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कार्तिक बाबू का त्याग और समर्पण प्रेरणा का स्त्रोत है : विजय शर्मा

कार्तिक बाबू का त्याग और समर्पण प्रेरणा का स्त्रोत है : विजय शर्मा

जमशेदपुर-:राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड जमशेदपुर शाखा के सहयोग से अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद ने पंखराज स्व. कार्तिक उरांव की 97 वीं जयंती समारोह सह आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन बिरसानगर, उरांव समाज समिति भवन में आयोजन किया गया.इस मौके पर 70 सफल छात्र-छात्राओं और दस नए उद्यमियों को सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि के रुप में राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम, जमशेदपुर शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक विजय कुमार शर्मा और अधिकारी मो. जीशान, विशिष्ट अतिथि झारखंड पुलिस एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष, समाजसेवी जयपाल सिरका, ट्राईबल इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के राष्ट्रीय महासचिव बसंत तिर्की, झारखंड चैप्टर के कोषाध्यक्ष विवेक मिज मौजूद थे. अतिथियों ने स्व. कार्तिक उरांव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.
परिषद के जिला अध्यक्ष डॉ  बिंदु पाहन ने कार्तिक उरांव की उपलब्धियां वर्तमान छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है. उन्होंने किस तरह से ग्रामीण परिवेश के बावजूद लंदन तक का सफर तय करते हुए देश के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा केंद्र हिंकले प्वाइंट के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाई थी. डॉ पाहन ने कहा कि कार्तिक उरांव भारत वापस आकर आदिवासियों के चहेते और सच्चे नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई थी.
मुख्य अतिथि विजय कुमार शर्मा ने कहा कि समाज के प्रति  कार्तिक बाबू के त्याग और समर्पण प्रेरणा स्त्रोत है.  आज आदिवासी समाज तेजी से शिक्षित हो रहा है परंतु शिक्षित होने के साथ-साथ आर्थिक संपन्नता भी जरूरी है. आज आदिवासियों की जनसंख्या में कमी दिखना आर्थिक संपन्नता का अभाव भी इसका कारण है. बदलते समय के साथ आदिवासी समाज के युवक-युवती भी प्रत्येक क्षेत्रों में अपना परचम लहरा रहे हैं . उद्योग-व्यापार के क्षेत्र में भी आदिवासी युवा तेजी से अग्रसर हो रहे हैं. आदिवासी महिलाएं भी उद्यमिता के क्षेत्र में तेजी से आ रही हैं.
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से बुधराम खलखो, राजू तिर्की, राजन खलखो, अभय कुमार, बबलू लकड़ा, राकेश उरांव, सुखराम टूडू, राज मार्शल  मारड़ी, सुरेश बीरूवा, जगदीश गोप, सरजू टोप्पो, एंडरसन दास, अनूप टोप्पो, कर्मा टोप्पो आदि मौजूद थे.