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भाजमो जमशेदपुर महानगर के तत्वावधान में संपूर्ण क्रांति के पुरोधा लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि के अवसर पर मानगो जेपीसेतु स्तिथ प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया

भाजमो जमशेदपुर महानगर के तत्वावधान में संपूर्ण क्रांति के पुरोधा लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि के अवसर पर मानगो जेपीसेतु स्तिथ प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. भाजमो जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने कहा की नितिश कुमार, सरयू राय, लालू प्रसाद यादव, राम विलास पासवान सहित अन्य तत्कालीन छात्र नेताओं के आग्रह पर जय प्रकाश ने बहुचर्चित जेपी मूवमेंट का किया था नेतृत्व

भाजमो जमशेदपुर महानगर के द्वारा जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव के नेतृत्व में देश की आजादी के लिए संपूर्ण क्रांति का आगाज करने वाले वीर स्वतंत्रता सेनानी लोक नायक जय प्रकाश नारायण की पुण्यतिथि के अवसर पर मानगो जेपीसेतु स्तिथ प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इस दौरान भाजमो नेताओं ने जय प्रकाश अमर रहे के नारे लगाए और उन्हें माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण एक महान क्रांतिकारी आंदोलनकारी योद्धा थे. उन्होने देश की आजादी के लिए संपूर्ण क्रांति का आगाज किया था.आंदोलन के क्रम में उन्हें गिरफ्तार करके हजारीबाग सेंट्रल जेल लाया गया था. लेकिन जेल की बेड़िया उनके इरादों को कैद नहीं कर सकी और वे जेल की ऊंची दिवार को फांद कर पुनः जनता के स्वाधीनता आंदोलन में भूमिगत रूप से लगा गए .देश की आजादी के उपरांत उन्होंने कोई भी पद स्वीकार नहीं किया और वे विनोबा भावे के साथ भुदान आंदोलन में कुद गए इसी क्रम में देश में बढ़ते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ जब गुजरात में छात्र आंदोलन शुरू हुआ उसकी चिंगारी बिहार तक पहुँची और वहां छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले 18 मार्च 1874 को केंद्र और राज्य सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों का उग्र आंदोलन शुरू हो गया . उस समय के छात्र नेताओ में शुमार वर्तमान बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार, जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय, डा अरूण वर्मा, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, दिवंगत केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान सहित ऐसे तमाम वरिष्ठ छात्र नेताओ के आग्रह पर लोक नायक जय प्रकाश नारायण ने इस आंदोलन का नेतृत्व करना स्वीकार किया और जेपी के नेतृत्व में यह आंदोलन पुरे देश में फैला तथा दिल्ली के रामलीला मैदान में 24 जुन 1975 को एक विशाल रैली जेपी के नेतृत्व में आयोजित की गई लेकिन उस समय की निरंकुश सरकार ने देश के प्रमुख शहरों से दिल्ली आने वाले सभी वायुयान को निरस्त कर दिया तब जय प्रकाश रेल मार्ग के द्वारा दिल्ली पहुँचे और 24 तारीख की रैली अगले दिन 25 जून 1975 को दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल रैली के रूप में आयोजित हुई ।
इसके कारण तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने 25 जुन 1975 को देश में आपातकाल लगाई, उस आपातकाल में जेपी को भी जेल में डाल दिया गया जब इंदिरा गांधी ने 1977 में चुनाव की घोषणा की तब जय प्रकाश के प्रयास से विभिन्न विचारों को मानने वाले नेता जनता पार्टी के बैनर तले एकीकृत हुए और जनता पार्टी की सरकार बनी. लोकनायक जयप्रकाश नारायण के विचारधारा को अपने जीवन में आत्मसात करते हुए आज भी विधायक सरयू राय राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ बेबाकी से लड़ रहे हैं. सुबोध श्रीवास्तव ने आवाहन किया जय प्रकाश के संघर्ष से प्रेरणा लेकर भाजमो पुरे राज्य में जन क्रान्ति का आगाज करेगी और भ्रष्टाचार के विरुद्ध, पर्यावरण संरक्षण, जनहित के कार्यो के लिए संघर्ष किया जाएगा. इस दौरान मुख्य रूप से भाजमो पूर्वी विधानसभा संयोजक अजय सिन्हा, जिला महामंत्री कुलविंदर सिंह पन्नु, मंत्री राजेश कुमार झा, विकास गुप्ता, विधायक प्रतिनिधि (व्यवसायी मामलों) व महानगर प्रवक्ता आकाश शाह, पेयजल सह प्रभारी शंकर कर्मकार, अनुसूचित जनजाति मोर्चा अध्यक्ष प्रकाश कोया, शोशयल मिडिया प्रतिनिधि शेष नाथ पाठक, उलीडीह मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंह, मानगो मंडल अध्यक्ष कन्हैया ओझा, कदमा मंडल अध्यक्ष तिलेश्वर प्रजापति, उलीडीह मंडल महामंत्री प्रेम सक्सेना, नीरज साहू, अभिजीत सेनापति, नंदिता गगराई, गणेश शर्मा, शेखर, प्रभु सहित अन्य कई लोग उपस्थित थे.