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पच्चीस वर्षों से पार्टी का झंडा ढ़ोने वाले बीमार कार्यकर्ता को भूल गई सत्तारूढ़ झामुमो मदद को आगे आयें भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी

कोलकाता के मेडिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती हैं साहेबगंज जेएमएम के प्रवक्ता मोहम्मद सलीम अंसारी

भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने दलगत राजनीतिक बंदिशों को तोड़कर मानवीय संवेदना की नई मिशाल प्रस्तुत किया है। उन्होंने शुक्रवार को कोलकाता के मेडिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में गंभीर बीमारी से ग्रस्त साहेबगंज के झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के जिला प्रवक्ता मोहम्मद सलीम के समुचित ईलाज के लिए वित्तीय सहयोग मुहैया कराया है। कुणाल षाड़ंगी की यह कवायद सोशल मीडिया और झामुमो कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय है। लोग इसकी जमकर सराहना कर रहे हैं वहीं पुराने पार्टी नेता की उपेक्षा से सत्तारूढ़ पार्टी जेएमएम के कार्यकर्ता अपनी पार्टी के विधायक, मंत्री और आला नेताओं की जमकर आलोचना कर रहे हैं। इस मामले में साहेबगंज जेएमएम के प्रवक्ता मोहम्मद सलीम अंसारी के पुत्र मोहम्मद इजाज अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित पार्टी के मंत्री, विधायकों और आला नेताओं को टैग करते हुए अपने पिता के समुचित ईलाज के आशय में सहयोग का आग्रह किया था। दो दिनों तक किसी भी बड़े नेता ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दिया। इससे उपेक्षित महसूस करते हुए साहेबगंज जेएमएम प्रवक्ता के पुत्र मोहम्मद इजाज अंसारी ने मन की पीड़ा ज़ाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि अब उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा से शर्म आती है। उन्होंने लिखा कि पिताजी बीते पच्चीस वर्षों से बाबा दिशोम गुरु के समय से झामुमो पार्टी को मजबूत करने में योगदान दिये है। उन्होंने ज़मीनी नेता और झारखंड आंदोलनकारी नेता के रूप में पार्टी का झंडा ढ़ोया। आज वह गंभीर रूप से बीमार हैं और कोलकाता के मेडिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती हैं। दुःख है कि मुश्किल समय पर पार्टी का कोई नेता या विधायक मदद तो दूर की बात दिल से पूछ तक नहीं रहा है। आगे लिखा कि पापा ने झामुमो को मजबूत बनाने में जीवन का महत्वपूर्ण समय न्योछावर कर दिया लेकिन बदले में सत्ता पार्टी से कोई मदद नहीं मिल रही है। मोहम्मद इजाज अंसारी ने अपने पिता के इलाज में मदद माँगते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधायक सीता सोरेन को लिखा कि यदि आपके दिल में इंसानियत जिंदा हो तो कृपया मेरे पापा के ईलाज में मदद करें इस ट्वीट ने झामुमो के भीतरखाने में एक हलचल मचा दिया है। वहीं सोशल मीडिया पर भी कई ट्विटर यूज़र्स ने जेएमएम नेता के इलाज को लेकर झारखंड सरकार के सीएम समेत स्वास्थ्य मंत्री एवं अन्य मंत्रियों, विधायकों से मदद करने के लिए ट्वीट किया। एक ट्वीटर यूज़र भवप्रीत नंदा ने इस मामले में झामुमो से विधायक रहें और वर्तमान में प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से मदद का आग्रह किया। भाजपा प्रवक्ता श्री षाड़ंगी ने मामले में संवेदनशीलता का परिचय देते हुए तुरंत संज्ञान में लिया। वहीं अपने नज़दीकी मित्रों के मदद से कोलकाता के मेडिका अस्पताल में झामुमो नेता मोहम्मद सलीम अंसारी के परिजनों के हाथों में वित्तीय मदद पहुँचाया। मदद की पुष्टि वीडियो और ट्विटर पोस्ट के माध्यम से जेएमएम नेता के परिजनों ने भी किया है। परिजनों ने भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी के इस मानवीय संवेदना और दलगत बंधन से ऊपर उठकर मदद पहुँचाने की कवायद की प्रशंसा करते हुए कृतज्ञता ज़ाहिर किया है। मेडिका में इलाजरत मोहम्मद सलीम अंसारी को बेहतर ईलाज के लिए काफ़ी मदद की आवश्यकता है। कुणाल षाड़ंगी ने झारखंड सरकार एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस मामले में संवेदनशीलता से पहल करने का आग्रह किया है। मालूम हो कि ट्वीट करने वाले मोहम्मद इजाज अंसारी बोरियो विधानसभा स्तरीय कमिटी में जेएमएम के सोशल मीडिया इंचार्ज के महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पर हैं। किसी भी दल के ज़मीनी कार्यकर्ताओं की सत्तारूढ़ पार्टी के स्तर से अनदेखी और उपेक्षा कितना तकलीफ़ देती है यह मामला इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने मोहम्मद सलीम अंसारी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।