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अर्जुन यादव का एवं उनके सारे पदाधिकारियों के नाम से कोर्ट में केस कर 2007 से 2021 तक पैसा का हिसाब मांगा जाएगा

रांची:आज झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो चालक महासंघ के संस्थापक दिनेश सोनी एवं प्रदेश अध्यक्ष राम कुमार सिंह उपाध्यक्ष ओम प्रकाश सचिव रामा शंकर सिंह ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर बताया कि रांची जिला ऑटो चालक यूनियन द्वारा ऑटो चालकों मालिकों के द्वारा बुरबक बनाकर तीन सौ रुपया में वर्दी बेचा जा रहा हैं और लोगों को बुड़बक बनाने के लिए अपना र्माका छपवाकर यूनियन का प्रचार करने के लिए वर्दी बेच रहे हैं और जबकि अभी मान्यता प्राप्त यूनियन भी नहीं हुआ है यह काम चाहे तो महासंघ भी कर सकता है मगर महासंघ के कोई भी सदस्य डेढ़ सौ से दो सौ रुपया तक में वर्दी सिलाई कर अपने एसोसिएशन का र्माका लगाकर तीन सौ रुपया में बेचें यह नेता का काम नहीं है जबकि अर्जुन यादव 2007 से ही ऑटो चालकों से सहयोग राशि ले रहे हैं और 2007 से ही कोई भी ऐसा दिन नहीं है कि रोजाना पन्द्रह से बीस हजार रूपया तक का आज तक कलेक्शन करते आ रहे हैं लेकिन आज ऑटो चालकों को कम से कम उस पैसा से 5000 ऑटो चालकों को फ्री में वर्दी देना चाहिए जबकि करोड़ों करोड़ों रुपया ऑटो चालकों का अर्जुन यादव के पास है आज अगर महासंघ अवैध वसूली बंद करवाने के कारण अपना सहयोग राशि बंद 2008 में ही कर दिया गया था आज अगर महासंघ ऑटो चालकों से सहयोग राशि लेता तो सभी चालकों को महासंघ की ओर से फ्री वर्दी दिया जाता मगर चालक को कोई लाभ नहीं मिल रहा है इसके लिए महासंघ जल्द से जल्द रोड में उतर कर अर्जुन यादव का एवं उनके सारे पदाधिकारियों के नाम से कोर्ट में केस कर 2007 से 2021 तक पैसा का हिसाब मांगा जाएगा महासंघ के संस्थापक दिनेश सैनी ने सभी चालकों से अपील किया है कि किसी भी तरह के ऑटो चालक मालिकों का पहचान पत्र रातू रोड का यूनियन के लोग मांगे तो नहीं देना है और अपना वर्दी अपने सेलवाले के अदर यूनियन का एडवर्टाइज नहीं करें एडवर्टाइज जो ड्रेस फ्री में देता है उनका किया जाता है मगर यह तो देने की वजह तीन रुपया लेकर एडवर्टाइज कर रहा है इसलिए किसी का एडवर्टाइज करना कानूनन अपराध है उक्त जानकारी महासंघ के सचिव रामाशंकर सिंह ने दी है