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बंगाल:करीब 35 सीटों पर 1,000 से भी कम वोटों से हो गया ‘खेला’

बंगाल:करीब 35 सीटों पर 1,000 से भी कम वोटों से हो गया ‘खेला’

*अगर चुनाव आयोग के आंकड़ों पर एक सरसरी निगाह डालें तो पता चलता है कि पश्चिम बंगाल में करीब 60 सीटों पर जीत और हार का अंतर 2,000 से भी कम वोटों का रहा है। यानी सही में वहां बीजेपी और टीएमसी के बीच बहुत ही कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। मसलन, टीएमसी करीब 36 ऐसी सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जिनमें से 11 सीटों पर उसके उम्मीदवार 500 से भी कम वोटों से आगे हैं।*

*बीजेपी का आरोप- टीएमसी कार्यकर्ताओं की हिंसा में नौ की मौत*

*बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि चुनाव के बाद बंगाल में शुरू हुई हिंसा में चौबीस घंटे में नौ लोगों की मौत हुई, प्रदेश में भय का वातावरण है। सत्ताधारी पार्टी हाथ बांध कर बैठी है, पुलिस निष्क्रिय है। हम राज्यपाल के पास निवेदन लेकर आए थे, उन्होंने निवेदन स्वीकार किया और आश्वासन दिया। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है।*

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मिली जान से मारने की धमकी, मचा हड़कंप*

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिली है। सीएम को यह धमकी यूपी पुलिस के इमरजेंसी सेवा डायल 112 के वाहट्सऐप नंबर पर मैसेज के जरिए दी गई है। मैसेज में लिखा है कि ‘ मुख्यमंत्री के पास सिर्फ चार दिन बचे हैं, मेरा जो करना है कर लो’। इस मैसेज के बाद पुलिस डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया है।*

*जी7 सम्मेलन: अमेरिकी विदेश मंत्री से मिले एस. जयशंकर*

*बैठक के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि मेरे पुराने दोस्त एंटनी ब्लिंकन से मिलकर काफी अच्छा लगा। हम दोनों में कोरोना महामारी और वैक्सीन उत्पादन को लेकर चर्चा हुई। इसके अलावा आपूर्ति श्रृंखलाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। वहीं कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए हाल ही में अमेरिका ने ऑक्सीजन और रेमेडिसविर भेजी थी, जिस पर जयशंकर ने अमेरिका विदेश मंत्री को धन्यवाद कहा।*

*भारत में पिछले चौबीस घंटे में कोविड19 के 3,82,315 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,06,65,148 हुई। 3,780 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,26,188 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 34,87,229 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,69,51,731 है। देश में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 16,04,94,188 हो गया है।

*जमशेदपुर के सिविल सर्जन ने झारखण्ड वाणी संवाददाता से वैक्सीन लेने के नियम को साझा करते हुए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पॉजिटिव पाए जाने पर ऐसे लोगों को निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही वैक्सीन का डोज लेना चाहिएं*

जमशेदपुर: देश में कोरोना के दूसरे चरण में संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है. आए दिन संक्रमित लोगों की मौत भी हो रही है. ऐसे में सरकार की ओर से संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन के डोज दिए जा रहे हैं. इधर आम जनता वैक्सीन लेने के दौरान लापरवाही भी बरत रही है. जमशेदपुर के सिविल सर्जन ने झारखण्ड वाणी संवाददाता से वैक्सीन लेने के नियम को साझा करते हुए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है
यह हैं वैक्सीन लेने के नियम जमशेदपुर में जहां कोरोना के दूसरे चरण में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहीं दूसरी तरफ लोग रिकवर भी हो रहे हैं. सरकार की ओर से कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन की डोज देने की व्यवस्था की गई है लेकिन आम जनता अभी भी वैक्सीन लेने के लिए पूरी तरह जागरूक नहीं है. वैक्सीन को लेकर उनके मन में कई तरह के सवाल हैं.
सिविल सर्जन डॉ ए के लाल ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर ऐसे लोगों को नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही वैक्सीन का डोज लेना चाहिए, जबकि कई लोग पॉजिटिव होने के बाद भी वैक्सीन लेते हैं. ऐसे में उन्हें क्या परेशानी होगी फिलहाल अभी तक कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है लेकिन नियमानुसार पॉजिटिव पाए जाने पर तत्काल वैक्सीन नहीं लेना चाहिए लेकिन सामान्य टीका की अपेक्षा इस तरह की खास वैक्सीन लेने वालों को जो प्रोटोकॉल है, उसका पालन करना जरूरी है.प्रोटोकॉल का पालन जरूरी सिविल सर्जन बताते है कि वैक्सीन लेने के बाद यदि कोई पॉजिटिव होता है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है, जो गाइडलाइन है उसका पालन करें और डॉक्टर से सम्पर्क कर निर्धारित दवा लें. यदि कोई वैक्सीन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराता हैं और वैक्सीन लेने वाले दिन उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाते हैं तो ऐसे में उन्हें अपनी कोविड जांच कराने की जरूरत है, जिससे वह और उसका परिवार सुरक्षित रह सके. स्वस्थ्य होने के बाद जांच कराकर वैक्सीन लेना सही है.*

*कोरोना की दूसरी लहर ने तोड़े सारे रेकॉर्ड, चौबीस घंटे में 4,12,262 लाख नए केस, 3980 मौतें*

भारत में पिछले चौबीस घंटे में कोशिश 19 के 4,12,262 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,10,77,410 हुई। 3,980 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,30,168 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 35,66,398 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,72,80,844 है।देश में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 16,25,13,339 हो गया है।

*पूर्वी सिंहभूम में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है. जमशेदपुर में भी संक्रमण फैलता जा रहा है. इसको लेकर टाटा स्टील की पहल पर जमशेदपुर में 300 बेड का कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है.*

जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिला में कोरोना सक्रमित के मामला दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. हालात यह है कि अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. बेड की कमी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन के प्रयास से टाटा स्टील की ओर से 300 बेड का कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है. यह अस्पताल साकची के केरला स्कूल के पुराने भवन में बनाया जा रहा है.
इस सबंध में टाटा मुख्य अस्पताल के स्वास्थ्य सलाहाकार डॉ. राजन चौघरी ने बताया कि कोरोना के संक्रमण की तीसरी लहर पहुंच चुकी है. इसको देखते हुए हमलोग अपने संस्धानों को बेहतर बना रहे हैं, ताकि लोगों का ज्यादा से ज्यादा इलाज हो सके. उसी को देखते हुए साकची के केरला समाजम स्कूल के पुराने भवन में करीब तीन सौ ऑक्सीजन युक्त बेड लगाया जा रहा है. यह पूरी तरह से कोविड अस्पताल होगा, जो चार से पांच दिनो के अंदर बन कर तैयार हो जाएगा.उन्होंने कहा कि इस स्कूल का हमने भम्रण कर लिया है. लेकिन इसे चलाने के लिए सरकार की तरफ से डॉक्टर और नर्स के अलावा पारा मेडिकल स्टॉफ की मदद चाहिए. क्योंकि हमारे सारे डॉक्टर और नर्स स्टाफ काफी व्यस्त हैं. उन्होंने बताया कि टाटा मुख्य अस्पताल में 595 बेड हैं और सीसीयू के सारा वेंटिलेटर बेड फुल है. उन्होंने कहा टाटा मुख्य अस्पताल में अब तक 5969 कोरोना के केस आ चुके हैं.उन्होंने बताया कि पिछले चार दिनों में 228 लोग भर्ती हुए हैं जिसमें 74 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें 46 मरीज की उम्र 60 से ऊपर और 21 मरीज 40 से 60 आयु के बीच के थे. जबकि अन्य 7 मरीज 40 से नीचे के मरीज थे. जिसमें 63 पूर्वी सिंहभूम जिला, दो पश्चिम सिंहभूम, एक सरायकेला और एक रामगढ़ का केस है.*

*जमशेदपुर- कोरोना के चेन को तोड़ने की कोशिश, जिला प्रशासन ने लगाया कोरोना जांच कैंप उन्होंने बताया कि पहले चौबीस शव रखे जाने का क्षमता टीएमएच में थी. अब उसे बढ़ाकर पचास कर दिया गया है, वह भी पूरी तरह से वातानुकूलित है, ताकि शव को सम्मानपूर्वक रखा जा सके. उन्होंने बताया कि टीएमएच में ऑक्सीजन की कमी नहीं है, फिर भी यहां पर 17 हजार लीटर अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने के लिए लिंडे कंपनी के प्रबंधन को कहा गया है. जो जल्द ही काम शुरु कर देगा.
वहीं कोविड जांच की रिर्पोट जल्द दिया जा सके, उसे देखते हुए (आरटी-पीसीआर) की एक किट मंगाई गई है. यह मशीन जल्द ही काम करने लगेगा. इस मशीन के लगने से कोविड की रिर्पोट जल्द दी जा सकेगी.

*जमशेदपुर : कोरोना के दूसरे लहर काफी खतरनाक साबित हो रहा है। लगातार नए-नए लक्षण सामने आ रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, 75 फीसद लोगों में सबसे अधिक दो तरह के लक्षण सामने आ रहे हैं।
पहला कमजोरी महसूस होना और दूसरा शरीर से पसीना आना। यह दोनों ऐसे लक्षण हैं जो पहले ही दिन से सामने आने लगता है। उसके बाद बुखार होना शुरू होता है। ऐसे में लोगों को यह दोनों लक्षणों को पहचाने की आवश्यकता है और उसके बाद अलर्ट हो जाएं। क्योंकि, यह दोनों कोरोना का लक्षण है। ब्रह्मानंद नारायणा हॉस्पिटल के एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश प्रसाद इन दिनों कोरोना मरीजों की सेवा में दिन-रात जुटे हैं। साथ ही, जिला प्रशासन के आग्रह पर फोन के माध्यम से भी वे रोजाना दर्जनों लोगों से संपर्क कर उनका हाल-चाल ले रहे हैं। इसमें कोरोना मरीज भी शामिल होते हैं। वे कहते हैं कि दूसरी लहर में लगभग 75 फीसद मरीजों में देखा जा रहा है कि कमजोरी और शरीर से पसीना आना सामान्य बात है, जिसे पहचानने की जरूरत है। पहले ही दिन से मरीज को यह दोनों लक्षण महसूस होने लगता है। इसे नजरअंदाज नहीं करें। किसी डॉक्टर से परामर्श लेकर उसकी जांच कराएं। ऑक्सीजन लेबल पर ध्यान दें। 92 से कम होने पर चिकित्सक से संपर्क करें।
कोरोना मरीजों को स्वस्थ होने में पौष्टिक आहार का भी अहम योगदान हैं। पौष्टिक आहार लें आप जल्द स्वस्थ हो सकते हैं। यहां तक की कोरोना मरीजों के लिए अलग से डाइट बनाया जा रहा है, जिसे उपयोग कर मरीज जल्द से स्वस्थ हो रहे हैं। कोरोना मरीजों में कमजोरी और शरीर से पसीना आने की समस्या सबसे अधिक देखी जा रही है। ऐसे में वे लोग लिक्विड और हाई प्रोटीन डाइट लें। थोड़ा खाएं लेकिन पौष्टिक आहार खाएं। इसमें चिकन सूप, अंडा का सफेद भाग, हरी सब्जी, विटामीन-सी, सत्तु का पानी, छेना, हल्दी दूध, खिचड़ी,मरीज का रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगा और ताकत भी मिलेगी।
कोरोना मरीजों में कई तरह के नए-नए लक्षण सामने आ रहे हैं लेकिन उससे घबराने की जरूरत नहीं है। बल्कि उसे पहचान कर चिकित्सकों से मिलें। शुरुआती दौर में इलाज शुरू होने से मरीज जल्द स्वस्थ हो जाता है। देरी होने से परेशानी बढ़ जाती है।
*डॉ.उमेश प्रसाद विभागाध्यक्ष,एनेस्थीसिया, ब्रह्मानंद अस्पताल।*
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*मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज रांची स्थित राजेंद्र आर्युविज्ञान संस्थान (रिम्स) में 528 बेड वाले अस्थायी कोविड अस्पताल का ऑनलाइन उदघाटन किया*

राज्य के अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सीय संसाधनों की कमी नहीं हो, इसी संकल्प के साथ सरकार लगातार प्रयास करती आ रही है. कोरोना की दूसरी लहर में जैसे-जैसे चुनौतियां सामने आ रही है, व्यवस्था और सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज रांची स्थित राजेंद्र आर्युविज्ञान संस्थान (रिम्स) में 528 बेडों की क्षमता वाले अस्थायी कोविड अस्पताल का ऑनलाइन उदघाटन करते हुए यह बातें कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमित संसाधनों के बीच विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड औऱ वेंटिलेटर समेत अन्य चिकित्सीय संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं. इस कड़ी में रिम्स में बना अस्थायी कोविड अस्पताल से मरीजों को फायदा होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग जारी है और आगे भी मजबूती के साथ जारी रहेगी. बेहतर प्रबंधन और राज्यवासियों के सहयोग से कोरोना के खिलाफ चल रही जंग हम जीतेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान हालात में रिम्स में समुचित चिकित्सीय संसाधनों के साथ अस्थायी कोविड अस्पताल बनाना किसी चुनौती से कम नहीं था. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग और रिम्स के तमाम पदाधिकारियों और कर्मियों के सहयोग से मात्र बारह दिनों में ही यह अस्पताल बनकर तैयार हो गया. यहां संक्रमितों के इलाज के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. अस्पताल में 24×7 चिकित्सक, नर्स, वार्ड ब्वॉय उपलब्ध रहेंगे. यहां मरीजों की सहूलियत के लिए हेल्प डेस्क भी कार्य कर रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची, धनबाद और जमशेदपुर में स्थित मेडिकल कॉलेजों में मरींजों का सबसे ज्यादा दबाव है. यहां इलाज के लिए सबसे ज्यादा संक्रमित पहुंच रहे हैं. ऐसे मे इन मेडिकल कॉलेजों के लिए सरकार उनकी जरूरतों के हिसाब से कार्य योजना लगातार बना रही है. इन्हें ज्यादा से ज्यादा संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि संक्रमितों के इलाज में किसी तरह की दिक्कतें नहीं आए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. इसी के मद्देनजर अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड औऱ वेंटिलेटरों की संख्या में बढ़ोत्तरी करने का काम लगातार जारी है. रांची में रिम्स और सदर के अलावा नगर निगम के अस्पताल और डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा अस्पताल में ऑक्सीजन युक्त बेड लगाए गए हैं, वहीं कोडरमा में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में 220 नए बेड औऱ सदर अस्पताल में 20 अतिरिक्त ऑक्सीजन पाइप लाइन युक्त बेडों की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा जैसे-जैसे जरूरतें बढ़ेंगी, बेड भी बढ़ाए जाएंगे.
रिम्स परिसर में बनाए गए अस्थायी कोविड अस्पताल से मरीजों को बेड मिलने में काफी सहूलियत हो जाएगी. ज्ञात हो कि रिम्स के मल्टीस्टोरी पार्किंग में 327 ऑक्सीजन युक्त बेड, ओंकोलॉजी डिपार्टमेंट में 73 आईसीयू बेड और रिम्स की पुरानी बिल्डिंग में 128 ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा एनटीपीसी के सहयोग से 108 औऱ बेड लगाए जा रहे हैं. इस तरह रिम्स में कोविड-19 को लेकर ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़कर लगभग 800 औऱ वेंटिलेटर भी लगभग ढ़ाई सौ हो गए हैं.
इस मौके पर मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का और सचिव विनय कुमार चौबे, रिम्स से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक समरी लाल और विकास आय़ुक्त -सह -स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के अलावा सांसद संजय सेठ और रिम्स के निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ऑनलाइन मौजूद थे.*

*अब कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगवाने के चौदह दिन बाद भी लोग रक्तदान कर सकते हैं. अभी तक वैक्सीन लगा चुके लोग 28 दिन बाद रक्तदान कर सकते थे, लेकिन वैक्सीन लेने वाले लोगों पर शोध और ब्लड बैंकों में भविष्य में खून की कमी से निबटने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय रक्तदान के नियम कानून में बदलाव किया है. नयी गाइड लाइन की सूचना सिविल सर्जन कार्यालय और स्वास्थ्य विभाग की ओर से सूबे के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भेज दी गयी है.*

पीएमसीएच के पैथोलॉजिस्ट विभाग के क्लीनिकल पैथोलॉजिस्ट डॉ देवेंद्र प्रसाद ने बताया कि ब्लड डोनेशन के इस नयी गाइड लाइन से काफी मरीजों को राहत मिलेगी. 28 दिन के नियम के अनुसार पहले एक व्यक्ति दो से ढाई महीने तक रक्तदान नहीं कर पाता था.
ऐसे में कोरोना संक्रमण की वजह से स्वैच्छिक रक्तदान में कमी आ गयी थी. ऐसे में अब पहली डोज लगवाने के चौदह दिन बाद व्यक्ति रक्तदान कर सकता है. डॉ देंवेंद्र ने बताया कि इससे सबसे अधिक थैलेसिमिया से पीडित मरीजों को राहत मिलेगी, क्योंकि एक बच्चे को एक महीने में कम कम दो यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है.
अतिरिक्त डॉक्टर और नर्सों की होगी नियुक्ति
बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग में अतिरिक्त मानव बल की अस्थायी नियुक्ति का निर्णय लिया गया है. स्वास्थ्य विभाग में तीन माह के लिए अस्थायी तौर पर डॉक्टर और नर्सों की नियुक्ति की जायेगी. इसके लिए प्रति दिन और प्रति शिफ्ट के अनुसार मानदेय भी निर्धारित कर दिया गया है.

*स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलों में अस्थायी तौर पर अतिरिक्त मैनपावर उपलब्धता सुनिश्चित कराने को लेकर जिला पदाधिकारी, मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक एवं प्राचार्य के अलावे सिविल सर्जन को अधिकृत किया गया है.*

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि मानव बल की संख्या बढ़ने से कोरोना मरीजों के बेहतर उपचार में सहूलियत होगी. उन्होंने बताया कि तीन माह के लिए अस्थायी तौर पर की जाने वाली नियुक्ति में विशेषज्ञ चिकित्सक (पीजी) को 7000 प्रतिदिन, प्रति शिफ्ट दिया जायेगा तो विशेषज्ञ (डिप्लोमा) चिकित्सक को 5000 रुपये प्रतिदिन और प्रति शिफ्ट मानदेय दिया जायेगा.

चाकुलिया (पूर्वी सिंहभूम), पंकज मिश्रा। आखिरकार वही हो रहा है, जिसकी आशंका जताई जा रही थी। जिसकी रोकथाम के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बार-बार अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण शहर से होता हुआ अब तेजी से गांवों में पांव पसारने लगा है। गुरुवार को चाकुलिया प्रखंड के कालियाम गांव में एक ही मोहल्ले के 32 लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया।*

जांच रिपोर्ट आने के साथ ही इलाके में सनसनी फैल गई। प्रशासन ने इस मोहल्ले में प्रवेश के सभी तीनों मार्गों को बंद करते हुए कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। बाहरी लोगों के यहां प्रवेश करने तथा मोहल्ला के लोगों के बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है। इसी गांव के एक कोरोना पीड़ित व्यक्ति की मौत बुधवार सुबह हो गई थी। गांव के अन्य कई लोगों में भी कोरोना के लक्षण दिख रहे थे। जिसमें गांव के अन्य कई लोगों के संक्रमित होने की आशंका जताई गई थी। स्थिति को देखते हुए बीडीओ सह इंसीडेंट कमांडर देवलाल उरांव के निर्देश पर गुरुवार को गांव में विशेष जांच अभियान चलाया गया जिसमें चौंकाने वाले नतीजे सामने आए।
बीडीओ ने बताया कि शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी प्रभावित परिवारों के बीच दवा वितरित करेगी। पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न देने के संबंध में उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसा कोई निर्देश सरकार से प्राप्त नहीं है। इधर गुरुवार को चाकुलिया सीएससी में की गई जांच में ग्यारह अन्य लोगों को भी पॉजिटिव पाया गया। यानी प्रखंड क्षेत्र में एक दिन में कुल 43 लोग संक्रमित पाए गए। इनमें चालुनिया पंचायत के पहाड़ की तराई में बसे सुदूर जयनगर गांव के एक ही परिवार के 4 लोग भी शामिल हैं। इसके अलावा चाकुलिया थाने का एक पुलिसकर्मी, एक प्रखंड कर्मी, गौरपाड़ा का एक युवक, नया बाजार के दो व्यक्ति, पुराना बाजार की एक महिला तथा श्यामसुंदरपुर गांव की एक 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला शामिल हैं।
विदित हो कि प्रखंड में गुरुवार को व्यापक कोरोना जांच अभियान चलाया गया। इसके लिए तीन अलग-अलग टीम चाकुलिया सीएचसी, कालियाम तथा काकड़ीसोल चेक नाका पर लगाई गई थी। नाका पर पश्चिम बंगाल से आने वाले लोगों की जांच की जा रही थी। दिन भर के दौरान कुल 520 लोगों की जांच की गई। इसमें 300 की जांच रैपिड एंटीजन टेस्ट किट, 279 आरटीपीसीआर तथा एक ट्रूनेट जांच शामिल है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब चाकुलिया प्रखंड में कुल 229 हो गई है। इधर, टीकाकरण अभियान के दौरान कुल 30 लोगों को गुरुवार को टीका दिया गया, जिसमें 29 को पहला डोज और एक को दूसरा डोज दिया गया।

*जमशेदपुर जोजोबेड़ा न्युवोको विस्टास कॉर्प और टाटा पावर पावर प्लांट में दर्जन भर से ज्यादा कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हैं। कई कर्मचारियों की तो जान भी चली गई है। ऐेसे में कंपनी प्रबंधन ने कोरोना को लेकर सख्त कदम उठाया है।

तबीयत खराब होने की स्थिति में कर्मचारियों को अवकाश लेने की सलाह दी गई है तो बाहर से आने वाले हरेक कर्मचारी को छह तीन तक क्वारंटाइन में रहना है। इतना ही नहीं अब दोनों कंपनियों में रोटेशन के आधार पर काम शुरू हो गया है। विभागवार आधे कर्मचारी से काम कराया जा रहा है, शेष को तीन दिन बाद बुलाया जा रहा है।
कंपनी प्रबंधन की सख्ती के बाद उक्त कंपनियों में अब कोरोना के केस पहले की अपेक्षा बहुत कम मिल रहे हैं। कंपनी के हरेक कर्मचारी पर प्रबंधन की नजर है। इसकी निगरानी करने को लेकर दोनों जगह एक टीम गठित हुई है जो कोरोना संक्रमित कर्मचारियों की पहचान कराने से लेकर उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था करती है। रोटेशन के आधार पर कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है। कर्मचारियों को अल्टरनेट करके काम पर बुलाया जा रहा है। थोडी सी स्वास्थ्य बिगड़ने की स्थिति में उन्हें अवकाश पर भेज दिया जा रहा है। कंपनी का उत्पादन बाधित नहीं हो इसका ख्याल रखते हुए जरूरत के मुताबिक कर्मचारियों को ही काम पर बुलाया जाता है। कंपनी मेंं काफी हद तक ठेका मजदूूरों को काम से बैठाया गया है।
कोरोना को लेकर जमशेदपुर की दूसरी कंपिनयों में सतर्कता बरती जा रही है। कोरोना जांच के बाद ही कर्मचारियों को ड्यूटी की इजाजत मिल रही

*लक्षण के आधार पर तुरंत इलाज कराएं संक्रमित*

डाॅ. प्रदीप भट्टाचार्य ने बहुत कम समय में फेफडे़ को हो रहे नुकसान को देखते हुए मरीजों को समय पर इलाज कराने का सुझाव दिया है। उनके अनुसार, मरीज अपने शरीर में लक्षण और हो रहे बदलाव को समझें और जरूरत पड़ने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। उनके अनुसार, समय पर इलाज नहीं होने से भी मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है।
रक्त की डी डायमर जांच से किडनी, हृदय, फेफड़े आदि में खून के रिसने या थक्का बनने की जानकारी मिलती है। डी डायमर एक प्रकार का प्रोटीन है। यदि जांच निगेटिव है तो खून में थक्का नहीं जम रहा है। इससे खून में प्रोटीन के स्तर की भी जानकारी मिलती है। जानकारों के अनुसार, कोरोना मरीजों में प्रोटीन का छोटा टुकड़ा खून में घुलने लगता है, उस स्थिति में थक्का जमता है।

*जमशेदपुर कोरोना की वजह से विकट होते हालात एवं देश के अधिकतकर राज्यों में लाॅकडाउन की वजह से ट्रेनों के परिचालन पर भी असर पड रहा है। बारी-बारी से ट्रेनें बंद की जा रही है। यात्रियों की कमी इसका खास कारण है। इसी कडी में भारतीय रेलवे ने एक और बडा फैसला लेते हुए राजधानी, दुरंतो और शताब्दी एक्सप्रेस समेत 28 ट्रेनों का परिचालन नौ मई से बंद करने का फैसला लिया है। यह सभी ट्रेनें अगले आदेश तक नहीं चलेंगी।*

हालांकि, बड़बिल-हावड़ा जनशताब्दी और टाटा-हावड़ा स्टील एक्सप्रेस गुरुवार से ही अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया गया है। राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस के रद्द होने से संबंधित किसी तरह का आदेश अभी तक टाटानगर स्टेशन नहीं पहुंचा है। जल्द ही आदेश की कॉपी आने की संभावना है। कोविड को लेकर ट्रेनों में यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई है। इसे देखते हुए रेलवे धीरे-धीरे ट्रेनों को रद्द कर रहा है।

*कोरोना से बिगड़े हालात, पीएम मोदी ने की मुख्यमंत्रियों से बात*

*कोरोना के बिगड़ते हालातों पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लगातार स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (06 मई) को तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और झारखंड के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बातचीत की। पीएम मोदी ने इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और पुदुचेरी के राज्यपाल से भी बात की।*

*सेंसेक्स में अच्छी तेजी, 266 अंक बढ़कर खुला*

*आज शुक्रवार को शेयर बाजार तेजी के साथ खुला। आज बीएसई का सेंसेक्स करीब 266.15 अंक की तेजी के साथ 49215.91 अंक के स्तर पर खुला। वहीं एनएसई का निफ्टी 94.70 अंक की तेजी के साथ 14819.50 अंक के स्तर पर खुला। आज बीएसई में शुरुआत में कुल 1,098 कंपनियों में ट्रेडिंग शुरू हुई, इसमें से करीब 804 शेयर तेजी के साथ और 226 गिरावट के साथ खुलीं। वहीं 68 कंपनियों के शेयर के दाम बिना घटे या बढ़े खुले।*
शेयर बाजार

*निफ्टी के टॉप गेनर*

एसबीआई लाइफ का शेयर करीब 36 रुपये की तेजी के साथ 1,005.10 रुपये के स्तर पर खुला।

टाटा स्टील का शेयर करीब 38 रुपये की तेजी के साथ 1,139.25 रुपये के स्तर पर खुला।

जेएसडब्लू स्टील का शेयर करीब 15 रुपये की तेजी के साथ 745.25 रुपये के स्तर पर खुला।

हिन्डाल्को का शेयर करीब 8 रुपये की तेजी के साथ 393.75 रुपये के स्तर पर खुला।

बजा फिनांस का शेयर करीब 81 रुपये की तेजी के साथ 5,609.60 रुपये के स्तर पर खुला।

*निफ्टी के टॉप लूजर*

टाटा कंज्यमर का शेयर करीब 20 रुपये की गिरावट के साथ 632.95 रुपये के स्तर पर खुला।

पॉवर ग्रिड कार्पोरेशन का शेयर करीब 1 रुपये की गिरावट के साथ 214.50 रुपये के स्तर पर खुला।

ओएनजीसी का शेयर करीब 1 रुपये की गिरावट के साथ 109.90 रुपये के स्तर पर खुला।

नेस्ले का शेयरय करीब 15 रुपये की गिरावट के साथ 16,702.50 रुपये के स्तर पर खुला।

विप्रो का शेयर करीब 1 रुपये की गिरावट के साथ 510.95 रुपये के स्तर पर खुला।

*रांची पशश्चिम बंगाल में बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए नए दिशा-निर्देश आ गए हैं। अब पश्चिम बंगाल में वही यात्री दाखिल हो सकता है, जिसके पास 72 घंटे पुरानी आरटी पीसीआर की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट हो। यह आदेश आने के बाद दक्षिण पूर्व रेलवे जोन के अधिकारियों ने सभी मुसाफिरों को आरटी पीसीआर की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट साथ लेकर सफर करने की हिदायत दी है। दक्षिण पूर्व रेलवे जोन के अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बंगाल की तरफ आने वाली ट्रेनों के मुसाफिरों को आरटी पीसीआर नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट रखना अनिवार्य हो गया है। इसके बिना वह रेलवे स्टेशन से बाहर नहीं जा सकते
पश्चिम बंगाल की सरकार ने यात्रियों के लिए और भी कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पश्चिम बंगाल सरकार के निर्देश के अनुसार कोरोना कि आरटीपीसीआर की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। अगर यह रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी है तो इसे नहीं माना जाएगा। निर्देशों में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में दाखिल होने वाले मुसाफिरों को सात दिनों तक अपने घर में क्वारंटाइन में रहना होगा। इस दौरान, अगर उन्हें बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ की शिकायत होती है। तो वह नजदीक के कोविड केंद्र से संपर्क करेंगे। रेलवे स्टेशन पर जांच के दौरान अगर कोई यात्री कोरोना के लक्षणों से युक्त पाया जाता है तो उसकी कोविड जांच कराई जाएगी। रेलवे के अधिकारियों ने सभी मुसाफिरों को मास्क पहनने का निर्देश दिया है। साथ ही कहा है कि ट्रेनों में भी जहां तक संभव हो शारीरिक दूरी बनाए रखें।*

*रांची राजधानी रांची सहित आसपास के इलाकों में शुक्रवार को आसमान में बादल रहेंगे। तेज हवा और गरज के साथ बारिश की संभावना बरकरार है। मौसम विभाग की माने तो 9 मई तक बारिश की प्रबल संभावना है। 10 मई को बादल रहेंगे। 11 और 12 मई को आसमान साफ हो सकता है। 10 मई के बाद तापमान में बढ़ोत्तरी हो सकती है। मौसम विभाग की माने तो पिछले चौबीस घंटे में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे रहा। अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 19.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दाैरान कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हुई। हवा में आद्रता की मात्रा अधिकतम 80 फीसद तथा न्यूनतम 66 फीसद रही।*

*मौसम का पूर्वानुमान*

तिथि   न्यूनतम तापमान  अधिकतम तापमान  मौसम

07-मई    20.0     33.0       आसमान में रहेंगे बादल, गरज व तेज हवा के साथ बारिश संभव

08-मई     20.0     33.0     आसमान में रहेंगे बादल, गरज व तेज हवा के साथ बारिश संभव

09-मई    22.0     35.0       आसमान में रहेंगे बादल, गरज व तेज हवा के साथ बारिश संभव

10-मई    23.0     37.0        आसमान में बादल, गरजेंगे बादल

11-मई     24.0     36.0         आसमान रहेंगे साफ

12-मई     24.0     36.0        आसमान रहेंगे साफ

*मौसमी बीमारियों के बढ़ने की संभावना बरकरार*

बदलते मौसम के साथ बीमारियों के बढ़ने की संभावना बरकरार है। चिकित्सकों की माने तो मौसम में होने वाले परिवर्तन के कारण होने वाले खांसी, सर्दी, बुखार, सिर दर्द, शरीर दर्द, डायरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों को हल्के में लेने की जरूरत नहीं है। किसी भी प्रकार की शारीरिक असहजता महसूस होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें। डा. अभिषेक कुमार ने कहा कि बच्चे च वृद्ध लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है।