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रजरप्पा ग्रामीणों और पुलिस की झड़प का मामला ठंडा नहीं हुआ था कि कथित पुलिसिया पिटाई से वृद्धा की मौत राजनीतिक दलों की एंट्री से फिर माहौल गरमाया

रजरप्पा ग्रामीणों और पुलिस की झड़प का मामला ठंडा नहीं हुआ था कि कथित पुलिसिया पिटाई से वृद्धा की मौत राजनीतिक दलों की एंट्री से फिर माहौल गरमाया

रामगढ़: रजरप्पा थाना क्षेत्र के बड़की पोना के पास केतारी गांव में विजयादशमी के दूसरे दिन रावण दहन कार्यक्रम को रोकने गई पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प का मामला अभी ठंडा हुआ नहीं था कि एक 71 वर्षीय वृद्धा की मौत से मामले ने तूल पकड़ लिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि बुधवार की रात पुलिसिया पिटाई से वृद्धा उमानो देवी नामक महिला की मौत हो गई है। एक ओर घटना के बाद पुलिस ने 71 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है और 26 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। 200 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज है। पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी हुई है। दूसरी ओर अब मामला और उस वक्त बिगड़ गया जब इसमें राजनीतिक दलों की एंट्री हो गई। वृद्ध महिला की मौत के बाद गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, रामगढ़ के विधायक ममता देवी और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यदुनाथ पांडे मृतक के आवास पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी लेने के बाद इसे पुलिस की क्रूरता बताया गया है।
बता दें कि विजयदशमी के बाद रावण दहन कार्यक्रम रोकने गई पुलिस पर पथराव किया गया था। जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए थे। वहीं जवाब में पुलिस ने भी लाठियां चटकाई थी। जिसमें कई ग्रामीणों के घायल होने की खबर है।
इधर वृद्धा की मौत की खबर जैसे ही गांव के लोगों को लगी। पुलिस ने अनहोनी की आशंका को देखते हुए पूरे गांव को पुलिस को मुस्तैद कर दिया है। वैसे ही रावण दहन कार्यक्रम के दौरान घटी घटना के बाद से ही गांव में सन्नाटा का माहौल कायम है। पुलिसिया कार्रवाई जारी रहने से और भी कोहराम मचा हुआ है।
रामगढ़ जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र के केतारी गांव में रावण दहन के दौरान पुलिस और ग्रामीण में हुई हिंसक झड़प के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. पुलिस की पिटाई से एक 70 साल की महिला की मौत की बात कही जा रही है.
जानकारी के अनुसार, बुधवार की देर रात 12:00 बजे के लगभग गांव के एक वृद्ध परिवार के घर में पुलिस ने तोड़फोड़ करते हुए मारपीट की है जिससे एक 70 वर्षीय महिला की मौत हो गई है.
ग्रामीणों का आरोप है बुधवार की रात उमानो देवी अपनी पोती प्रभा कुमारी घर में सोई हुई थी। इसी दौरान देर रात दरवाजे पर जोर-जोर से दस्तक देने की आवाज आने लगी और अब शब्दों का भी प्रयोग किया जा रहा था। पूछने पर अपने को एक पुलिस वाले बता रहे थे। दरवाजा नहीं खुलने पर उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया। उसके बाद घर में घुसकर उमानो देवी और उसकी पोती प्रभा कुमारी की जमकर पिटाई की गई।
इधर प्रभा कुमारी का कहना है कि उसकी दादी की पिटाई से मना करने पर पुलिसकर्मियों ने उसे भी बुरी तरह पीटा। घरेलू सामानों को भी बिखेर दिया। पुलिसिया पिटाई से दादी की मौत हो गई।
दूसरी ओर बताया जाता है कि पुलिस द्वारा जोर से दरवाजा धकलने पर दरवाजा टूट कर उमानो देवी के ऊपर गिर गया। जिससे दबकर उसकी मौत हो गई।
बहरहाल पुलिस और ग्रामीणों के बीच तनाव का माहौल है। पुलिसिया कार्रवाई से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। खौफ का माहौल है। वहीं राजनीतिक दलों की मामले में इंट्री से मामला और बिगड़ने की संभावना है। फिलहाल गांव पुलिस छावनी में तब्दील है।