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रांची के दो लाख से ज्यादा घरों में नि:शुल्क टैप वाटर कनेक्शन देने का कार्य जारी

रांची के दो लाख से ज्यादा घरों में नि:शुल्क टैप वाटर कनेक्शन देने का कार्य जारी

रांची। झारखंड के प्रत्येक शहरी नागरिक के घर तक टैप के माध्यम से पानी पहुंचे इसको लेकर झारखंड सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बेहद गंभीर और संवेदनशील है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नगर विकास एवं आवास विभाग को स्पष्ट निर्देश है कि हर व्यक्ति को स्वच्छ पानी पीने का अधिकार है, इसलिए पानी का कनेक्शन हर घर को मिलना चाहिए और वह भी निःशुल्क। हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचे और प्रत्येक घर को निःशुल्क कनेक्शन मिले इसके साथ हीं शहरी जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार हो इसको लेकर राज्य सरकार झारखंड अर्बन वाटर सप्लाई इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट चला रही है। हाल हीं में पेयजलापूर्ति योजनाओं के त्वरित गति से गुणवतायुक्त क्रियान्वयन के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग नें एशियन डेवलपमेंट बैंक के साथ 1168 करोड़ रुपया का लोन साईन किया है। राज्य सरकार शहरी क्षेत्र में पेयजल कनेक्शन को एक मुहिम की तरह चला रही है ताकि लोगों को अपने घर में शुद्ध पेयजल मिले और उन्हें पीने के पानी के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़े और न हीं इसके लिए बोरिंग पर निर्भर रहना पड़े ।
राज्य सरकार नें इसके लिए जल नीति 2020 को अधिसूचित किया है जो कि जनवरी 2021 से लागू है। इस नीति के तहत सरकार चाहे तो किसी भी आय श्रेणी के शहरी परिवार के आवासीय घर में वाटर कनेक्शन देनें के एवज में कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसी नीति के तहत राज्य सरकार ने सभी शहरी घरों में वाटर कनेक्शन नि:शुल्क कर दिया है. अगर कोई परिवार 5 किलो लीटर प्रति माह पानी का उपयोग करता है और वह गरीबी रेखा से उपर की श्रेणी में है तो भी उसका वाटर यूजर चार्ज नही लगेगा
राज्य सरकार सभी आय वर्ग के लोगों के घरों में नि:शुल्क वाटर कनेक्शन तो दे ही रही है. इसके साथ साथ बीपीएल परिवारों के लिए नि:शुल्क जलापूर्ति की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से किया गया है. अर्थात कनेक्शन के बाद गरीब परिवार को वाटर यूज़र टैक्स नहीं देना पड़ेगा.
यही वजह है कि राजधानी रांची में हीं तीन महत्वपूर्ण जलापूर्ति योजनाओं के तहत नए दो लाख दस हजार कनेक्शन का लक्ष्य रखकर तेजी से कनेक्शन देनें का काम चल रहा है । गौरतलब है कि 2011 की जनगणना के अनुसार 2,07,000 हजार घरों में कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। पर अभी भी रांची नगर निगम क्षेत्र में मात्र 1,87,000 हाउसहोल्ड हीं होल्डिंग के रुप में चिन्हित हैं,वैसे में 2 लाख दस हजार घरों में कनेक्शन के बाद कोई भी घर बगैर मीटरयुक्त कनेक्शन के नही बचेगा। ध्यान रहे कि यह सभी मीटरयुक्त कनेक्शन निःशुल्क दिए जा रहे हैं। अर्थात राजधानी रांची के किसी भी घर में वाटर कनेक्शन के लिए शुल्क नहीं लगेगा.
रांची में शहरी जलापूर्ति योजना फेज वन के तहत 1,06,935 फ्री कनेक्शन देनें का काम शुरु है।
रांची शहरी जलापूर्ति योजना फेज 2बी के तहत 38,143 फ्री कनेक्शन देनें का काम जारी है।
रांची शहरी जलापूर्ति योजना फेज 2ए के तहत 60,932 फ्री कनेक्शन देनें का काम चल रहा
राजधानी रांची की बढ़ती आबादी और जनसंख्या,बढ़ते वाटर कनेक्शन,जलापूर्ति की बढ़ती मांग को देखते हुए तीन महत्वपूर्ण योजनाओं के अंतर्गत कुल 13 इएसआर ,2 जीएलएसआर, एक वाटर ट्रिटमेंट प्लांट लगानें और कुल 1388 किमी पाइप लाइन बिछानें की योजना पर काम चल रहा है जिसमें अबतक कुल 410 किमी पाइप लाइन बिछाया जा चुका है और 5 इएसआर का निर्माण भी हो चुका है। इसी प्रकार रांची के साथ साथ प्रदेश के दूसरे बढ़े नगर निकायों में भी युद्धस्तर पर जलापूर्ति योजनाओं पर कार्य चल रहा है।
विभिन्न जलापूर्ति स्किम से निःशुल्क मिल रहे वाटर कनेक्शन नें कई परिवारों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव लाए हैं और यह कनेक्शन लोगों को बिमारियों से दूर रखनें में भी मदद कर रहे हैं। रांची के हरमू रोड स्थित किशोरगंज के पास स्थित बाल्मीकि नगर में रह रहे 120 गरीब परिवारों की जिंदगी ही बदल गयी है । उन्हें सुबह से लेकर शाम तक हरमू रोड जाकर अपने घर लोगों के लिए पीनें,नहानें और खाना बनानें के लिए पानी का इंतजाम करना पड़ता था पर राज्य सरकार की निः शुल्क वाटर कनेक्शन देनें की योजना नें उनकी जिंदगी बदल दी । जानते हैं इस बस्ती के लोग क्या कहते हैं।
बाल्मीकि नगर निवासी शिवा जेडिया कहते हैं कि उनका बचपन से लेकर अबतक का समय इसी कॉलोनी में बिता है,उन्होंने हमेशा पानी के लिए किचकिच होते देखा है कहीं भी निकलनें से पहले परिवार के लिए पानी की व्यवस्था कर के जाना होता था। हमारे जलापूर्ति के लिए लगे पाइप के लिकेज से आसपास के दुकानदार भी परेशान रहते थे और अक्सर उनका भ्ला बुरा सुनना पड़ता था। अब हमें पानी की चिंता नही रहता है जब भी सप्लाई आता है घर तक पानी पहुंचता है।

बाल्मीकि नगर के हीं अमन कुमार की मानें तो पहले पानी लेनें के लिए मशक्कत करना पड़ता था उसके बावजूद हमारे पानी में कई बार कीड़े मकोड़े मिलते थे, जबकि उस वक्त भी हमलोग पानी का बिल देते थे। अब घर में बिल्कुल साफ पानी आता है,बिमारी का खतरा भी कम हुआ है,इसके लिए हम राज्य सरकार के अभारी हैं।

वहीं राज्य सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे ने कहा है कि नगर निकायों में हर नागरिक को स्वच्छ जल मिले , यह राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है । स्वच्छ जल बुनियादी जरुरत है इसीलिए हमारी सरकार हर घर तक निःशुल्क वाटर कनेक्शन और वाटर कनेक्शन के बाद खासकर बीपीएल परिवारों के घर में निः शुल्क पेयजल उपलब्ध करा रही ह
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प्रगतिशील किसान विश्वनाथ मार्डी के सफलता की कहानी

पटमटा प्रखंड के लावा पंचायत अंतर्गत दुआरडीह गांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान विश्वनाथ मार्डी ने इंटरमीडिएट की पढाई पूरी करने के बाद व्यवसाय के रूप में खेती का चुनाव किया। इनके परिजन पूर्व में केवल धान की खेती किया करते थे जिससे साल में केवल एक फसल होने से आमदनी काफी कम होता था। इस कारण जमशेदपुर शहर में दैनिक मजूदर के रूप में भी इन्हे काम करना पड़ा । बुरे वक्त में प्रवासी मजदूर के रूप में श्री मार्डी ने बंगाल जाकर काम किया ताकि परिवार को आर्थिक रूप से कठिनाई न हो। परिवार से दूर रहने एवं खेती बाड़ी में झुकाव होने के कारण विश्वनाथ मार्डी पुनः अपने गांव की ओर लौटे और कुछ नए तरीके से खेती करने का मन बनाया । चूंकि इनकी पढाई इंटरमीडिएट तक हुई थी जिसका लाभ आधुनिक खेती करने में इनको मदद मिला जिससे आज इनका परिवार खुशहाल जीवन जी रहा है
कृषि विभाग के उद्यान प्रभाग से जुड़कर श्री मार्डी ने प्रशिक्षण का लाभ प्राप्त कर 3 एकड़ में विभिन्न सब्जी, फसलों का खेती आधुनिक तरीके से करना प्रारंभ किया। इन्हे आशातीत सफलता मिलने के उपरान्त अपने आस पास के 10 एकड़ जमीन लीज में लेकर विभिन्न सब्जी फसल यथा लौकी, टमाटर, गोभी एवं खीरा का उत्पादन करना शुरू किया। अपने ग्राम के करीब 15-20 महिला मजदूर को भी रोजगार उपलब्ध करा रहे है। श्री मार्डी अपने उत्पाद को पड़ोसी राज्य बिहार, बंगाल, ओडि़सा एवं जमशेदपुर में विक्रय करते हैं।
श्री मार्डी बताते हैं कि उनके दो बच्चे हैं जिनको अग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़ा रहे हैं। हाल के दिनों में बिरसा कृषक विश्वनाथ मार्डी ने खेती किसानी के आय से ही अपने परिवार के लिए कार भी खरीदा है। श्री मार्डी बिरसा कृषकों के लिए प्रेरणा के स्त्रोत है। कृषि विभाग के उद्यान प्रभाग से श्री मार्डी को गुणवत्तायुक्त सब्जी उत्पदान करने के लिए कीट रहित सब्जी बिचड़ा उत्पादन ईकाई अनुदान पर उपलब्ध कराया गया है। जिसमें वह स्वस्थ पौधे तैयार कर गुणवत्तायुक्त सब्जी का उत्पादन करते है। श्री विष्वनाथ मार्डी बिरसा किसान अन्य किसानों को भी झारखंड सरकार द्वारा चलाये जा रही योजनाओं से लाभ लेने हेतु जागरूक कर रहे हैं।
जिला उद्यान पदाधिकारी मिथिलेश कालिंदी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 उद्यान विकास की योजनाओं के लिए योग्य लाभुकों से आवेदन लिया जा रहा है । पूर्वी सिंहभूम जिला के बिरसा किसान उद्यान मित्र/प्रखंड तकनीकि प्रबंधक/ सहायक तकनीकि प्रबंधक / झारखंड स्टेट लाईवली हुड प्रमोशन सोसाईटी/झारखंड ट्राईबल डेवलपमेंट सोसाईटी से संपर्क कर आवेदन यथाशीध्र प्राप्त कर योजनाओं का लाभ उठायें ।
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