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झारखंड आरजेडी के भीतरखाने में घमासान पार्टी मीटिंग में नहीं बुलाने से दुखी प्रदेश उपाध्यक्ष

झारखंड आरजेडी के भीतरखाने में घमासान पार्टी मीटिंग में नहीं बुलाने से दुखी प्रदेश उपाध्यक्ष

राष्ट्रीय जनता दल झारखंड में जमीन मजबूत करने के लिए जोर लगा रही है. लेकिन पार्टी के पुराने नेता खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. क्योंकि उनको पार्टी मीटिंग से दूर रखा जा रहा है. इसको लेकर राजद प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने झारखण्ड वाणी संवाददाता से अपना दर्द साझा किया है.

रांचीः झारखंड आरजेडी के भीतर खाने में घमासान है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पीड़ा ऐसा से तो कुछ ऐसा ही मालूम पड़ता है. राजद को मजबूती देने के लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है, पर पार्टी उपाध्यक्ष को इसकी जानकारी तक नहीं है. इससे वे काफी दुखी हैं.

झारखंड राजद में घमासान जल्द पार्टी छोड़ेंगे राजेश यादव, चालीस वर्षों से लालू के थे करीबी राष्ट्रीय जनता दल को झारखंड में मजबूती देने को लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है. चाहे कार्यकर्ताओं को जोड़ने की बात हो या फिर कार्यकर्ता सम्मेलन की. राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर यह तमाम कार्यक्रम किए जा रहे हैं. इसी के तहत पार्टी को मजबूत करने को लेकर बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार झारखंड दौरा भी कर रहे हैं. लेकिन पार्टी में लोगों को जोड़ने के साथ पुराने लोग पार्टी से नाराज होते दिख रहे हैं. पार्टी मीटिंग से उपेक्षित आरजेडी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है.
पार्टी से नाराज चल रहे प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने पार्टी स्तरीय बैठक में नहीं बुलाए जाने को लेकर दुखी हैं. अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर काफी उथल-पुथल मचा हुआ है. आज प्रदेश कार्यालय में तमाम जिलाध्यक्षों और पार्टी के पदाधिकारी मौजूद रहे लेकिन इसकी जानकारी मुझे नहीं है. जो लोग पार्टी विरोधी कार्य करते हैं, वैसे लोगों को मंच तक में जगह दिया जाता है लेकिन जो सच्चे और निष्ठावान हैं उन्हें पार्टी में तवज्जो नहीं दिया जा रहा है. लालू यादव की विचारधारा के साथ हम लोग पार्टी से जुड़े हुए हैं लेकिन पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हो रही बैठकों की जानकारी नहीं देना निंदनीय है.प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव की नाराजगी को लेकर आरजेडी प्रधान महासचिव संजय यादव ने सफाई देते हुए गोलमोल जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बैठक सिर्फ जिला अध्यक्षों की थी, उसके बाद प्रखंड और महानगर के पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी.