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प्रखंड विकास पदाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी धालभूगढ़ शालिनी खलखो के द्वारा धालभूगढ़ प्रखंड में 45 राहत केंद्र बनाया गया

कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय के निर्देशानुसार यास तूफान के मद्देनजर मानगो नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता हेतु आज सुबह से प्रचार-प्रसार किए जा रहे है एवं कई लोगों को रेस्क्यू किया गया है एवं मानगो नगर निगम द्वारा बनाए गए अस्थाई शेल्टर होम में पहुंचाए गए हैं।
खास करके दलमा पहाड़ से सटे हुए कुछ क्षेत्र, नदी किनारे एवं निचले क्षेत्र में रहने वाले जहां जलजमाव होते हैं उन सभी स्थानों में जाकर कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मियों के द्वारा लोगों को अलर्ट किया गया।
तथा मानगो नगर निगम द्वारा बनाए गए शेल्टर होम के बारे में जानकारी दी गई।
रेस्क्यू किए गए कुछ बच्चों, महिला एवं पुरुषों को गुड़ चूड़ा उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस अवसर पर कार्यालय के निर्मल कुमार, जितेंद्र कुमार,निशांत कुमार, दिनेश्वर यादव, नंदू कुमार ,देवेश कुमार विनोद, रवि आदि उपस्थित थे।
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*दक्षिण बागबेड़ा पंचायत में यास चक्रवात तूफान को लेकर कच्चा राशन और राहत सामग्री की व्यवस्था की गई । *
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राज्य सरकार के पास अबतक टीके की कुल खुराक की उपलब्धता के अनुसार, वैक्सीन का अपव्यय अनुपात केवल 4.65 प्रतिशत है। तकनीकी कठिनाइयों के कारण टीकाकरण डेटा को केंद्रीय को-विन सर्वर पर पूरी तरह से अपडेट नहीं किया जा सका। इसका अपडेशन प्रक्रिया में है। राज्य सरकार द्वारा जिलों को 48.63 लाख टीके की आपूर्ति की गई है। जिलों द्वारा अबतक 42.07 लाख टीकों का उपयोग किया गया है। जिलों में कुल टीके की कवरेज को देखें तो वह 40.12 लाख है, जबकि अपव्यय का प्रतिशत 4.63 है।
राज्य सरकार टीकों की कम से कम बर्बादी सुनिश्चित करने के लिए यथासंभव उपलब्ध वैक्सीन खुराक का अधिकतम उपयोग करने का प्रयास कर रही है। राज्य के सुदूरवर्ती और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण जागरूकता अभियान के साथ इसे और कम करने का प्रयास किया जा रहा है।
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*प्रखंड विकास पदाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी धालभूगढ़ शालिनी खलखो के द्वारा धालभूगढ़ प्रखंड में 45 राहत केंद्र बनाया गया।*

यास चक्रवात जो बंगाल की खाड़ी से उठ रही है वह धालभूमगढ़ प्रखंड में होने की प्रबल संभावना को देखते हुए इससे संबंधित व्यापक व्यवस्थाएं करने का निर्णय लिया गया धालभूमगढ़ प्रखंड में यास चक्रवात के बचाव हेतु प्रखंड अंतर्गत 45 राहत केंद्र बनाए गए हैं जिसमें सभी आश्रितों के लिए बेड की सुविधा से लेकर बिजली, जनरेटर ,खाना इत्यादि की व्यवस्था की गई है ।
आज लगभग 600 आश्रितों के द्वारा भोजन किया गया जिला प्रशासन के आदेशनुसार इस तूफान के खत्म होने तक उन सब आश्रितों को यहां राहत केंद्र में रखा जाएगा एवं इन सभी का निरंतर देख रेख में प्रखंड विकास पदाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी शालिनी खलखो के द्वारा किया जा रहा है, ताकि इस आपदा की घड़ी में यास चक्रवात से सभी धालभूमगढ़ वासी सुरक्षित रखा जा सके।
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