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पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

पिठोरिया थाना क्षेत्र निवासी शिवदास वर्मा को पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर 30 लाख 70 हजार की ठगी करने के मुख्य आरोपी निवेश कुमार उर्फ निवेश पोद्दार को गिरफ्तार कर लिया गया है. निवेश कुमार पर और भी थानों में ठगी का मामला दर्ज है. आरोपी प्रोजेक्ट भवन में नीति सलाहकार होने का झांसा देकर ठगी करता था.
रांची: राजधानी रांची के पिठोरिया थाना क्षेत्र निवासी शिवदास वर्मा से पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर 30 लाख 70 हजार की ठगी करने के मुख्य आरोपी निवेश कुमार उर्फ निवेश पोद्दार को पिठोरिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ठगी का मुख्य आरोपी खुद को प्रोजेक्ट भवन में नीति सलाहकार का अधिकारी बताता है. पिठोरिया पुलिस और धुर्वा पुलिस ने आरोपी के घर में संयुक्त छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तार आरोपी निवेश कुमार उर्फ निवेश पोद्दार से रांची के विभिन्न थानों में पूछताछ की जा रही है. निवेश कुमार पर और भी थानों में ठगी के मामला दर्ज हैे. पिठोरिया निवासी शिवदास वर्मा की एफआईआर के अनुसार 3 लोगों को ठगी का आरोपी बनाया गया है. इसमें पिठोरिया पुलिस ने राजेश साहू नाम के व्यक्ति को पूर्व में ही जेल भेज दिया . इस ठगी में मुख्य आरोपी निवेश कुमार फरार था, जिसे रविवार देर शाम धुर्वा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया.
पीड़ित शिवदास वर्मा के अनुसार, विगत वर्ष 2 मई 2019 को निवेश कुमार पिता सुभाष कुमार आदर्श नगर एच 15 धुर्वा थाना से उनकी मुलाकात प्रोजेक्ट भवन धुर्वा में पिठोरिया निवासी रूपेश स्वर्णकार और राजेश साहू ने कराई थी. मुलाकात के दौरान निवेश कुमार ने बोला कि वह यहां प्रोजेक्ट भवन में नीति सलाहकार के पद पर कार्यरत है.
पेट्रोल पंप खोलना है तो वह भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड का पेट्रोल पंप दिलवा सकते हैं. उसी दिन प्रोजेक्ट भवन में ही एक आवेदन पेट्रोल पंप स्थापित के संबंध में लिखवा कर लिया गया. इसके बाद फोन से संपर्क कर मुलाकात करने लगा.
इसके साथ एक दूसरा व्यक्ति भी था, जिसे वह भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड का रीजनल मैनेजर बोलता था. उसकी बातों पर विश्वास करके नोजल, टंकी, डीजल, पेट्रोल एवं अन्य खर्च के नाम से 21/5/2019 से लेकर 9 /9/2019 तक 30 लाख 70 हजार नकद निवेश कुमार को दिया.
इस बात के गवाह रूपेश स्वर्णकार और राजेश साहू भी हैं. इसके बाद उन्हें निवेश कुमार पर शक होने लगा, जिसके बाद शिवदास पैसे लौटाने की जिद करने लगा. 24-12-2019 को रूपेश स्वर्णकार ने 5 लाख का भुगतान किया. इसके बाद से वह फरार हो गया.