ्तार से हो रहा है. जिससे लोग घबराए हुए हैं.
पिछले साल गंगा नदी के कटाव में सात गांव चपेट में आ चुके थे. गंंगा अपने मूल स्थान से लगभग तीन किमी को छोड़कर शहर की तरफ मुड़ गयी थी. वहीं अब मानसून प्रवेश करने ही वाला है कि लोगों की नींद उड़ चुकी है. वे डर रहे हैं कि अगर कटाव हुआ तो घर गंगा की गोद में समा जाएगा. गंगा कटाव में पिछले साल मलाही टोला, ओझा टोली, धोबी टोला, हरिजन टोला, सूर्यदेव घाट, शीतल घाट सहित दर्जनों घर चपेट में आए थे.