नहीं रहे मशहूर फिल्म एडिटर वामन भोसले
बॉलीवुड के मशहूर फिल्म एडिटर वामन भोसले का निधन हो गया है। पिछले कई माह से बीमार चल रहे 89 वर्षीय वामन भोसले ने मुम्बई में गोरेगांव स्थित अपने घर में 26 अप्रैल को सुबह 4 बजे आखिरी सांस ली। 1969 में प्रदर्शित राज खोसला निर्देशित ‘दो रास्ते’ बतौर एडिटर वामन का पहला बड़ा हिट प्रोजेक्ट था, जिसकी खूब सराहना हुई थी। वैसे वामन भोसले गोवा के रहने वाले थे। अपनी बेसिक शिक्षा पूरी कर 1952 में वे मुंबई आ गए थे। यहां उन्होंने एडिटर डी एन पाई की सानिध्य में ‘बॉम्बे टॉकीज’ में एडिटिंग की ट्रेनिंग ली और फिर 12 साल तक फिल्मिस्तान स्टूडियो में बतौर असिस्टेंट एडिटर काम किया था। 1977 में रिलीज हुई फिल्म ‘इनकार ‘ के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ एडिटर के राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया था। 1992 में रिलीज हुई दिलीप कुमार, राजकुमार, मनीषा कोइराला और विवेक मुश्रान स्टारर और सुभाष घई के निर्देशन में बनी ‘सौदागर’ के लिए वामन भोसले को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था।
वामन भोसले ने राज खोसला के अलावा गुलजार, सुभाष घई, शेखर कपूर, रवि टंडन, महेश भट्ट, राज एन सिप्पी, अनिल गांगुली, सुनील दत्त, विक्रम भट्ट और के विश्वनाथ जैसे कई डायरेक्टर्स के साथ काम किया। उनके द्वारा एडिट की गईं सुपरहिट फिल्मों में ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘दो रास्ते’, ‘इनकार’, ‘दोस्ताना’, ‘गुलाम’, ‘अग्निपथ’, ‘हीरो’, ‘कर्ज’, ‘कालीचरण’, ‘राम लखन’, ‘त्रिमूर्ति’, ‘खलनायक’ और ‘सौदागर’ शामिल हैं।
संवाद प्रेषक : काली दास पाण्डेय
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