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प्रखंड स्तरीय हितधारकों का संवर्धन-2 के तहत दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ

प्रखंड स्तरीय हितधारकों का संवर्धन-2 के तहत दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ

जोखिमपूर्ण स्थिति में रहनेवाले बच्चों,अभिभावकों और अति संवेदनशील क्षेत्र का आंकलन हेतू जिला प्रशासन पूर्वी सिंहभूम, एनसीपीसीआर, द एशिया फांउडेशन एवं बाल कल्याण संघ के संयुक्त तत्वावधान में प्रखंड स्तरीय हितधारकों का उन्मुखीकरण (प्रशिक्षण) संवर्धन-2 का दो दिवसीय कार्यक्रम आज से पोटका प्रखंड सभागार में शुरू हुआ । इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ पोटका के अंचलाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी इम्तियाज अहमद ने दीप प्रज्वलित कर किया । इस मौके पर सीडीपीओ शैलवाला, बीईईओ तजिंद्र कौर एवं अनीता सिन्हा, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी वीरेंद्र पंडित समेत 17 पंचायत के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ-साथ आंगनबाड़ी सेविका उपस्थित थीं । यहां अंकलन हेतु प्रशिक्षक डॉ विजय पानी पांडेय एवं सुनील कुमार गुप्ता के द्वारा सभी बिंदुआ की जानकारी विस्तार से दिया गया । बताया गया कि कोविड-19 के महामारी का प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ा जिसका असर हमारे क्षेत्र में भी देखने को मिल रहा है । इस दौरान माता-पिता के मृत्यु के पश्चात अनेक बच्चे अनाथ हुए, तो परिवार के किसी एक अभिभावक के मृत्यु के पश्चात परिवार के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ । अनेक परिवारों का रोजगार छिन जाने के कारण बच्चों के बाल श्रम की भी परिस्थिति उत्पन्न हुई जो कि जोखिमपूर्ण स्थिति है । हमें इसका आंकलन करना है । सरकार वैसे बच्चों, अभिभावकों एवं प्रभावित क्षेत्र को लाभ दिलाने के लिए काम कर रही है कार्य मे लगाये गये कर्मी गांव-गांव मे जायेंगे एवं इसकी संपूर्ण जानकारी लेने के पश्चात उपलब्ध कराये गये प्रपत्र में सारी जानकारी देंगे इस मौके पर महिला पर्यवेक्षिका अनुराधा शर्मा, दीपिक जोजोवार, अर्चना लिंडा, दानगी सोरेन, तेजस्विनी के प्रखंड समन्वयक केडी गोस्वामी, एफसी शकुंतला भकत, सीसी कोवाली मनोरंजन सरदार, दीपक सरदार आदि उपस्थित थे ।
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झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति ने परिसदन में बैठक कर विकास योजनाओं के अधतन स्थिति की समीक्षा की

झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति विधायक दीपक बिरूआ सदस्य विधायक लंबोदर महतो ने परिसदन में जिले के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में विभिन्न विभागों द्वारा क्रियान्वित योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में जिले के विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदनों के आलोक में संबंधित विभाग के तहत पिछले तीन वर्षों के दौरान क्रियान्वित विविध योजनाओं की गहन समीक्षा की गई। मौके पर योजनाओं के प्राक्कलन एवं खर्च का ब्योरा, उपयोगिता प्रमाण पत्र सहित अन्य बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर समिति के सभापति दीपक बिरूवा एवं सदस्य लंबोदर महतो ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए ।
प्राक्कलन समिति द्वारा रविवार 26 सितंबर को जिले में क्रियान्वित कुछ योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण भी किया जाएगा । समिति द्वारा उप विकास आयुक्त, अपर उपायुक्त एवं निदेशक एनईपी के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन किया गया है जो जिले में क्रियान्वित योजनाओं एवं पूर्ण योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण कर समिति को प्रगति प्रतिवेदन सौंपेगी ।
बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, निदेशक डीआरडीए, निदेशक एनईपी, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल, भवन, पथ प्रमंडल, विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, श्रम अधीक्षक, नगर निकाय के पदाधिकारी सहित जिला के विभिन्न विभाग के पदाधिकारी शामिल थे।
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बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा केसीसी ऋण वितरण शिविर का आयोजन डुमरिया प्रखंड के पलाशवनी पंचायत भवन और भागाबन्दी के बैंक शाखा भवन में किया गया। शिविर में कुल 326 किसानों को बीच कुल 1.63 करोड़ (1,63,00000) का लोन स्वीकृत कर डाकुमेन्टेशन हुआ। साथ ही शिविर मे आये 432 लोगों (किसानो) को प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना और जीवन ज्योति बीमा योजना से भी जोड़ा जिसके तहत 12 रूपये और 330 रु के सालाना बीमा प्रीमियम पर दो – दो लाख कुल चार लाख का जीवन बीमा कवर प्राप्त होगा।
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सिविल सर्जन कार्यालय सभागार में एक दिवसीय ‘मेरा अस्पताल ”पोर्टल का कार्यशाला जिला सिविल सर्जन के अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिला क्वालिटी एसयूरेन्स टीम के द्वारा विस्तार से इस पोर्टल के बारे में बताया गया की इस पोर्टल के प्रयोग से स्वास्थ्य केंद्र में आये हुये मरीजों से फीडबैक प्राप्त होगा एवम मरीज सेवाओं से कितने संतुष्ट हुए यह पता चल पायेगा। सभी स्वास्थ्य केंद्रों से मरीजों का डाटा और मोबाईल नंबर इस पोर्टल पर प्रतिदिन संघारित किया जायेगा तत्पश्चात केंद्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के मेरा अस्पताल फीडबैक शाखा के द्वारा कुछ मरीजो को फोन कॉल कर स्वास्थ्य केंद्र के बारे में विस्तार से फीडबैक लिया जायेगा जिसमें प्रमुख रूप से डॉक्टर का मरीज के साथ व्यवहार, स्वास्थ्य कर्मियों का मरीज के साथ व्यवहार, उपचार में लागत, किसी प्रकार का अतिरिक्त पैसा लगना,जैसे प्रश्न पूछे जाते हैं और उसी के आधार पर उस स्वास्थ्य केंद्र का प्रतिमाह संतुष्ट एवम असंतुष्ट मरीजों का प्रतिशत निकाला जाता है जिसके आधार पर स्वास्थ्य केंद्रों में होने वाले कमियों को सुधार किया जा सकता है । इस मौके पर सिविल सर्जन के द्वारा यह निर्देश दिया गया की अगले सप्ताह से इसे सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में लागू किया जाये एवम मासिक बैठक में इस पर चर्चा कि जाये, एवम अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी गुणवत्ता कोषांग डॉ०साहिर पाल ने बताया कि मरीजों के साथ डॉक्टरों एवम कर्मियों का अच्छे व्यवहार से स्वास्थ्य संस्थानों को अच्छे फीडबैक भी मिलेंगे और संस्थानों को अन्य क्वालिटी सर्टिफिकेट लेने में भी इसका लाभ मिलेगा । जिला आर०सी०एच पदाधिकारी डॉ० जुझार मांझी के द्वारा सभी कर्मियों को इस पोर्टल से लाभ लेकर संस्थान में सुधार करने हेतु आग्रह किया गया । इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के सामुदायिक केंद्रों के प्रोग्राम मैनेजर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, एवम कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के सभी सदस्य, शहरी प्रबंधन इकाई के सभी सदस्य विनय कुमार, सुबोध चौधरी, दिलीप कुमार, हाकिम प्रधान, मनीष कुमार, राजेश कुमार, सुमन कुमार मंडल, सरिता कुमारी, प्रदीप कुमार,मयंक सिंह,अनामिका सिंह,अभय कुमार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे
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