झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

ज्वेलरी दुकान में लूट के चार आरोपी गिरफ्तार, बिहार-झारखंड में कई घटनाओं को दिया था अंजाम

पलामू में पुलिस ने मुरारी ज्वेलर्स दुकान में लाखों की लूट मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 2.87 लाख नगद, चांदी का सिल्ली और लूट में इस्तेमाल दो बाइक को जब्त किया है. 20 सितंबर को मुरारी ज्वेलर्स में लाखों की लूट हुई थी. पलामू: जिले के मेदिनीनगर में मुरारी ज्वेलर्स दूकान में लाखों की लूट मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 2.87 लाख नगद, चांदी का सिल्ली और लूट में इस्तेमाल दो बाइक को जब्त किया है. आरोपियों में एक कोरोना पॉजिटिव है, जिसे न्यायिक निगरानी में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है, जबकि अन्य तीन आरोपियों को सेंट्रल जेल में ही क्वॉरेंटीन में रखा गया है. गिरफ्तार आरोपियों का नेटवर्क झारखंड और बिहार में फैला हुआ था.

एक साल से दूकान का किया जा रहा था रेकी पलामू एसपी संजीव कुमार ने बताया कि 20 सितंबर को मुरारी ज्वेलर्स में लाखों की लूट हुई थी, मामले में एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था, एसआईटी की टीम ने बिहार के औरंगाबाद, झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग और रांची के इलाके में छापेमारी कर अनिल राम, मोनू सोनी, राजेंद्र सोनी और गोलू सोनी को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि अनिल राम गढ़वा का रहने वाला है, सोनू और राजेंद्र चैनपुर का, जबकि गोलू सोनी बिहार के औरंगाबाद का रहने वाला है. एसपी संजीव कुमार ने बताया कि आरोपी पिछले एक साल से घटना को अंजाम देने के लिए योजना तैयार कर रहा था, घटना के दिन पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद अंजाम दिया गया है, घटना को अंजाम देने के बाद सभी अलग-अलग दिशा में भाग गए और एक जगह जमा होने के बाद लूट के माल का बंटवारा किया, उसके बाद औरंगाबाद और रांची के इलाके में बेचा गया. लूट के आरोपी बिहार के औरंगाबाद के राहुल यादव, सौरव राम, सोनू सोनी, रमेश राम, कन्हाई मिस्त्री फरार है जेल में बनी थी योजना, एसपी संजीव कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में मोनू और गोलू भाई है, दोनों ने मिल कर पलामू से बाहर ज्वेलरी दुकान खोलना चाहता था, इसलिए लूट में अहम भूमिका निभाई थी. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार गोलू जबकि फरार राहुल यादव औरंगाबाद जेल में मिले थे, वहीं से लूट की योजना तैयार की गई, रेकी की जिम्मेवारी राजेन्द्र सोनी की थी, जो अखबार बेचने का काम करता था, गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है, सभी पर बिहार के औरंगाबाद में भी ज्वेलरी दुकान में लाखों की लूट की घटना को अंजाम देने का आरोप है.छापेमारी में शामिल अधिकारी एसआईटी टीम में आईपीएस कपिल चौधरी, एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता, इंस्पेक्टर अरुण कुमार माहथा, सुनीत कुमार, सदर थाना प्रभारी राकेश रवि, एसआई प्रेमचंद हांसदा, सौरव कुमार, शशि रंजन, रमेश चंद्र दास, नकुल कुमार साह शामिल थे.