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बहतर पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित

बहतर पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित

खूंटी में नक्सलियों के खिलाफ बेहतर कार्य करने वाले इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर को जिला पुलिस ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इन लोगों ने कई बड़े नक्सली और आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है.
खूंटी: नक्सलियों के खिलाफ बेहतर कार्य करने वाले इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर को जिला पुलिस ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. वैसे पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया है, जिन लोगों ने कम समय में कांडों का खुलासा करते हुए नक्सली और आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा.
महिला पुलिस बल और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की महिला बलों ने भी बेहतर अनुसंधान और आरोपियों की गिरफ्तारी में बेहतर भूमिका निभाई है. गणतंत्र दिवस के पूर्व बहतर पुलिस बलों को जिला पुलिस अधीक्षक ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है. अति नक्सल प्रभावित खूंटी जिले में पुलिसकर्मियों के लिए कांडों का अनुसंधान करना काफी चुनौतीपूर्ण रहा.चाहे नक्सली मामला हो मानव तस्करी सामूहिक दुष्कर्म या डायन समेत उग्रवादी गतिविधियों से जुड़ा मामले हों खूंटी पुलिस ने बड़े ही सूझबूझ से तकनीकी सेल के माध्यम से कम समय में कांडों का खुलासा किया है.
खूंटी जिले के सुदूरवर्ती और नक्सल प्रभावित बीहड़ इलाकों में लगातार हत्या, पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की घटनाएं होती रही है. ऐसे संवेदनशील इलाकों में पुलिस बलों की दिन-रात की ड्यूटी के बीच न्यायालय के मुताबिक कांडों का बिंदुवार खुलासा और आरोपियों को कानूनी प्रक्रिया के तहत युक्तिसंगत सजा दिलवाने के प्रत्येक कार्य पुलिस पदाधिकारियों और तकनीकी सेल से जुड़ी महिला पुलिसबलों ने भी बेहतर कार्य कर अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन कराया है.
दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों से ट्रैफिकिंग की शिकार नाबालिग बच्ची और युवतियों का रेस्क्यू कर महिला थाना और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने भी कई बेहतर रिकॉर्ड बनाए हैं. अंतरराज्यीय अफीम तस्कर और आपराधिक गिरोह के मामलों में भी खूंटी पुलिस ने कम समय में आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजकर जिले में बढ़ते आपराधिक रिकॉर्ड में लगातार कमी लायी है, साथ ही विभिन्न मामलों की तह तक पहुंचकर कई मामलों का बेहतर पटाक्षेप कर हत्यारे और उग्रवादियों को सजा दिलवाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. विधि व्यवस्था के लिए इंस्पेक्टर मो. शाहिद रजा, जयदीप टोप्पो, नक्सल विरोधी अभियान के लिए इंस्पेक्टर राजेश प्रसाद रजक, दिग्विजय सिंह, कार्यालय कार्यों का ससमय निष्पादन करने के लिए इंस्पेक्टर सुंकांत त्रिपाठी, अनुसंधान विंग के कार्यों का ससमय निष्पादन करने के लिए पिंकू कुमार यादव, पुअनि विक्रांत कुमार, पंकज कुमार, विक्की ठाकुर, मुन्ना सिंह, मनीष कुमार, कामेश्वर कुमार, नरसिंह मुंडा, मीरा सिंह, चूड़ामुनि टुडू, बिरजू प्रसाद और पुअनि रंजीत कुमार यादव शामिल हैं.
यही नहीं सअनि आलोक रंजन, मिथलेश जमादार, जवाहर चौधरी, रमजानुल हक, नवीन कुमार, जुमराती अंसारी, वसीम अहमद, श्यामजीत किस्कु, धर्मेंद्र कुमार, सअनि अशोक कुमार, आ/602 नरेंद्र कुमार सिंह, विदेशी शाखा के कार्यों को ससमय निष्पादन करने के लिए आ/572 रविकांत रंजन पाढ़ी सहित अन्य को सम्मानित किया गया.