अनुभव मिलता है ठोकर से
**********************
ये जीवन इक बहती धारा, नित सीख नया दे जाती है।
फिर जीने खातिर चुन चुनके, कुछ खुशियाँ भी ले आती है।।
ये जीवन —–
हम जान रहे सबसे ज्यादा, हर उमर में बोध हुआ इतना,
पीछे मुड़ के जब देखा तो, इस भरम पे क्रोध हुआ कितना,
फिर भी हम सीख कहाँ पाए, ये सीख हमें सिखलाती है।
ये जीवन —–
धोखे ही अक्सर मिलते हैं, पर मिलता सच्चा संत नहीं,
जीवन भर चुनते सच्चे को, इस सीख का कोई अंत नहीं,
अनुभव मिलता है ठोकर से, ठोकर ही राह बताती है।
ये जीवन —–
दौलत, शोहरत की लालच में, हम भटक रहे दिन रात यहाँ,
ये दुनिया प्यार की थाती है, बस प्यार एक सौगात यहाँ,
आपस की लड़ाई कभी सुमन, क्या उलझन को सुलझाती है?
ये जीवन —–
श्यामल सुमन
सम्बंधित समाचार
अनुशासन एक मर्यादा है जो एक बंधन से बंधा है जब तक हम अनुशासन के बंधन में रहेंगे ,तब तक हम अपने जीवन की श्रेष्ठतम उंचाई तक जा सकते हैं -ओम प्रकाश चौधरी
सार्वजनिक दुर्गापूजा कमेटी फूड प्लाजा सिदगोड़ा की आज बाड़ा क्लब हाउस सिदगोड़ा में आज आम सभा हुई जिसमें वर्ष 2023 पूजा हेतु नए कमेटी का सर्वसम्मति से गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष के रूप में मोहन ठाकुर, महासचिव धर्मेश कुमार झा (लड्डू ) एवं कोषाध्यक्ष के रूप में राजेंद्र कुमार कर्ण का चयन किया गया
भ्रष्टाचारियों से मैं सामने से लड़ रहा हूं लेकिन भ्रष्टाचारी मुझ पर पीछे से वार कर रहे हैं -सरयू राय