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प्रखंड अन्तर्गत कुल 34 राहत केंद्र बनाया गए

प्रखंड अन्तर्गत कुल 34 राहत केंद्र बनाया गए

प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार एस अभिनव और अंचल अधिकारी राजीव कुमार द्वारा यास चक्रवात से घाटशिला प्रखंड में होने वाली क्षति की संभावना को देखते हुए इससे संबंधित व्यापक व्यवस्थाएं की गई है। प्रखंड अन्तर्गत कुल 34 शेल्टर को सभी राहत सामग्रियों से परिपूर्ण करते हुए ,चक्रवात से निपटने हेतु 25 मई को तैयार कर लिया गया । इस दौरान 22 पंचायतों के पंचायत मंडप, घाटशिला कॉलेज सहित स्कूलों को भी शेल्टर हाउस में तब्दील कर लिया गया है जिसमें सभी आश्रितों के लिए बेड की सुविधा से लेकर बिजली, जनरेटर, खाना इत्यादि की व्यवस्था की गई है । पंचायत मंडप एवम् स्कूलों में भी शेल्टर हाउस बनाया गया है। जिला प्रशासन के आदेशनुसार इस तूफान के खत्म होने तक उन सब आश्रितों को यहां राहत केंद्र में रखा जाएगा । एवं इन सभी का निरंतर देख रेख में प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार एस अभिनव एवम् अंचलाधिकारी राजीव कुमार द्वारा किया जा रहा है, ताकि इस आपदा की घड़ी में यास चक्रवात से सभी घाटशिला वासी को सुरक्षित रखा जा सके।
इस दौरान पंचायत में सभी पंचायतों के पंचायत सचिव व्यवस्था हेतु कार्यरत है, दिलीप कुमार बारीक, दुर्गा चरण को इस कार्य हेतु नोडल अधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया है। साथ ही बीपीआरओ जे पी पंडित , पंचायत सचिव भुवनेस्वर दास , पीयूष कुमार मंडल, रमेश चंद्र महतो, सुजीब बेसरा एवम् अन्य पंचायतों के पंचायत सचिव द्वारा शेल्टर हाउस में रह रहे लोगों को खाद्य सामग्री दी गई।
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जिला उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक शहरी क्षेत्र में चक्रवात तूफान ‘यास’ के प्रभाव का जायजा लेने निकले। इस दौरान उन्होंने तटीय इलाके और डूब क्षेत्र के साथ शेल्टर हाउस का निरीक्षण कर लोगों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया तथा पदाधिकारियों को हर सम्भव सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
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*जिला उपायुक्त सूरज कुमार एवं वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ एम तमिल वणन द्वारा मानगो नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत राहत शिविर केंद्रों का निरीक्षण किया गया इस दौरान नगर निगम के जलजमाव वाले क्षेत्रों, तटवर्ती क्षेत्रों का उन्होंने जायजा लिया। तटवर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोगों को समझाने का प्रयास भी किया गया जो राहत शिविर में नहीं पहुंचे थे । जिला उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक के साथ कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय भी इस दौरान मौजूद रहे । पदाधिकारियों ने कुमरूम बस्ती के आश्रय गृह में आश्रय लिए हुए लोगों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया गया । शेल्टर होम में आए हुए बच्चों, महिलाओं एवं पुरुषों के लिए नगर निगम अंतर्गत संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार भोजन वितरित किया गया। गौरतलब है कि मानगो नगर निगम अंतर्गत 9 अस्थाई शेल्टर होम/राहत शिविर केंद्र बनाये गये हैं जिसमें 500 से अधिक लोगों को शिविर में पहुंचाने हेतु बस्ती, मोहल्ले में घर घर जा कर संपर्क किया गया। कार्यपालक पदाधिकारी के निर्देशानुसार अलग अलग टीम क्षेत्रवार अपने कार्यस्थल पर डटी है। सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मचारी अपने कार्य क्षेत्र में मुस्तैद रहे जिसके फलस्वरूप नदी से सटे हुए क्षेत्रों ,जलजमाव वाले क्षेत्रों एवं तटवर्ती क्षेत्र और आसपास क्षेत्र के कच्चे , एस्बेस्टस, झुग्गी झोपड़ी और खपरैल मकान में निवासरत लोगों को राहत शिविर में पहुंचाने का प्रयास किया गया ।
माइकिंग के द्वारा मानगो नगर निगम अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने के साथ साथ कार्यालय मानगो नगर निगम द्वारा बनाए गए शेल्टर होम में आश्रय लेने संबंधी जानकारी दिए जाने का कार्य सीएमएम निर्मल कुमार एवं नगर प्रबंधक निशांत कुमार के द्वारा किया गया। कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा गठित किए गए टीम के नोडल का नंबर अखबार के माध्यम से प्रकाशित किया गया था, इन नंबरों पर कई लोगों के द्वारा संपर्क किया गया जिन्हें यास तूफान की जानकारी एवं जागरूकता के साथ राहत शिविर के बारे में जानकारी दी गई। राहत बचाव टीम में सीएमएम निर्मल कुमार, नगर प्रबंधक जितेंद्र कुमार, निशांत कुमार दिनेश्वर यादव, कनीय अभियंता नंदू कुमार, कार्यालय कर्मी रवि, विनोद आदि शामिल थे
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*चक्रवात तूफान यास को लेकर हाई अलर्ट पर रहा पूरा जिला प्रशासन, उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने शहरी क्षेत्र, उप विकास आयुक्त और एसडीएम धालभूम ने धालभूम अनुमंडल तथा एसपी सिटी, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर एवं एसडीएम घाटशिला ने घाटशिला अनुमंडल में किया कैम्प, दिन भर राहत बचाव कार्य का जायजा लेते रहे पदाधिकारी।*

उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने चक्रवात तूफान ‘यास’ के प्रभाव का जायजा लेने शहरी क्षेत्र में तटीय इलाके और डूब वाले क्षेत्र का किया दौरा, विभिन्न राहत शिविरों में भी जाकर आश्रय लिए लोगों का बढ़ाया हौसला, ‘यास’ के प्रभाव से कराया अवगत, राहत शिविर के संबंधित नोडल पदाधिकारियों को भोजन-पानी के साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त रखने के दिए निर्देश।
उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी ने 26 मई की रात और 27 मई को भी यास चक्रवात के संभावित असर को देखते हुए राहत शिविर में आए लोगों को घर नहीं जाने देने के दिए निर्देश।
जिला नियंत्रण कक्ष और नगर निकाय/प्रखंड स्तरीय कंट्रोल रूम में फोन कर जिलेवासियों ने बिजली व्यवस्था और सड़क अवरूद्ध होने की देते रहे जानकारी, तत्काल राहत बचाव में टीमों को लगाया जाता रहा।
26 मई रात 9 बजे तक किसी भी तरह से जानमाल का नुकसान नहीं, कुछ जगहों पर बिजली के पोल और पेड़ गिरे जिससे बिजली व्यवस्था बाधित रही तथा सड़क अवरूद्ध हुए जिसे तत्काल बहाल करने में टीमें लगी रही।
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26 मई को सुबह से पूर्वी सिंहभूम जिला में लगातार तेज हवा एवं बारिश हो रही हैं एवं चक्रवात यास का प्रभाव 27 मई को भी रहने की संभावना है। जान-माल की क्षति को रोकने के दृष्टिकोण से आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के धारा-30,33 एवं 34 में प्रदत शक्ति के आलोक में उपायुक्त- सह अध्यक्ष आपदा प्रबंधन प्राधिकार पूर्वी सिंहभूम ने पूर्व में निर्गत अपने आदेश-ज्ञापक / राo1353/ दिनांक 25.05.2021 को दिनांक 27.05.2021 के प्रात: 06•00 बजे से दिनांक 28.05.2021 के प्रात: 06•00 बजे तक विस्तारित किया है। इस अवधि में सभी तरह की दुकानें (मेडिकल दुकानों को छोड़कर एवं दूध दुकान प्रात:11:00 बजे से अपराह्न 02:00 बजे तक खुलेगी)बंद रहेगी तथा आवागमन केवल चिकित्सीय कारणों से अस्पताल जाने अथवा दवा लेने हेतु की जा सकेगी। सरकारी वाहन,राहत दल का वाहन, माल वाहक वाहन, प्रेस कर्मी के वाहन एवं औद्योगिक इकाइयों/प्रतिष्ठानों में ड्यूटी पर मौजूद कर्मियों के आवागमन हेतु प्रयोग किये गये निजी वाहनों पर यह आदेश लागू नहीं होगा।
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*नदी का जलस्तर (अपराह्न 4 बजे तक)*

125.35 मीटर @ खरकई, आदित्यपुर के पास

115.48 मीटर @ स्वर्णरेखा, मानगो
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*उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी का जिला प्रशासन की पूरी टीम के लिए संदेश*

जिला प्रशासन की पूरी टीम बहुत अच्छा कर रही है। यह संभवत: कोविड-19 के अलावा इस बड़े पैमाने का पहला संकट है जिसका हमने सामना किया है। आप सभी असाधारण रहे हैं और सामने से इसका नेतृत्व कर रहे हैं। चक्रवात का असर 26 मई की रात एवं 27 मई को भी रहेगा लेकिन राहत की बात यह है कि इसकी अनुमानित तीव्रता कम हो गई है। यह इतना घातक नहीं होगा तथा कुछ प्रखंडों को ज्यादा प्रभावित नहीं करेगा। जानमाल के नुकसान को शून्य रखने के लिए अपनी ऊर्जा के साथ कार्यक्षेत्र में डटे रहें। हम सभी शून्य हताहत के लिए प्रयास कर रहे हैं, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
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यास साइक्लोन तूफान के मद्देनजर कुछ क्षेत्रों में बिजली एवं पेयजल बाधित है। हमारी टीम लगातार व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगी हुई है। जबतक जलपूर्ति पूर्णरूप से बहाल नही हो जाती तबतक जिन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या है वहाँ वैकल्पिक व्यवस्था हेतू, (7480836526) इस नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।ज़िला प्रशासन लोगों की समस्यायों के त्वरित निराकरण को लेकर कटिबद्ध है।*

*कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय के निर्देशानुसार तटीय क्षेत्रों,नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में माइक के द्वारा लोगों को अलर्ट किया जा रहा है एवं नगर निगम के द्वारा बनाए गए शेल्टर होम/ राहत शिविर में जाने हेतु निवेदन किया जा रहा है या अपने घर में सुरक्षित रहने हेतु जानकारी दी जा रही है।