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दाऊद इब्राहिम का सहयोगी अब्दुल माजिद जमशेदपुर से गिरफ्तार, 24 साल से था फरार

जमशेदपुर। मुंबई बम धमाकों का प्रमुख साजिशकर्ता और 24 साल से फरार अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के काम करने वाला अब्दुल माजिद को रविवार को गुजरात एटीएस ने गुप्त सूचना के आधार पर मानगो सहारा सिटी से गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार करने के बाद गुजरात पुलिस उसे अपने साथ लेकर गई। गुजरात एटीएस को माजिद के जमशेदपुर में छिपे होने की सूचना मिली, जिसके बाद गुजरात एटीएस के डीएसपी के नेतृव में दो दिन पूर्व ही गुजरात एटीएस की टीम ने जमशेदपुर के एसएसपी एम.तमिलवानन से संपर्क किया। एसएसपी के निर्देश पर मानगो थानेदार विनय कुमार को टीम के साथ छापेमारी का निर्देश दिया।

इसके बाद एटीएस ने थानेदार के साथ मिलकर मानगो थाने के निकट शनिवार शाम को ही चेकिंग शुरु कर दिया। मानगो थानेदार विनय कुमार को पता चला कि माजिद अपने सभी दस्तावेज में नाम-पता और हुलिया बदलकर घूम रहा है। इसके बाद थाने के निकट चेकिंग में फोर्ड गाडी़ से मानगो पुल से मानगो बाजार जाने के क्रम में एटीएस और जमशेदपुर पुलिस की सक्रियता से माजिद को पकडा़ गया। शनिवार शाम जिस समय वह पकडा़ गया उस समय वह ग्रे रंग के फोर्ड गाडी़ में अकेला ही था। गुजरात पुलिस को पक्की सूचना मिली थी कि वह नाम-पता और माता-पिता का नाम बदल कर एक साल से मलेशिया से आकर जमशेदपुर के मानगो के सहारा सिटी में रह रहा था।

अंडरवल्र्ड डान दाउद का करीबी माने जाने वाला अब्दुल माजिद मलेशिया में इसी नाम से जाना जाता था। वह दुबई, बैंकाक के रास्ते जमशेदपुर के मानगो पहुंचा और यहां पहुंचकर उसका नाम कमाल हो गया। मानगो के सहारा सिटी में वह कमाल नाम से रह रहा था। इस नाम का पहचान पत्र व अन्य दस्तावेज भी बना चुका है। वह फर्जी पासपोर्ट बनाने में भी माहिर हैं। उसके तार दाउद के कई गुर्गो से भी जुड़े हुए है। गुजरात एटीएस को उसकी कई वर्षो से तलाश थी। गुजरात एटीएस इसे बहुत बड़ी उपलब्धि मान रही है। ऐसा माना जा रहा है कि माजिद के पकड़ में आने के बाद दाऊद के भी कई राज अब खुल सकेंगे। माजिद विदेशों में सप्लाई करने का कार्य करता था। बताया जा रहा है कि वह दाउद को भी कई हथियार उपलब्ध करा चुका है। वह भारत में दाउद के सबसे करीबी में से एक जाना जाता है। गुजरात पुलिस को माजिद के जमशेदपुर में छिपे होने की सूचना स्थानीय एक शख्स ने ही उपलब्ध कराई है। यह शख्स पिछले छह माह से माजिद की गतिविधियों पर गतिविधियों पर नजर रख रहा था। सूचना पूरी तरह पुष्ट होने पर ही उसने गुजरात एटीएस को यह जानकारी उपलब्ध कराई। उसके बाद गुजरात एटीएस ने माजिद को पकड़ने के लिए जमशेदपुर पुलिस का सहारा लिया तथा वाहन चेकिंग को आधार बनाकर उसकी गिरफ्तारी की गई। एटीएस के समक्ष कई बातों को कबूल करने के बाद उसे गुजरात ले जाया गया।