ग्रामसभा में प्रधान और रैयतों ने लिया फैसला, कहा- नहीं देंगे ईसीएल को एक इंच जमीन
गोड्डा जिले में ग्राम सभा में प्रधान और रैयतों ने फैसला लिया है कि ईसीएल को एक इंच जमीन नही दी जाएगी. कोयले के खनन के लिए नई जमीन की ईसीएल को तलाश है, क्योंकि उनका खनन क्षेत्र समाप्त होने वाला है.
गोड्डा: जिले के ललमटिया थाना क्षेत्र के भेरंडा में ग्रामसभा में रैयतों और प्रधानों ने कहा कि एक इंच ईसीएल को जमीन नहीं देंगे. हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. ईसीएल प्रबंधन जमीन लेने का प्रशासन के सहयोग से प्रयास कर चुकी है.
गोड्डा के ललमटिया थाना क्षेत्र के भेरंडा गांव में दर्जन भर गांव के ग्राम प्रधान और रैयतों का जुटान हुआ. जहां ग्राम सभा के माध्यम से तय हुआ कि किसी भी कीमत पर ईसीएल प्रबंधन को जमीन नहीं देंगे. मालूम हो कि कुछ दिन पहले ईसीएल प्रबंधन पुलिस प्रशासन के सहयोग से तालझारी मौजा की जमीन को खनन के लिए काटने आई थी. जिसका स्थानीय लोगों की तरफ से जमकर विरोध किया गया था.
इधर इसी के मद्देनजर ग्रामसभा भेरंडा में हुई. जिसमें यह तय हुआ कि ईसीएल राजमहल परियोजना को जमीन नहीं देंगे. उनका कहना था पूर्व में ईसीएल की तरफ से ली गई जमीन के बदले मुआवजा, नौकरी और पुनर्वास का मामला अब भी कई इलाकों में लटका हुआ है. ऐसे में आगे वह तय कर चुके हैं कि जमीन नहीं देंगे.
बताते चलें कि कोयले के खनन के लिए नई जमीन की ईसीएल को तलाश है, क्योंकि उनका खनन क्षेत्र समाप्त होने वाला है. ऐसे में अगर नया खनन क्षेत्र नहीं अधिगृहित किया गया तो एनटीपीसी कहलगांव और फरक्का को कोयले की आपूर्ति ठप्प हो जाएगी. यह ईसीएल प्रबंधन पहले भी कह चुकी है
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