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अन्तिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाना ही डालसा का मुख्य उद्देश्य है : पैनल अधिवक्ता मो0 शकील

अन्तिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाना ही डालसा का मुख्य उद्देश्य है : पैनल अधिवक्ता मो0 शकील

जमशेदपुर । नालसा और झालसा के दिशा निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार जमशेदपुर द्वारा आजादी के पचहत्तरवें वर्षगांठ पर आयोजित भारत का अमृत महोत्सव और पैन इंडिया अवेयरनेस एंड आउटरीच प्रोग्राम के तहत डालसा का जागरूकता मोबाइल वैन सोमवार को पोटका के अंतिम छोर एवं उड़ीसा के बॉडर पर स्थित टँगराइन गांव पहुँची । वहां ग्रामीणों के बीच डालसा टीम द्वारा विधिक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन कर लोगो को निःशुल्क कानूनी जानकारी दिया गया और पम्पलेट भी बांटा गया । जागरूकता अभियान के दौरान डालसा टीम में शामिल पैनल अधिवक्ता मोहम्मद शकील ने कहा कि डालसा का मुख्य उद्देश्य समाज के अन्तिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाना है और झुगी-झोपडी में रहने वाले लोगों को कानूनी रूप से साक्षर करना है ताकि वह अपने अधिकार के प्रति सजग रहें । पैनल अधिवक्ता ने कहा कि गरीब , दलित एवं बंचित लोग जिन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हें नही मिल पा रहा है जिनके वे हकदार हैं । वैसे पीड़ित लोगों को जागरूक करने के लिए ही डालसा द्वारा यह अभियान चलाया जा रहा है उन्होंने कहा कि डालसा द्वारा ग्रामीणों को सस्ता एवं शीघ्र न्याय प्रदान करने के लिए जिले के सभी प्रखंडों में निःशुल्क कानूनी सहायता केंद्र खोला गया है जहाँ आस पड़ोस के विवाद एवं आपसी लड़ाई झगड़े को समझौते द्वारा निपटारा कर सकते हैं । पोटका में सोमवार को बर्षा के मौसम में भी दर्जनों गावों में डालसा टीम के लोग भ्रमण किया और डोर टु डोर कम्पेनिंग चलाकर ग्रामीणों को विधिक जानकारी दी । डालसा टीम में शामिल पैनल अधिवक्ता मोहम्मद शकील के अलावे पीएलवी में नागेन्द्र कुमार , अरुण रजक , संजय कुमार तिवारी , डोबो चाकिया , चयन कुमार मंडल एवं छकू मांझी मुख्य रूप से मौजूद थे । इन लोगों ने डोर टु डोर कम्पेनिंग के दौरान ग्रामीणों  को केंद्र व राज्य की सरकारी योजनाएं जैसे – वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांगता पेंशन , श्रमिक निबंधन , मनरेगा योजना , राशन कार्ड , आरोग्य सेतु योजना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दिया । इसके अलावे नालसा व झालसा के स्कीमों तथा महिला उत्पीड़न , बाल विवाह , बाल श्रम , दहेज प्रथा , डायन प्रथा छुआछुत , ह्यूमन ट्रैफिकिंग आदि के बारे में भी कानूनी रूप से साक्षर किया गया । उक्त अभियान दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से शुरू किया गया और आगामी चौदह नवम्बर बाल दिवस के दिन तक चलेगा । इस अभियान में डालसा के पीएलवी और पैनल अधिवक्ता सक्रिय रुप से अहम भूमिका निभा रहे हैं । सोमबार को जिले के सभी प्रखंडों में सघन रूप से जागरूकता अभियान चलाया गया । मंगलवार को जागरूकता मोबाइल वैन बोड़ाम प्रखंड में जायेगी ।