झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

प्रशासन के खिलाफ छह घंटे तक विधायक अंबा प्रसाद करती रही विरोध, फिर भी आरोपियों को भेजा गया जेल

प्रशासन के खिलाफ छह घंटे तक विधायक अंबा प्रसाद करती रही विरोध, फिर भी आरोपियों को भेजा गया जेल

त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के मजदूरों को पुलिस हिरासत से बचाने को लेकर बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद धरने पर बैठ गई. छह घंटे तक बस की पावदान(सीढ़ी) पर बैठकर विरोध करती रहीं. इसके बावजूद आरोपी मजदूरों को जेल भेज दिया गया.
हजारीबागः रविवार की सुबह दस बजे से शाम के चार बजे तक बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठ गई. वह बस की पावदान(सीढ़ी) पर बैठकर विरोध करती रहीं. इसके बावजूद प्रशासन ने उनकी नहीं सुनी और सभी आरोपियों को जेल भेज दिया.
व्यवहार न्यायालय के पास विधायक अंबा प्रसाद बस की सीढ़ी पर धरने पर बैठ गई. विधायक ने बताया कि जिन उन्नीस आरोपियों को गिरफ्तार किया गया हैं, उनकी गिरफ्तारी न्याय संगत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस बेवजह परेशान कर रही है. वहीं, एसपी कार्तिक एस ने कहा कि शनिवार को बड़कागांव में मजदूरों की ओर से आंदोलन किया जा रहा था. इस आंदोलन के दौरान प्रशासन पर पथराव किया गया. इसको लेकर सीईओ की ओर से प्राथमिकी दर्ज की गई. इसके बाद घटनास्थल से ही उन्नीस लोगों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि विधायक को गलत सूचना दी गई थी, अब घटना की सारी जानकारी दे दी गई है. इसके बाद सभी गिरफ्तार लोगों को लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा भेज दिया गया.
शनिवार को बड़कागांव में तीन सूत्री मांग को लेकर त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के मजदूर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए. इस दौरान मजदूरों की ओर से पथराव किया गया, जिसके जवाब में धरनास्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया. इसके साथ ही उन्नीस लोगों को हिरासत में लिया, जिन्हें रविवार को जेल भेज दिया गया हैं. बता दें कि एनटीपीसी के अधीन काम कर रहे त्रिवेणी सैनिक माइंनिंग प्राइवेट लिमिटेड के मजदूर बोनस, बकाये मानदेय का भुगतान और कार्य से हटाए गए मजदूरों की वापसी की मांग कर रहे थे.