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होमगार्ड की मौत पर हंगामा, परिजनों को मिला मुआवजा

गिरिडीह में होमगार्ड की मौत को लेकर हंगामा हो गया. परिजनों और ग्रामीणों ने सीसीएल के ओपेनकास्ट में जमकर नारेबाजी की. इसके बाद जिला प्रशासन और सीसीएल की ओर से मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया गया.

गिरिडीह: जिले के सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के ओपेनकास्ट में प्रतिनियुक्त होमगार्ड पंचानंद महतो की मौत पर परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. परिजन और ग्रामीण शव को लेकर ओपेनकास्ट पहुंच गए. यहां पर ओपेनकास्ट के कार्यालय का घेराव किया गया. इस दौरान प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी. बाद में भाजपा नेता सह बार एसोसिएशन के सचिव चुन्नुकांत की अगुवाई में प्रशासन और प्रबंधन के साथ बैठक हुई. बैठक में मुआवजा की घोषणा की गयी और कुछ राशि दी गयी, जिसके बाद हंगामा शांत हुआ और लोग शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए निकले. हंगामा के दौरान ही ओपेनकास्ट के माइंस मैनेजर अनिल कुमार पासवान के कार्यालय में वार्ता शुरू हुई. यहां पर अंचलाधिकारी रविन्द्र कुमार सिन्हा, सीसीएल गिरिडीह के परियोजना पदाधिकारी विनोद कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर, सीसीएल के वरीय प्रबंधक कार्मिक राजीव कुमार, सुरक्षा इंचार्ज राजवर्धन, भाजपा नेता चुन्नुकान्त, विश्वनाथ वर्मा, झाकमयू समेत मृतक के परिजनों के बीच वार्ता हुई. घटों चली वार्ता में अंचलाधिकारी की ओर से मृतक के परिजनों को 20 हजार रुपया, पेंशन के अलावा सामाजिक सुरक्षा के तहत अन्य सुविधा देने की घोषणा की गयी. मौके पर 10 हजार रुपया का भुगतान किया
गया. वहीं सीसीएल ने सहयोग राशि की तरफ से 50 हजार रुपया देने की घोषणा हुई. मौके पर 25 हजार का भुगतान भी कर दिया गया, मृतक के पुत्र को केजुवल नौकरी देने की बात कही गयी. वहीं गृह रक्षा वाहनी के साथ हुये करार के अनुसार होमगार्ड की मौत पर मिलने वाले दो लाख रुपया का मुआवजा का भुगतान करवाने का भरोसा दिया गया. वार्ता के क्रम में जिला परिषद उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान और पचंबा थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह भी पहुंचे.
इस दौरान भाजपा नेता सह बार एशोसिएशन के सचिव चुन्नुकान्त ने कहा कि प्रबंधन ने सकारात्मक पहल की है. तीन मागों पर सहमति बनी है. उन्हें पूरा भरोसा है कि मांगे पूरी की जायेगी. सीसीएल की रक्षा में पंचानंद की शहादत हुई है. ऐसे में इस मामले का उदभेदन जल्द से जल्द हो इस ओर प्रशासन के साथ-साथ सीसीएल प्रबंधन को भी ध्यान देने की जरूरत है. कहा कि इसके अलावा जो वादा किया गया है. उसे भी प्रबंधन पूरा करे इसका भरोसा है. ऐसा नहीं होने पर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध होगा. विश्वनाथ वर्मा ने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों की पहचान की जाए और सख्त कार्रवाई हो. अंचलाधिकारी रविंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकारी प्रावधान के तहत मृतक के परिजनों को पारिवारिक लाभ दिया जायेगा. वहीं परियोजना पदाधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि प्रावधान और सामाजिक दायित्व के तहत सहायत की गयी है. अब इस मामले की जांच भी प्रबंधन अपनी ओर से कर रही है. सीसीएल के गार्ड को निलंबित किया गया है. वहीं अवैध कार्य में लिप्त गृह रक्षा वाहिनी के चार जवानों के खिलाफ उनके समादेष्टा को लिखा गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है
इस दौरान मुफस्सिल थाना के सअनि जितेंद्र कुमार, राधेश्याम झा, सीसीएल के अधिकारी जीएन बेले, प्रशांत कुमार, अमित, बलराम यादव, भेकलाल सुंडी, भाजपा नेता अरुण राणा आदि मौजूद थे.
बता दें कि सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के ओपेनकास्ट माइंस में प्रतिनियुक्त होमगार्ड पंचानंद महतो ( 50 वर्ष) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी थी. मृतक के शव को उसके दो साथियों ने पंचानंद के घर मघाईयाटोला (हरलिवाटांड) पहुंचा दिया था. मृत अवस्था पंचानंद को देखकर परिजन के साथ ग्रामीण आक्रोशित हो गए. इसके बाद शव को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, इसके बाद यहां से सभी ओपनकास्ट पहुंच गए. इस दौरान मृतक के रिश्तेदार ने कहा कि पंचानंद की हत्या की गई है और शव को उसके घर में फेंक दिया गया.