झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

जहाँ लरजते प्यार के आँसू

इक जैसे दिखते हैं आँसू, लेकिन सबके भाव अलग
हर आँसू के अलग मोल पर, देते लोग सुझाव अलग

अभिनय के आँसू भी होते, और प्याज के आँसू भी
आँसू देखके निकले आँसू, करते लोग चुनाव अलग

मिलते हैं दुर्जन तो आँसू, सज्जन बिछुड़े तो आँसू
जहाँ लरजते प्यार के आँसू, होता एक खिंचाव अलग

कभी कभी हालात के कारण, आँसू पीना पड़ता है
मंचों पर निकले न आँसू, मन में करे कसाव अलग

रोते रोते सूख गए हैं, कितने आँखों के आँसू
फूटे जब आँसू के गोले, सरकारी बर्ताव अलग

होतीं कुछ आँखें भी ऐसी, जिसमें आँसू नहीं मिले
लोग भावना शून्य मिले तो, होता एक तनाव अलग

दया, प्रेम, करुणा के आँसू, सुमन उसे तू बहने दे
मगर बेबसी के आँसू का, दिल पर पड़े प्रभाव अलग

श्यामल सुमन